MIKHAIL: A SUSPENSE - 27 in Hindi Fiction Stories by Hussain Chauhan books and stories PDF | मिखाइल: एक रहस्य - 27 - प्लान बी

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मिखाइल: एक रहस्य - 27 - प्लान बी


अरबो रुपए का मालिक बनने के बाद भी फ्रेडी को जीवन मे वो शांति कभी नही मिली जो उसे बचपन मे उसके शहर लेनोक्स में मिलती थी और आज भी कभी-कभी उसी शांति की तलाश में वो शिकागो से लेनोक्स चला जाता था और आज भी वो लेनोक्स ही आया हुवा था उसी शांति की तलाश में और उसके साथ साथ अपने बिज़नेस की मीटिंग के सिलसिले में लेकिन उस दिन फ्रेडी को नही पता था जिस शांति की तलाश में वो आया था वो शांति तो उसको जीवन मे मिलने से रही लेकिन जितनी भी उसके जीवनमे शांति थी वो भी अब छीन जाने वाली थी। जब वो लेनोक्स में अपनी मीटिंग कर रहा था तभी शिकागो में किसी ने उसकी बीवी की हत्या कर दी।

जब फ्रेडी को अपनी बीवी की हत्या के बारे में पता चला तब वो अपना सारा काम छोड़कर शिकागो के लिये निकल पड़ा लेकिन अब बहुत देर हो चुकी थी। जब वो घर पर पहुंचा तो उसने देखा कि, उसकी बीवी को स्ट्रेचर पर उसकी बॉडी पर एक सफेद कपड़ा डाल कर एम्बुलेंस की ओर ले जाया जा रहा था और वो सफेद कपडा उसके सर के आगे के हिस्से से लाल हो चुका था। उसे पता चल चुका था कि उसकी बीवी को सर पर वार कर के मारा गया था लेकिन आखिरकार क्यो? किसने किया होगा? उसकी बीवी ने आखिर किसीका क्या बिगाड़ा था? वगेरह जैसे सवाल फ्रेडी के मन मे उभरने लगे लेकिन अब यह सोचने के लिये वक़्त ही वक़्त था।

भारी पैरो के साथ जब वह बरामदे में दाखिल हुआ तो उसने एक बॉडी लाइन ड्रा करी हुई देखी। यही वो जगह थी जहां पर उसकी बीवी ने आखिरी सांसें ली होगी।

"मिस्टर फ्रेडी, आई एम वेरी सॉरी फ़ॉर योर लॉस।" केस की छानबीन कर रहे अफसर ने फ्रेडी से सहानुभूति दिखाते हुवे बात-चीत करना शुरू क़िया।

"डू यु हेव एनी डाउट ऑन समवन?" फ्रेडी के कंधे पर हाथ रखकर उसने पूछा जिसका जवाब सिर्फ ना में सर को हिलाते हुवे फ्रेडी ने दिया।

"योर वाइफ हेस बिन किल्ड बाय धिस रिंच।" जिसमे सबूत इकठ्ठे किये जाते है वैसी प्लास्टिक की बेग में रखे हुवे रिंच को मिस्टर फ्रेडी को दिखाते हुवे उस अफसर ने कहा जिस पर अभी भी फ्रेडी की वाइफ का खून लगा हुआ था।

"एंड वी हेव फाउंड अ वॉलेट फ्रॉम योर होम एंड धिस फ़ोटो फ्रॉम डेट वॉलेट। डू यु क्नॉ धिस गाय?" इससे पहले के उस रिंच को देखकर फ्रेडी कोई प्रतिकिया दे पाता छानबीन कर रहे अफसर ने एक और सबूत मिस्टर फ्रेडी को दिखाते हुवे पूछा।

"आवर सर इज़ नॉट इन करेक्ट स्टेट ऑफ माइंड टू टेल यु एनीथिंग राइट नाउ, प्लीज़ लिव हिम अलोन, एट लिस्ट ट्राई टू अंडरस्टैंड डेट ही हेज़ लोस्टेड हिज़ वाइफ।" फ्रेडी के सेक्रेटरी ने फ्रेडी को संभालते हुवे अफसर को जवाब दिया।

