Contract Marriage - 14 in Hindi Love Stories by Mini books and stories PDF | कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 14

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कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 14



अक्षा अपने कानों से इयर प्लग निकाली तो कानों में मधुर संगीत सुनाई दिया उसके रोम रोम खड़े हुए साथ ही उसके कान उसे और सुनने को उत्सुक हुई तो वो अपने पैरों को रोक नहीं पाई और कमरे से निकल कर सीढ़ियां उतरी उस मधुर संगीत की दिशा में वो एक कमरे के दरवाजे पर ठहर गई और देखने लगी , कमरे में रणविजय प्यानो बजा रहा था ,अक्षा बिना अनुमति के अंदर आई और चुपचाप संगीत सुनते रणविजय के पीछे आकर खड़ी हुई...

रणविजय ने जब प्यानों बजाना बंद किया और घूमने वाली चेयर से वो पीछे मुड़ा तो सामने अक्षा को देखा वो सरप्राइज़ हुआ, रणविजय जब खड़े हुआ तो अक्षा का ध्यान हटा और बिल्कुल पास रणविजय को देखा वो झेंप गई शर्म से और पीछे कदम लिया फिर नीचे आंखें झुका कर बोली ,"सॉरी ...और जाने के लिए मुड़ी तो..

रणविजय नॉर्मल ही खड़ा था बस वो अक्षा को देख रहा था और हल्के मुस्कुरा कर कहा,"सॉरी क्यों .. मुझे तुम्हारे दादा के जैसे संगीत का ज्ञान नहीं बस एक हॉबी है जब मन शांति चाहता है तो इस कमरे में आकर प्यानों बजा देता हुं ...

अक्षा वापस मुड़ी और सौम्यता से बोली,"आप बहुत अच्छा प्यानों बजा लेते हैं ..!!

रणविजय ने कहा मुस्कुराते हुए,"थैंक्स ...तभी दरवाजे पर डिसूजा ने दस्तक दी और दरवाजा नॉक किया...

अक्षा सामने दरवाजा को देखने मुड़ी तो टोनी था ...

रणविजय ने कहा डिसूजा को देखकर ,"क्या काम है..??

टोनी डिसूजा ने कहा,"सर डिनर रेडी है क्या डायनिंग टेबल पर लगा दूं..!!

रणविजय ने कहा,"हां..जाओ जल्दी मुझे भूख लग रही है , चलिए मिस अक्षा डिनर करने चले..!!

वो दोनों कमरे से बाहर निकलने लगे और डायनिंग एरिया कि ओर जाते हुए अक्षा ने थोड़ी हिम्मत करके बोली,"मिस्टर रावत आप मुझे सिर्फ अक्षा कहे तो मुझे खुशी होगी मिस लगा देने से नाम बहुत लंबा लगता है ..!!

रणविजय ने मुस्कुरा दिया और डायनिंग टेबल के पास आकर अपने लिए चेयर खिसकाकर बैठते हुए बोला," ठीक है आज से मैं तुम्हें अक्षा ही बोलूंगा ...उसी समय टोनी अपने हेल्परों के साथ ट्रॉली पर खाने के लिए प्लेट और खाना रखें बाउल लेकर आया और रणविजय के साथ अक्षा को खाना सर्व किया दोनों खाना खाते तक बात नहीं किया फिर कुछ देर बाद रणविजय ने कहा," मैंने सुना कि आज मेरे पैरेंट्स आए थे घर ,तुम मिले उनसे ...??

अक्षा ने कहा झिझकते हुए,"हां ..पर वो मैं..

रणविजय ने पूछा,"उसने पूछा नहीं तुम कौन इस घर में कैसे हो..??

अक्षा बुरी तरह झिझक रही थी फिर उसने आंखें नीची किए बोली ," मैंने अपना परिचय नहीं दिया वो मेड मेरे पास खड़ी थी तो उन लोगों को लगा मैं भी इसी काम से इस घर पर हुं..!!

रणविजय ने कहा ,"मतलब तुम्हारी
परिचय क्या एक मेड की थी ,अक्षा तुम्हें सच बताना था कि तुम मुझसे शादी करके आई हो और पत्नी की हैसियत से हो ..!!

