Devil se Shadi - 4 in Hindi Love Stories by Simran Vastrakar books and stories PDF | Devil se Shadi - 4

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Devil se Shadi - 4


संजना से शादी करने के सवाल पर, राजवीर का जवाब सुनकर सारे घर वाले सोच में पड़ गये थे कि राजवीर आखिर किससे शादी करने की बात कर रहा है।

सभी गहरी सोच में ही थे कि तभी संजना की आवाज आई, "तुम ये क्या कह रहे हो राजवीर? तुम तो मुझसे प्यार करते हो ना?"

संजना की बात सुन के राजवीर गुस्से में बोला, "तुम्हें मेरा नाम लेने की permission किसने दी?"

संजना लगभग रोते हुए बोली, "लेकिन तुमने खुद मुझसे शादी की बात की थी।"

राजवीर ने गुस्से में जवाब दिया, "ये सब मैंने तुम्हारे बाप के काले कारनामों को सामने लाने के लिए किया था।"

संजना ने रोते हुए पूछा, "लेकिन इसमें मेरी क्या गलती है? तुम मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे हो?"

राजवीर ने अपने दांत पिसते हुए गुस्से से कहा, "तुम्हारी क्या गलती है? तुम्हें क्या लगा था तुम मेरी drink spoil कर दोगी और मुझे पता भी नहींं चलेगा? तुमने ये सब किया क्योंकि मैंने तुमको ऐसा करने दिया। तो अब तुमको अगर मेरे गुस्से से खुद को बचाना है, तो यहां से निकल जाओ।"

राजवीर को इतने गुस्से में देखकर संजना वहां से चुपचाप चली गई।
राजवीर के गुस्से से, घर के भी सभी लोग डर चुके थे।

तभी अर्णव जी बोले, "राजवीर, अगर तुम्हें संजना से शादी नहींं करनी तो तुम किससे शादी करोगे?"

अर्णव जी की बात सुन के राजवीर इश्क़ी की तरफ पलटा और उसकी तरफ चल दिया।

ये देख के इश्क़ी मिशा के कान में फुसफुसाकर बोली, "ये Devil हमारी तरफ क्यों आ रहा है?"

मिशा ने भी Confuse होते हुए कहा, "मुझे क्या पता, मैंने तो आज कुछ भी नहींं किया।"

इश्क़ी और मिशा बात कर ही रहे थे की तभी राजवीर उनके सामने आया और इश्क़ी का हाथ पकड़ के मंडप की तरफ लेकर जाने लगा। घर के सभी लोग ये देख के shock हो गये।

इश्क़ी को भी कुछ समझ नहींं आ रहा था की ये सब हो क्या रहा है। वो तो राजवीर के गुस्से को देखकर कुछ बोल ही नहींं पा रही थी।

तभी दादी जी हिम्मत करके बोली, "राजवीर बेटा ये क्या कर रहे हो?"

राजवीर एक वर्ड में जवाब देते हुए, serious tone में बोला, "शादी।"

राजवीर के इस जवाब को सुनकर सभी घर वाले चुप हो गये क्योंकि राजवीर की बात के पीछे छुपे हुए गुस्से और irritation को सब समझ गए थे।

तभी मिशा अपने मन में बोली, "oh god.. मेरी प्यारी दोस्त की आज बली चढ़ने वाली है। मुझे कुछ तो करना चाहिए…"

मिशा, राजवीर को रोकने के लिए कुछ कहने ही वाली थी ,की तभी दादी ने उसका हाथ पकड़कर ना में सिर हिला दिया।मिशा चुपचाप खड़ी हो गई और राजवीर इश्क़ी को लेकर मंडप में बैठ गया।

राजवीर ने आते ही पंडित जी को मंत्र पढ़ने के लिए कहा और वहीं इश्क़ी अपने मन में बोली, "ये क्या हो रहा है मेरे साथ? मेरी शादी हो रही है, वो भी इस Devil से? नहींं-नहींं, ऐसा नहीं हो सकता मैं जरूर कोई सपना देख रही हूँ।"

