Tanmay - In search of his Mother - 6 in Hindi Thriller by Swati books and stories PDF | Tanmay - In search of his Mother - 6

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Tanmay - In search of his Mother - 6

6.

एक दोस्त

 

रात के नौ बजे  नशे में  धुत अभिमन्यु को मालिनी ने उसकी बिल्डिंग के बाहर  छोड़ दिया І साथ ही  गार्ड को सख्त हिदायत  दी कि  वह  उसे  ध्यान से  उसके फ्लैट  में  छोड़ आए І  पहले तो गार्ड ने अभिमन्यु की हालत को देखकर मुँह बनाया, मगर फ़िर,  उसे उससे  हमदर्दी होने लगी І उसने उसे संभालकर  लिफ्ट में  पहुँचाया और उसके फ्लैट पहुँच गया І तन्मय पहले ही अपने  पापा को लेकर  बहुत परेशान हो रहा था,अब उन्हें इस तरह  देखकर और परेशान हो गयाІ  फ़िर गार्ड के कहने पर उसने उसकी मदद से अपने पापा को उनके  कमरे में पहुँचाया और बेड पर लिटा  दियाІ  अब वह जाते हुए  बोला, "तन्मय बेटा, अपने पापा का ख्याल  रखना І मैं  समझ  सकता हूँ कि उन पर इस समय क्या गुज़र  रहीं  हैं І"  यह कहते हुए वह तन्मय के गालों को सहलाकर वहाँ से चला  गयाІ तन्मय ने नशे में धुत्त पड़े अपने पापा को देखते हुए उनके जूते उतारे और फ़िर  कमरे की लाइट  बंद करके  बाहर  हॉल  में  बिछे सोफ़े  पर आकर लेट  गया І  पापा  पहले कभी इस  तरह  नशे में  नहीं  आए या  शायद  एक  बार आए है І  उसकी आँखों  के सामने  एक बार  बीता  हुआ  कल  हिलोरे मारने  लगाІ 

 

 

10/9/2023

 

नैना  तन्मय के बाल सहला  रहीं  है और वह  उसकी  गोद  में  लेटा हुआ, उसे अपने  स्कूल  की बातें  बता रहा है І 

 

मम्मा, आज  मैंने अपनी क्रिकेट टीम को 90 रनों से जिता  दिया І 

 

वाह ! मेरा बेटा अब कप्तान  बन जायेगा  І

 

उम्मीद तो है पर  विनय के चान्सेस भी बहुत  ज़्यादा  है І 

 

कोई  नहीं बेटा, अच्छा  खेलना  ज़रूरी है І  पोजीशन से कोई  फर्क नहीं  पड़ता І 

 

आप  सही  कह  रहें हो І

 

मम्मा,  कल आपने इतनी  अच्छी  फोटो  खिचंचवाई है, उनका  क्या  करूँगी І मैं  अपने  ब्रैंड  की खुद  मॉडलिंग करने के बारे में  सोच रहीं  हूँ  І

 

ज़रूर करो, वैसे भी आप बहुत  सुन्दर  हो І  मेरे दोस्त कहते हैं कि  आप मेरी बड़ी बहन  लगती  हो І

 

चल  बदमाश  І  तभी घंटी  बजती है और  नैना  हँसते हुए दरवाजा खोलती है और  अभि  को नशे की हालत में  देखकर सकपका  जाती  है, फ़िर  तन्मय को देखकर  कहती है,  बेटा, अपने कमरे में  जाकर  सो  जाओ І  कल  स्कूल भी जाना है І 

 

मम्मा, पापा को क्या  हुआ ?

