Pyar ki Arziya - 9 in Hindi Women Focused by Mini books and stories PDF | प्यार की अर्जियां - भाग 9

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प्यार की अर्जियां - भाग 9

मैंने फिर उस लड़के को पूछा ,"आप कौन और कन्या से कैसे बात कर रहे हो.....??

उसने अब हिन्दी में बोला गुस्से से मुझे देखकर कहा , "तुम कौन इसके बॉयफ्रेंड हो मुझसे क्वेश्चन कर रहे हो,,उसने कहा, मैं कन्या का होने वाला मंगेतर हुं हम दोनों की कल्याणमल करने की बात हो रही है तुम बीच में मत आओ ,समझे तुम..!!

मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं आया मंगेतर वाली बात सुनकर ,, फिर

तभी कन्या की फ्रेंड आते हुए बोली ,"मंगेतर हुए नहीं हो और अभी सिर्फ शादी की बात हो रही है तय नहीं हुई और कन्या तुम्हारे ज़िद करने पर यहां बात करने आई है , और एक बात कन्या से इतने ऊंचे स्वर में बोलने का हक किसने दिया है तुम्हें, अभी तो बात हुई भर और तुम अभी से दादागिरी कर रहे हो कन्या के ऊपर... गुस्से से एक साथ बोलती है फिर कन्या को अपने बाहो का सहारा देती खड़े होती है कन्या के पास,,,!!

उसकी बात सुनकर मुझे अच्छा लगा,,,,

फिर वो लड़का फोन पर कुछ कुछ बोलने लगा और फिर गुस्से में अपने लैंग्वेज में कन्या के तरफ उंगली दिखाकर ,और वहां से चला गया ,,!!

कन्या चुप थी वो कुछ बोली नहीं बस उसे देख रही थी और मैं कन्या को देख रहा था...!!

फिर कन्या के फ्रेंड मुस्कुराते हुए मुझे हेलो किया और अपना परिचय दिया ,"मैं मिहिका शेट्टी कन्या की बहन यानि बुआ की बेटी और हम सब साथ रहते हैं ,

फिर मैंने अपना परिचय दे ही रहा था कि वो बोली : "जी मैं आपको जानती हुं आप मेरे मामा जी के पहचान वाले हो वो बैंक ऑफिसर , संदीप रंधावा ,, मुस्कुराते हुए..!!

मैंने उसके बात पर हामी भरी , कन्या हम दोनों को देखते चुप खड़ी थी , फिर मैंने कन्या से कहा ,,"आप भी कुछ बोल दो ,,??

मिहिका ने कहा : " संदीप जी कन्या किसी से ज्यादा बात नहीं करती ...!!

मैंने पूछा क्यों ....??

मिहिका : "क्योकि उसे ज्यादा बात करना पसंद नहीं है,और देखो ना इसके लिए कितने रिश्ते आ रहे हैं,, और ये ,, फिर कन्या चलने के लिए इशारा करती मिहिका को ... अच्छा अब चलते हैं बोलकर दोनों चली गई...!!

मैं उन लोगों को जाते देखता रहा ,और जहां मुझे कन्या ने छुआ था उस जगह को मैंने भी छुआ ....उस दिन के बाद से मेरे मन में कन्या के लिए फिलिंग जागने लगी और वो दो इंसिडेंट पहले मेरी जूठी कॉफी गलती से पी ली थी वो और रेस्टोरेंट में विश्वास से मेरे पीछे खड़ी हुई मुझे छुते हुए ,, याद आने लगी ,,अब कन्या को देखने का मन करता लेकिन समय ही नहीं मिलता जाने को उसके घर,,मेरी बेचैनी बढ़ रही थी उसकी शादी किसी और से ना हो जाए ,, मिहिका ने बताया था कि उसकी रिश्ते आ रहे है.....!!