इश्क़ी ये सब सोचते हुए मिशा की तरफ देखने लगी, जैसे वो कह रही हो की बचा ले मुझे। लेकिन मिशा ने भी उसकी शक्ल देखकर बेचारों जैसी शक्ल बना ली।

ये देख इश्क़ी समझ चुकी थी की अब कोई इस शादी को नहींं रोक सकता।
तभी इश्क़ी हिम्मत करके राजवीर से बोली, "ये आप क्या कर रहे है Mr. सिंघानिया? मुझे आपसे शादी नहींं करनी।"

इश्क़ी की ये बात सुनकर राजवीर ने उसे गुस्से से घूर के देखा, जिससे इश्क़ी डर के चुप हो गई और उसने अपनी गर्दन नीचे कर ली।

तभी पंडित जी ने दोनों को फेरों के लिए खड़े होने को कहा।

ये सुनते ही राजवीर तुरन्त खड़ा हो गया लेकिन इश्क़ी अपनी जगह से उठी ही नहींं। ये देख राजवीर ने उसका हाथ पकड़कर उसे खड़ा किया और फेरे लेना शुरू कर दिया। इश्क़ी भी धीरे-धीरे अपने कदम बढ़ाते हुए राजवीर के साथ फेरे लेने लगी। सात फेरे खत्म होने के बाद दोनों वापस से अपनी जगह पर बैठ गये।

फेरे पूरे होते ही पंडित जी ने राजवीर को मंगलसूत्र पहनाने को कहा, तो कोमल जी ने आकर राजवीर के हाथों में मंगलसूत्र दे दिया और राजवीर ने वो इश्क़ी को पहना दिया। फिर थोड़ी ही देर में उसने इश्क़ी की मांग में सिंदूर भी भर दिया।

राजवीर के इश्क़ी की मांग में सिंदूर भरते ही पंडित जी बोले, "शादी सम्पन्न हुई, आज से आप लोग पति पत्नी हैं। अब आप दोनों बड़ों का आशीर्वाद ले लीजिए।"

ये सुनकर इश्क़ी होश में आई और फिर खुद से ही बुदबुदाते हुए बोली, "ये मेरे साथ क्या हो गया, मेरी शादी हो गई? वो भी इस Devil से.. मैं कैसे रहूंगी इनके साथ?"

इश्क़ी ये सब सोच ही रहीं थी की तभी राजवीर उसे लेकर दादी के पास गया और उनसे आशीर्वाद लेने लगा।

दादी से आशीर्वाद लेने के बाद, राजवीर और किसी के पास आशीर्वाद लेने नहींं गया। तो ये देखकर अर्णव जी और कोमल जी को काफी बुरा लगा, लेकिन उनको पहले से ही पता था की राजवीर ऐसा ही करेगा।

लेकिन तभी अर्णव जी राजवीर को टोकते हुए बोले, "राजवीर तुम ने इश्क़ी से शादी तो कर ली, ठीक है। लेकिन जिस वजह से की है उसके लिए ये शादी vaild नहींं है। इश्क़ी की उम्र अभी 19 है और लड़कियों की शादी की legal age अब 21 हो गई है। court इस शादी को accept नहींं करेगा और तुम्हारी शादी भी register नहींं हो पाएगी।"

अर्णव जी की बात सुनकर राजवीर serious tone में बोला, "आप इस बात की चिंता मत कीजिए, मैंने वसीयत में अपनी शादी की age 30 से 32 करवा दी है, इसका मतलब इश्क़ी के 21 होने तक का टाइम है हमारे पास। जब इश्क़ी 21 की होगी, शादी तब register हो जाएगी।"

राजवीर ये बात बोलकर सीधे अपने room में चला गया और नीचे खड़े सभी लोग उसे जाते हुए देखते रहे।

तभी कोमल जी इश्क़ी के पास आकर उसे प्यार से आशीर्वाद देते हुए बोली, "बेटा अब इस पवित्र बंधन में बंधी हो तो इसे पूरे दिल से निभाना।"

तभी मिशा भी इश्क़ी के पास आकर बोली, "पवित्र बंधन में या जबर्दस्ती के बंधन में? आप सबने भाई को रोका क्यों नहींं?"