 

कुछ नहीं, बस  थोड़े बीमार  है І  उसने  अभि  को अपनी बाहों में  सँभालते हुए कहा І  तन्मय उसके ज़वाब से  संतुष्ट नहीं हुआ पर नैना के बार-बार कहने पर वह  अपने कमरे में  चला  गया और उसके  जाते  ही  नैना ने उसे  ख़ुद  से  अलग  धकेलते  हुए कहा,

 

तुम्हें  शर्म नहीं आती  घर में  बढ़ता  बच्चा है और तुम  पीकर  आ गए І

 

तुम्हें  शर्म नहीं आती,  जो  अपने जिस्म की नुमाईश करने पर तुली  हों І 

 

मॉडलिंग करने का मतलब  जिस्म दिखाना नहीं  होता І

 

अब अभि  खुद को सँभालते हुए बोला, " मुझे पता है, यह सब  उस  जतिन की वजह से  हो रहा है І  उसने तुम्हें बलगा दिया हैІ" 

 

मैं कोई बच्ची नहीं हूँ, मैंने ख़ुद  यह  फैसला  लिया है और यह  बहुत  छोटी बात है, मगर  तुमने  इसे  बड़ा इशू बना दिया हैІ 

 

हाँ, मैंने बना दिया हैІ तुमने मेरी कभी कोई  बात नहीं सुनीІ  मैं  एक और बच्चा  चाहता थाІ  मगर तुमने मेरा साथ नहीं  दियाІ  अब भी कुछ  नहीं बिगड़ा, हम   एक बच्चा और  कर सकते हैं І

 

दफा हो जाओ यहाँ  से,  ज़ाहिल  इंसानІ    नैना गुस्से में  पैर  पटकते हुए वहाँ से  चली  गई І  अभि  फर्श पर बैठा  ज़ोर से  चिल्लाया, नैना मैं  उस जतिन को छोड़ूंगा नहींІ  तभी  तन्मय  भागकर आता है और  अपने फर्श पर गिरे पापा को  उठाने लगता हैІ  पापा ! आप  ठीक तो है, आप  दोनों  झगड़ा कर  रहें  थें?

 

नहीं बेटा, मैं  तो  अक्सर तुम्हारी  मम्मी को ऐसे ही  प्यार से  परेशान  करता रहता हूँІ  अच्छा जाओ, सो जाओІ 

 

पापा यह  जतिन अंकल कौन है ?

 

मेरे दोस्त है  और अब तुम्हारी मम्मी के साथ काम भी करते हैंІ  जब मैंने उन्हें  घर बुलाने  के लिए कहा तो तुम्हारी मम्मी ने  मना कर दियाІ  इसलिए इसी बात पर  बात कर रहें थें І  अभि अब अपने  पैरो पर खड़ा  हो गया और तन्मय को प्यार से  पुचकारता हुआ, उसके कमरे में  छोड़  आयाІ 

 

तभी तन्मय के फ़ोन की घंटी बजी और वह वापिस वर्तमान में  आ  गयाІ  तन्मय ने फ़ोन उठा लिया, 

 

हेल्लो  तनु ! कल  का याद है न ?

 

हाँ यार, कल  टीम का सिलेक्शन है І 

 

सुन ! मेरे साथ कल कहीं  चलेगाІ 

 

पर कहाँ ?

 

कल  बताता हूँ І

 

अच्छा कल मिलते हैІ  गुडनाईट  कहकर उसने फ़ोन रख  दियाІ  अब  उसने  जल्दी से  लैपटॉप पर मम्मी की वेबसाइट  खोली और पार्टनर वाले  फ्लैग में से  जतिन का नंबर और पता ख़ोज  लियाІ क्या पता इन अंकल को मेरी मम्मी के बारे में  पता  होंІ इसी  उम्मीद के साथ  उसने  अपनी आँखें बंद  कर लींІ

 

अगले दिन  स्कूल में तन्मय का टीम में  सिलेक्शन हो गया І अब  वह  जोनल इंटर स्कूल  कम्पटीशन में  दूसरे स्कूल के साथ  क्रिकेट का मैच   खेलेंगाІ राघव इस बात से  बहुत  खुश है क्योकि वो भी अच्छा बॉलर है और  उसे भी खेलने का मौका  मिलने वाला हैІ स्कूल के बाद दोनों बस स्टॉप पर बैठे हुए बस का इंतज़ार कर रहें हैंІ राघव से जब रहा नहीं गया तो उसने पूछ ही लिया, अब बताएगा, कहाँ जाना है ?