"मैं एक पार्टी में गया वहां मिस्टर कृष्णकांत कुमावत जी दिखे फिर मैंने सोचा आसपास कन्या भी होगी और देखने लगा लेकिन वो कहीं नहीं दिखी,, मेरे मन में जो हलचल थी वो मिस्टर कृष्णकांत कुमावत को बोलने का मन किया और मैं सीधे सॉफ्ट ड्रिंक का गिलास लिए उनके पास गया, वह अपने दोस्तों के साथ बातें करते बिजी थे,, मुझे देख कर उसने मुस्कुराते हुए हेलो बोल कर मुझे अपने दोस्तों के साथ ज्वाइन किया......

" फिर कुछ देर बाद उनके दोस्त हम दोनों को छोड़कर जाने लगे,, फिर मैं और मिस्टर कुमावत ही थे मेरे मन में झिझक था कि मैं कैसे उनसे बात करूं फिर भी मुझे बात तो करना था,, मौके की नज़ाकत समझते हुए, उनसे मैंने बात किया, "सर मुझे आपसे कुछ बात करनी है...

कृष्णकांत कुमावत जी ने कहा : " हां.. हां बोलो संदीप क्या बात है....??

मैंने झिझकते हुए कहा,"सर जी आप बुरा ना माने तो,, मैं कन्या को पसंद करता हूं , मैं उससे शादी करना चाहता हूं अगर आपकी सहमति हो तो......

कृष्णकांत कुमावत जी अब मेरे आंखों और चेहरे को पढ़ने लगे उसके चेहरे के भाव मुझे समझ नहीं आ रहा था .....
संदीप : "सर मैं कन्या को पसंद करता हूं, उससे शादी करना चाहता हूं... इसका जवाब सुनने के लिए मैं उत्सुकता से कृष्णकांत जी के तरफ देखने लगा....!!

कृष्णकांत जी "अब मेरी ओर देखने लगा उसके चेहरे का एक्सप्रेशन मुझे समझ नहीं आ रहा था उसका जवाब क्या था, मैंने अपनी बात दोहराई "क्या हुआ सर आपकी जवाब क्या है...??

कृष्णकांत जी : "क्या कन्या भी आपको पसंद करती हैं ..??

मैंने जवाब दिया : "ये मुझे नहीं पता , मैं इतना जानता हूं कि मैं कन्या को बहुत पसंद करता हूं और उससे शादी करना चाहता हूं...!!

कृष्णकांत जी : "ओके मैं कल ही कन्या से बात करता हूं इसके बारे में ..!!

तभी मुझे कन्या अपनी बहन मिहिका के साथ पार्टी में दिखाई दिया आज भी सलवार शूट लाइट कलर की पहनी थी और आज मैंने उसे मुस्कुराते हुए देखा ,,मैं तो उसे देख रहा था पूरे ध्यान से और कृष्णकांत जी मुझे और कन्या को देख रहे थे....!!!!

दूसरे दिन सुबह...

सुबह सुबह नाश्ते के समय बेबे का फोन आया और बोली

बेबे : "संदीप पुत्तर आप छेती आ जाओ मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं है ..!!

मैंने पूछा: "क्या हुआ बेबे आप ठीक तो है डॉक्टर को दिखाया की नहीं...??

बेबे : "अहो जी डॉक्टर को दिखाया उसने कहा अपने पुत्तर को बुला लो जी इस वास्ते फोन कि हुं तेनू बुलाने के लिए तू छेती से छेती आजा अब फोन रखती हुं ज्यादा बात नहीं कर सकती मैं फोन पर और फोन काट दिया,,

मैं तो बिल्कुल ही डर गया अच्छी खासी थी बेबे अचानक क्या हुआ ,बात भी पूरी नहीं किया वैसे भी आजकल किसको क्या हो जाए पता ही नहीं चलता सोचकर मैंने कल का एयर टिकट कर लिया जल्दी बोली आने की तो ...!!


क्रमशः .........

(प्लीज़ कमेंट्स ज़रूर कीजिएगा..🙏)