Galatee - The Mistake - 21 in Hindi Detective stories by prashant sharma ashk books and stories PDF | गलती : द मिस्टेक भाग 21

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गलती : द मिस्टेक भाग 21

भौमिक के इस सवाल ने साहिल को जैसे एक झटका दिया था। अब तक चेहरे पर मुसकान लिए बैठा साहिल अचानक उदास हो गया था। भौमिक बड़े ही गौर से उसके भावों में आए बदलावों को देख रहा था। भौमिक का प्रश्न सुनने के बाद भौमिक पूरी तरह से मौन हो गया था। केबिन में खड़ा परमार कभी भौमिक को देख रहा था तो कभी साहिल को देख रहा था। परमार ने मन ही मन सोचा कि अब साहिल भी विशाल और शेखर की तरह कुछ करेगा। उसका अंदाजा लगभग ठीक था। साहिल ने अचानक ही अपने सिर पर हाथ रखा।

इसी भौमिक ने उससे अपना सवाल दोहराया- साहिल तुम हवेली में हुए कत्ल के बारे में कुछ भी जानते हो तो मुझे बताओ ?

साहिल ने एक बार परमार को देखा और फिर भौमिक को देखा। उसने अपनी नजरें नीचे की और कहा- सर वो सभी कत्ल मैंने किए हैं।

परमार और भौमिक को इस बार झटका नहीं लगा क्योंकि वो यह बात पहले भी बाकि चार लोगों से सुन चुके थे। भौमिक ने इस बार दूसरा प्रश्न किया-

तो फिर ये बताओ इन कत्ल में तुम्हारे साथ और कौन-कौन शामिल था ?

साहिल ने कहा- ये सभी कत्ल सिर्फ मैंने किए हैं, इन कत्लों का मेरे दोस्तों से कोई लेना-देना नहीं हैं। उन्हें तो शायद पता भी नहीं है कि कत्ल मैंने किए हैं।

भौमिक ने फिर से प्रश्न किया- तो फिर ये बताओ तुमने उनका कत्ल क्यों किया? उन बच्चों से तुम्हारी क्या दुश्मनी थी कि तुमने उन्हें भी मार दिया ?

साहिल ने भौमिक की आंखों में आंखे डाली और फिर खड़े होकर केबिन के दूसरी ओर चलने लगा, वो पलटा और वो कुछ कहता उससे पहले ही गिर गया और बाकि चार लोगों की तरह वह गिरते ही बेहोश हो गया। भौमिक ने तुरंत परमार को इशारा किया और परमार ने साहिल को उठाया और फिर दो कॉन्सटेबल की मदद से उसे हॉस्पिटल के लिए रवाना कर दिया।

परमार फिर से केबिन में आया और उसने भौमिक को देखा। उसके चेहरे के भाव बता रहे थे कि जैसे वो पूछना चाह रहा हो कि अब क्या करना है सर ? भौमिक ने भी शायद परमार के भावों को समझ लिया था और उसने कहा-

मुझे समझ नहीं आ रहा है कि जब भी इन बच्चों में से कोई कुछ बोलने ही वाला होता तो ये अचानक बेहोश क्यों हो जाते हैं ? आखिर ये बच्चे सवालों का जवाब क्यों नहीं दे पा रहे हैं ? अब तक पांच लोगों से पूछताछ हुई है और सभी का कहना है कि कत्ल उन्होंने किया है और उसके दोस्तों का इससे कोई लेना-देना नहीं है। आखिर ये पहेली है क्या ?

मुझे तो कुछ भी समझ नहीं आ रहा है सर। परमार ने कहा।

समझ तो मुझे भी कुछ नहीं आ रहा है परमार। मेरे साथ तो परेशानी यह है कि इस केस की कोई लीड ही नहीं मिल रही है। एक हवेली में चार लोगों का कत्ल होता है, आठ लोग हैं, आठ में से पांच कह रहे हैं कि कत्ल उन्होंने किया है। आखिर ये माजरा है क्या ? मुझे लगता है कि बाकि तीन के जवाब भी यही होने वाले हैं। इन सभी से पूछताछ करने के बाद भी यह केस रत्ती भर आगे नहीं बढ़ने वाला है। भौमिक ने लगभग परेशान होते हुए अपनी बात कही।

तो फिर सर बाकि तीन लड़कियां और हैं उनसे बात करना है या उन्हें जाने के लिए कह दूं ? परमार ने भौमिक से पूछा।

हालांकि उन तीनों के ही जवाब मुझे पता है, पर फिर भी उनसे भी एक बार बात कर लेते हैं। हो सकता है कि उनमें से ही कोई हमें इस केस की कोई लीड दे दे। जाओ वंशिका को ले आओ।

कुछ ही देर में परमार वंशिका को लेकर भौमिक के केबिन में आ गया था। वंशिका के चेहरे पर कुछ डर नजर आ रहा था। वो शायद पुलिस की पूछताछ से घबरा रही थी। भौमिक ने उसे कुर्सी पर बैठने का इशारा किया। वंशिका डरते हुए कुर्सी पर बैठ गई थी।

साहिल भी कत्ल के बारे में भौमिक को कोई जानकारी नहीं दे पाया था, क्या वंशिका इन कत्लों का रहस्य भौमिक के सामने उजागर करेगी ? अगर हां तो कौन है उन चार लोगों का कातिल ? अगर वंशिका ने भी कुछ नहीं बताया तो क्या मानसी और मेधा भौमिक की मदद कर पाएंगी ? इन सवालों के जवाब मिलेंगे अगले भाग में। तब तक कहानी से जुड़े रहे, सब्सक्राइब करें और अपनी समीक्षा अवश्य दें।