 

जतिन अंकल से  मिलने, वह मेरी मम्मा  के साथ  काम करते हैंІ

 

उनसे तो पुलिस भी मिली होगी ?

 

पता नहीं, पर मैं  ज़रूर  मिलूँगा І राघव ने उसकी  बात सुनकर कोई ज़वाब नहीं दियाІ फ़िर  दोनों  बस  में  सवार  हो गए और आधे घंटे के बाद  वह दोनों एक बिल्डिंग के बाहर  खड़े हैंІ पहले तो गार्ड ने उन्हें मना किया, मगर जब उन्होंने जतिन का नाम बताया तो उसने उन्हें जाने दियाІ उसका  ऑफिस दसवेँ फ्लोर पर हैІ उसने  रिसेप्शन पर अपने बारे में बताया और उसे वहाँ बैठी एक लड़की ने बैठने के लिए कहाІ थोड़े से  इंतज़ार के बाद  दोनों  को अंदर भेजा गया І तन्मय ने देखा कि  जतिन भी किसी मॉडल से  कम  नहीं लगताІ लम्बा कद, साँवला रंग, आकर्षक  व्यक्तित्व और गठीला शरीरІ राघव ने उसके कान में  फुसफुसाते हुए  कहा, यार ! यह तो बहुत हैंडसम है, इन्हे तो अंकल बोलते हुए भी शर्म आ  रहीं  हैІ

 

उसने दोनों बच्चों  को बड़े प्यार से  बिठाया और कॉल कर उनके लिए फ्रूट ड्रिंक्स लाने के लिए कहाІ

 

नैना ने तुम्हारे बारे में मुझे बताया थाІ पर मैं तुम्हे अपने ऑफिस में  देखकर  बहुत हैरान  हूँІ

 

आपका पता, मैंने  मम्मी की वेबसाइट  से लियाІ अंकल आपको मेरी  मम्मी के बारे में  पता है?

 

पता होता तो तुम्हारी मम्मी तुम्हारे पास होतीІ

 

फ़िर भी कुछ तो पता होगा, अंकलІ तन्मय ने बड़ी मासूमियत से पूछा І तभी  एक लड़का  फ्रूट ड्रिंक लेकर केबिन में  आ गयाІ

 

बेटा, मैं तुम्हारी हालत समझ सकता हूँ पर तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सकता І पुलिस पर भरोसा रखो, वह उन्हें ढूँढ निकालेंगीІ उसने फ्रूट ड्रिंक दोनों  बच्चों  की तरफ़  बढ़ाते  हुए कहाІ तन्मय ने बुझे मन से  ड्रिंक का एक घूंट  पियाІ तभी  जतिन बोल पड़ा, एक बार मालिनी आंटी से  भी पूछ लेतेІ

 

आप उन्हें जानते हैं ?

 

तुम्हारी मम्मी बताती थी कि  तुम्हारे पापा की अच्छी दोस्त हैІ क्या पता उन्हें मालूम हों І

 

पर उन्हें कैसे मालूम  होगा, वह तो  पापा की  अच्छी  दोस्त है न ?

 

उसने गंभीर होते हुए कहा, एक बार पूछने में  क्या जाता हैІ

 

तन्मय ने कुछ सोचा और फ़िर जाने के लिए उठ खड़ा हुआІ

 

ठीक है, अंकल, थैंक्यू, कुछ पता चले तो ज़रूर बतानाІ

 

बिल्कुल बताऊँगा І मैं भी तुम्हारी मम्मी को बहुत मिस करता हूँІ उसने मुस्कुराते हुए ज़वाब  दियाІ

 

उसके केबिन से बाहर  निकलते ही राघव बोला, मुझे यह  हीरो  कुछ ठीक नहीं लगाІІ अंदर केबिन में  बैठे जतिन ने गहरी साँस लेते हुए कहा, बेचारा बच्चा ! हो न हो उस मालिनी और इसके बाप ने नैना के साथ कुछ किया हैІ