परमार के जाने के बाद भौमिक अपने ऑफिस में बैठकर कत्ल और संबंध में के बारे में सोच रहा था। हालांकि अभी उसके पास ऐसा कुछ नहीं था, जिससे वो किसी निष्कर्ष पर पहुंच सके। इसलिए उसका दिमाग विशाल और उसके दोस्तों के व्यवहार की ओर चला गया था। वो उनके इस व्यवहार के बारे में सोच रहा था, पर उसके मन में बार बार एक ही ख्याल आ रहा था कि हो सकता है बच्चे सदमे में हो, एक साथ चार लोगों के कत्ल ने उन्हें अंदर तक हिलाकर रख दिया होगा। इसके साथ ही वो पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा था। हालांकि उसे आने में दो से तीन का समय था, इसलिए वो अन्य केस की फाईल उठाकर देखने लगा। रात हुई तो वो अपने घर के लिए रवाना हो गया।
अगले दिन वो ऑफिस पहुंचा तो परमार वहां पहले से मौजूद था। भौमिक अपने केबिन में आया और परमार से उसने कहा-
परमार वो शॉर्ट पीएम रिपोर्ट का क्या हुआ, वो आ गई या आने वाली है ?
जी सर वो तो आ गई है। परमार ने जवाब दिया।
गुड, क्या है रिपोर्ट में ?
सर किसी धारदार हथियार से सभी के गले पर वार किया गया है और पेट पर भी। सभी मौत लगभग एक साथ हुई है। परमार ने फिर से भौमिक के प्रश्न का जवाब दिया।
ये तो हमें देखकर ही लग गया था। रिपोर्ट में कुछ खास है क्या ?
नहीं सर ऐसा तो कुछ खास इस रिपोर्ट में नहीं आई है। कुछ खास के लिए हमें पीएम रिपोर्ट का इंतजार करना ही होगा।
ओके कोई बात नहीं। भौमिक ने परमार से कहा। वैसे वो हवेली मालिक का कुछ पता चला ?
जी, सर। मैंने उसका मोबाइल नंबर निकालकर उससे बात की है, उसका कहना है कि फिलहाल वो देश के बाहर है और उसे यहां आने में कुछ समय लगेगा। कह रहा था कि उसकी एक बड़ी बिजनेस मीटिंग है, उसके बाद ही वो यहां आ सकता है।
भौमिक ने सिर्फ ओके कहा और फिर एक फाइल उठाकर देखने लगा।
परमार ने अब भौमिक से प्रश्न किया, सर विशाल और उसके दोस्तों से कब पूछताछ करना है ?
अब वो ठीक है ? अगर ठीक है तो फिर उन्हें बुला लो, उनसे भी एक बार बात हो जाए तो केस आगे बढ़े।
जी, सर मैं पता करता हूं। परमार ने कहा और वहां से चला गया। इस बीच भौमिक ने एक बार फिर हवेली जाने का सोचा। कुछ ही देर में परमार आया और उसने कहा-
सर मेरी लगभग सभी से बात हुई है। विशाल और उसके दोस्तों के पैरेंट्स का कहना है कि पहले से वे ठीक है पर हो सकता है कि उन्हें दो दिन का समय और चाहिए। भौमिक ने सिर्फ ओके कहा और फिर परमार से कहा- चलो हवेली चलते हैं।
परमार ने भी सिर्फ यस सर कहा और बाहर निकल गया। कुछ ही देर में दोनों हवेली पहुंच गए थे। भौमिक ने पहले हवेली के चारों और चक्कर लगाया। वह वहां कातिल के संबंध में कुछ निशन तलाशने करने की कोशिश कर रहा था, हालांकि हवेली के अगले और पिछले हिस्से में उसे ऐसा कोई निशान नजर नहीं आया था। हालांकि वो हवेली के हर कोने को बहुत गौर से देख रहा था। उसके बाद परमार और भौमिक हवेली के अंदर चले गए थे। अंदर जाते ही बड़े हॉल पर भी भौमिक की पैनी नजर थी। उसने पूरे हॉल का चक्कर लगाया और कुछ चीजो को टटोलकर भी देखा, पर यहां भी उसे कुछ नहीं मिला था।
कुछ देर तक वो नीचे के हॉल में रहा और फिर उपर की ओर बढ़ गया। अब वो उसे हॉल में था, जहां डॉक्टर अविनाश और उसकी पत्नी की लाश पड़ी थी। भौमिक ने इस हॉल में भी बड़ी बारिकी से कत्ल और कातिल से संबंधित सुराग तलाशने की कोशिश की। वो बहुत गौर से हॉल को देख रहा था और अपने दिमाग में पूरे क्राइम सीन को क्रिएट कर रहा था। वो सोच रहा था कि यदि कत्ल हुआ है तो क्या और कैसे हुआ होगा। वो हॉल के अलग-अलग स्थानों पर जाता और वहां से उस जगह को देख रहा था, जहां डॉक्टर अविनाश और उसकी पत्नी की लाश पड़ी थी। राजन के अनुसार विशाल और उसके दोस्त नीचे वाले कमरे में थे। ऐसे में वो कभी नीचे की ओर देख रहा था तो कभी सीढ़ियों के पास आकर उस जगह को देख रहा था जहां कत्ल हुआ था। वो काफी देर तक इसी तरह से घूमता रहा और पूरे सीने को अपने दिमाग में बनाता रहा। परमार उसे यह सब करते हुए देख रहा था। हॉल को अच्छे से देखने के बाद भौमिक और परमार उस कमरे में गए, जहां बच्चों के शव थे। भौमिक ने उसे कमरे को भी अपनी नजरों से लगभग स्कैन कर दिया था।
क्या भौमिक को हवेली में कातिल और कत्ल के संबंध में कोई सुराग मिलगा ? पीएम रिपोर्ट में कत्ल के संबंध में क्या उसे कोई खास जानकारी मिलेगी ? क्या विशाल और उसके दोस्त भौमिक को कातिल और कत्ल के संबंध में कोई जानकारी दे पाएंगे ? यदि हवेली का मालिक शाह आकर भौमिक से मिलता है तो क्या वो पुलिस की कुछ मदद कर पाएगा ? इन सवालों के जवाब मिलेंगे अगले भाग में। तब तक कहानी से जुड़े रहे, सब्सक्राइब करें और अपनी समीक्षा अवश्य दें।