इस पर दादी मिशा को समझाते हुए बोली, "मिशा शांत हो जाओ, अब जो होना था वो हो गया है।"

फिर उन्होंने इश्क़ी से कहा, "इश्क़ी बेटा, राजवीर का तुमने अभी तक सिर्फ गुस्सा ही देखा है। लेकिन मेरा यक़ीन मानों उसके पास बहुत सुंदर दिल भी है, जो बहुत साफ है।"

इस पर इश्क़ी ने कुछ नहींं कहा और वो चुपचाप सब की बातें सुनती रही।

तभी अचानक से मिशा इश्क़ी का हाथ पकड़कर अपने room में लेकर चली गई। room के अंदर जाते ही इश्क़ी रूंआसी आवाज में मिशा से बोली, "पता है, मैं मंडप पर उस दिन को कोस रही थी, जब मैं तुझसे मिली.."

मिशा, इश्क़ी की बात सुनकर हैरान होते हुए बोली, "अब इसमें मेरी क्या गलती है?"

इश्क़ी ने कहा, "गलती तो मेरी भी नहींं थी ना मिशा।"

मिशा ने फिर से पूछा, "तो तूने कुछ बोला क्यों नहींं?"

इश्क़ी ने जवाब देते हुए कहा, "बोला तो था लेकिन उन्होंने ऐसे गुस्से से मुझे घूर के देखा की मैं चुप हो गई।"

इस पर मिशा निराश होकर बोली, "हां तो चुप होने का नतीजा देख ले, अब तू उनकी पत्नी बन गई है।"

तभी उनके room में, कोमल जी अन्दर आते हुए बोली, "इश्क़ी बेटा तुम अब इस room में नहींं रहोगी, बल्कि राजवीर के room में रहोगी।"

इश्क़ी ने जैसे ही ये बात सुनी तो वो तुरत चिल्लाते हुए बोली, "बिल्कुल भी नहींं आंटी, आप मुझे उस Devil के पास रहने को कैसे कह सकती है? आप तो जानती है जब वो घर आते थे तो मैं डर के मारे room से ही बाहर नहींं निकलती थी, तो मैं उनके room में कैसे रहूंगी? नहींं.. नहींं..! मैं नहींं जाऊंगी यहां से।"

तो मिशा भी उसका साथ देते हुए बोली, "हां मां ये कैसे रहेगी भाई के साथ?"

तभी रूही भी room आते हुए बोली, "इश्क़ी अगर तुम भाई के room में नहींं गई, तो हो सकता है की भाई गुस्से में तुम्हें लेने यहां ही आ जाए।"

इस पर इश्क़ी घबराते हुए बोली, "ये आप क्या कह रही है दी.. शुभ-शुभ बोलिए।"

तो रूही ने तुरन्त इश्क़ी का हाथ अपने हाथ में पकड़ते हुए कहा, "तो तुम शुभ-शुभ करो और चलो हमारे साथ"

इस पर मिशा इश्क़ी की तरफ देखते हुए बोली, "चली जा इश्क़ी, कही ऐसा ना हो की भाई गुस्सा हो जाए।"

इश्क़ी ने कुछ सोचकर धीरे से कहा, "ठीक है, मैं अपने कपड़े ले लेती हूँ।"

इश्क़ी ने अपनी नाइट ड्रेस ली और कोमल जी के साथ राजवीर के room की तरफ चली गई।

क्या होगा जब इश्क़ी जाएगी राजवीर के कमरे में?
क्या होगा अंजाम इश्क़ी और राजवीर की इस शादी का?
क्या इश्क़ी रह पायेगी राजवीर के साथ एक कमरे में?

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