अक्षा ने भौंहें चढ़ाकर कहा रणविजय को देखकर,"नहीं.. मैं ऐसा कुछ नहीं चाहती , मैं पहले भी शादी के लिए तैयार नहीं थी मैंने सिर्फ दादा जी के लिए किया उसे खुश देखने के लिए , मुझे शादी पर कोई ट्रस्ट नहीं मैं अपने पैर पर खड़े होना चाहती हुं और दादा जी कि तरह अपना नाम कमाना चाहती हुं इसलिए मैंने दादा जी के शादी करने कि ज़ोर देने पर कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज के लिए तैयार हुई ..!!

रणविजय ने चुपचाप होकर सुन रहा था फिर जब अक्षा का बकबक बंद हुआ तो बोले,"अच्छा ठीक है ,तुम पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है शादी को लेकर तुम जैसा चाहती हो वैसे ही होगा ,सुनो मैं कल सिंगापुर जा रहा हुं बिजनेस मीटिंग के लिए दो दिन लग जाएंगे तुम्हें कुछ चाहिए वहां से ,उसने प्यार से पूछा..??

अक्षा ने कहा बिना किसी भाव के ,"नो थैंक्स .. कुछ भी चीज कि जरूरत नहीं है , फिर वो बोली,"मेरा खाना हो गया है , और टीश्यू पेपर लिया हाथ पोछते उठी और फिर विश किया ,"गुड नाईट मिस्टर रावत ,वो वापस सीढ़ियां चढ़ते ऊपर गई ..!!

रणविजय अक्षा को देखता रहा और मन में बोला,"अच्छा लगा तुम्हारे सोचने के अंदाज से कि इस दुनिया में तुम्हारी जैसी इंसान भी है जिसमें कोई स्वार्थ नहीं वरना मुझे अभी तक स्वार्थ में डूबा ही इंसान मिला है ..!!

अगली सुबह...

रणविजय सुबह पांच बजे उठा और अपने घर के वर्क आउट कमरे में जाकर वर्क आउट स्टार्ट किया फिर योगा उसके बाद वो फ्रेश हुआ और नीचे ब्रेकफास्ट के लिए आया ,पर अक्षा लेट थी उसे ऑफिस जल्दी जाना था कुछ पेपर वर्क करने के बाद वो सिंगापुर के लिए फ्लाइट लेना था इसलिए वो अक्षा का बिना इंतजार किए ब्रेकफास्ट खत्म किया और टोनी डिसूजा से कहा,"टोनी मेरे बैग पैक करके रखना सिराज आएगा उसे बैग दे देना ,वो बोलकर टिश्यू पेपर लिया हाथ पोंछा फिर चेयर खिसकाकर उठा और अपने स्टडी कमरे की तरफ बढ़ गया... फिर कुछ मिनट में वो ऑफिस निकल गया....!!
अक्षा की आदत थी सुबह उठकर योगा करने कि उसने एक योगा सीट लिया और बालकनी पर ठंडी हवा वा ताजी हवा में योगा शुरू किया फिर अपने रूटिन काम के बाद नाश्ता करने नीचे आई तो डायनिंग टेबल पर कोई नहीं था फिर उसने पूछा ,"टोनी जी मिस्टर रावत कहां है..??

टोनी ने जवाब में कहा," जी मैम वो तो निकल गये ऑफिस..

अक्षा ने आश्चर्य से पूछा,"क्या इतनी जल्दी , नाश्ता भी किया..!!

टोनी अक्षा के सरप्राइज़ पर मुस्कान देकर कहा,"हां..सर ने ब्रेकफास्ट कर लिया है और सर ऐसे ही चले जाते हैं उसने हर काम का समय तय किया है और उसे फ़ॉलो करते हैं , और आज उसे सिंगापुर जाना भी है...

अक्षा ने सोचा ,"हां .. बड़े लो बड़ी बातें ..

कहानी जारी है..


जय श्री कृष्णना 🙏🙏