"ओके, ओके मैन! बी कूल, आल आई एम डूइंग इज़ माय डयूटी। सी यू टुमारो मिस्टर फ़्रेड्डी एंड वन्स अगेन आई एम वेरी सॉरी फ़ॉर योर वाइफ।" इतना कहते हुवे वो अफसर आगे बढ़ गया लेकिन उसे कोई फर्क नही पड़ता था कि किसी का मर्डर हो गया है, या किसीने अपना कोई अज़ीज़ खो दिया है, क्योकि, उसके लिए अब यह सब रोज़ का था। अब उसके लिए यह सब एक काम से बढ़कर कुछ नही था।

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वो हर रोज़ ट्विस्टर पर भारत मे पॉलिटिक्स में हो रहे खबरों की जानकारी रखता था, लेकिन जिस जानकारी पाने की उसे उम्मीद थी वो जानकारी उसे नही मिल रही थी। जिस तरह उसने सब प्लान किया था उस तरह से कम नही बना। प्लान A फैल हो चुका था, अब उसको प्लान B को शुरू करना था। उसने सोचा था कि, पीपल्स पार्टी जो पिछले 15 सालों से गुज़रात में सत्ता पर थी और जो राज्य उस पार्टी का एक अजेय दुर्ग था और तो और वहां के मुख्यमंत्री के चुनावी क्षेत्र के पास इस तरह का ख़त और पेन ड्राइव सबूत के तौर पर छोड़ भारत के राजकरण में एक खलबली सी मच जाएगी। लेकिन ऐसा कुछ हुआ ही नही। रविकुमार ने जो जानकारी उसे करप्ट अफसर महेंद्र सिंह से मिली थी उसको अपने तक ही सीमित रखा। आख़िर रविकुमार ने यह सनसनीखेज जानकारी क्यो साझा नही की? क्या वो कोई राजकीय लाभ पाने की फिरकमे था? शायद यही कारण था कि, उसने इतनी संवेदनशील जानकारी साझा नही की, खैर कोई नही उसने प्लान B शुरू कर दिया।

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"प्लीज़ अंकल, बताइये न मेरे पापा के बारे में?" छोटे से जोनाथन ने रोबर्ट का हाथ हिलाते हुवे आग्रह किया।

"अभी तुम्हारी उम्र पढ़ाई करने की है, जाओ जाकर पढ़ाई करो और खेलो, जब सही वक्त आएगा मैं सामने से तुम्हे तुम्हारे पिता के बारे में बता दूंगा।" फिर एक बार रोबर्ट ने जोनाथन के सवाल को टालते हुवे कहा।

"लेकिन वो सही वक्त कब आयेगा, अंकल रोबर्ट?" उसकी आंखों में आंसुओ की धाराएं तेज़ होने लगी थी, ऐसा लग रहा था मानो अभी आंसुओ का सैलाब आ जाएगा।

"आपको पता है सब लोग मुझे क्या कहकर चिढ़ाते है? सब कहते है कि, मेरा बाप लूज़र है। आपको पता है मेरे पिता के बारे में तो बताइए न! ताकि, मैं उन सब को बता सकूँ की मेरे पिता लूज़र नही थे।" वह बस इतना ही बोल सका और फ़िर ज़ोरो से रो पड़ा।

रोबर्ट जोनाथन की हालत समझ सकता था, एक बिना मा-बाप के बच्चे पर उस वक़्त क्या बीत रही थी वो अच्छी तरह समझ सकता था क्योंकि, आखिरकार वो भी तो एक बच्चे का बाप था।

"रोओ मत जोनाथन, तुम्हारे पिता एक बड़े ही अच्छे आदमी थे, हर पल हो सके उतनी दुसरो की मदद करते थे।" उसने जोनाथन को गले लगाते हुवे कहा।

"और चिंता मत करो जब तुम बड़े हो जाओगे तब मैं तुम्हे तुम्हारे पिता के बारे में सब कुछ बता दूंगा।" जोनाथन जब संभल गया तब उसको अपनेआप से अलग करते हुवे रोबर्ट ने कहा।

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