एक बार की बात है, एक गांव में एक पुराना हावभाव से भरा हुआ मकान था। यह मकान बहुत ही डरावना और भूतिया माना जाता था। कहानी के मुताबिक, इस मकान में एक भूत रहता था, जो रात में उठकर लोगों को परेशान करता था।
एक दिन, एक साहसी युवक ने सोचा कि उसे इस मकान की सच्चाई पता करनी चाहिए। वह रात को मकान के पास पहुंचा और देखा कि सभी लोग डर के मारे हुए हैं, क्योंकि कहीं-न-कहीं से भूत की हंसी सुनाई दे रही थी।
उसने सोचा, "मुझे इसका सच जानना होगा।" वह बड़े ही साहसपूर्ण ढंग से मकान में घुस गया। अप्रत्याशित रूप से, वह भूत को देखा और उसने उससे पूछा, "तुम कौन हो? क्या तुम सचमुच एक भूत हो?"
भूत ने उसे देखा और उसे हंसते हुए कहा, "हाँ, मैं एक भूत हूँ। मैं यहां सिर्फ मज़ाक के लिए हूँ।"
युवक को बहुत हैरानी हुई, क्योंकि उसने सोचा था कि भूत सिर्फ कहानियों में होते हैं, लेकिन यहां कोई सचमुची कहानी की तरह नहीं हो सकता।
भूत ने उसे बताया, "मैं एक अद्भुत और मनोरंजक भूत हूँ। मेरा मकसद सिर्फ लोगों को डराना है। मुझे यह बहुत मज़ा आता है जब लोग मेरी हंसी सुनते हैं और डर के मारे हुए होते हैं।"
युवक ने सोचा, "यह तो काफी अनोखी बात है।" फिर उसने भूत से पूछा, "क्या मुझे भी तुम्हारी हंसी सुनने का मौका मिल सकता है?"
भूत ने हंसते हुए कहा, "जरूर, मुझे भी कुछ मनोरंजन की ज़रूरत है।"
उसने युवक को मकान का दरवाजा खोलने के लिए कहा और उसे अपनी हंसी सुनाई। युवक बहुत डर गया और वहां से भागने की कोशिश करने लगा।
भूत हंसते हुए उसे पीछे से पकड़ लिया और कहा, "मैंने कहा था कि मैं लोगों को डराने के लिए हूँ। तुम्हारा मनोरंजन मेरे लिए बहुत मज़ेदार रहा।"
युवक ने माफी मांगी और कहा, "मुझे माफ कर दो, मैंने तुम्हारी हंसी को गलत समझा।"
भूत ने हंसते हुए कहा, "कोई बात नहीं, मैं तो सिर्फ मज़ाक कर रहा था।"
इसके बाद से, युवक ने भूत को अपना दोस्त मान लिया और उनकी हंसी का मज़ा लेने लगा। मकान के सभी लोगों ने भी उनकी दोस्ती को स्वीकार किया और उन्हें स्वागत किया।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें एक व्यक्ति को सिर्फ उसके बाहरी रूप से नहीं, बल्क उसकी सच्चाई को समझना चाहिए। हमेशा एक व्यक्ति को उसके मन के मज़ाक को समझने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि हमेशा कुछ अनूठा होता है।
कहानी नम्बर 2
एक गांव में एक शैतान बसने आया। वह अपनी भयानक शक्तियों के कारण लोगों को डराने लगा। वह हर रात किसी न किसी को परेशान करता, उनके सपनों में घुस जाता और उन्हें भयभीत करता।
लोग डर के मारे हर दिन अपने घरों में बंद होकर सोते, क्योंकि शैतान का सामना करना किसी के लिए आसान नहीं था। पूरे गांव में माहौल मनहूस हो गया था।
एक दिन, एक पुरानी महिला गांव में आई। उसकी समझ में नहीं आता था कि लोगों को क्या हो रहा है। उसने एक युवक को पूछा, "ये सब क्या हो रहा है? क्यों लोग इतना डर रहे हैं?"
युवक ने कहा, "एक शैतान आया हुआ है, जो हमें परेशान कर रहा है। वह हमारे सपनों में घुस जाता है और हमें डराता है।"
महिला मुस्कराई और कहा, "अच्छा, मुझे उसे मिलना है।"
लोग चकित हो गए और कहने लगे, "क्या? आप उस शैतान से मिलना चाहती हैं? क्या आप पागल हो गई हैं?"
महिला मुस्कराई और कहा, "जी हां, मुझे उसे मिलना है। मुझे पता चलना है कि वह इतना खतरनाक क्यों है और क्या उसकी सच्चाई है।"
लोग उसे रोकने की कोशिश करने लगे, लेकिन महिला अपनी बात पर अड़ी रही।
वह शैतान के पास पहुंची और उससे मिलने की इच्छा जताई। शैतान हंसा और कहा, "तू क्या मुझसे मिलना चाहती है?"
महिला ने कहा, "हां, मुझे तुम्हारी सच्चाई जाननी है। क्या तुम सचमुच में इतना खतरनाक हो?"
शैतान मुस्कराया और कहा, "नहीं, मैं वास्तव में इतना खतरनाक नहीं हूँ। मैं सिर्फ लोगों को डराने के लिए यहां आया हूँ। मुझे अकेलेपन से खेलना पसंद है।"
महिला हैरान हो गई और कहा, "अच्छा, तो फिर तुम लोगों को डराने की जगह, उन्हें हंसाने का प्रयास कर सकते हो।"
शैतान चिंतित हो गया और सोचने लगा। उसने कहा, "तुम सही कह रही हो। मैं लोगों को डराने की जगह, उन्हें हंसाने का प्रयास कर सकता हूँ।"
महिला की सलाह पर, शैतान अपनी भयानकता की जगह, मज़ाक करने लगा। वह लोगों को हंसाने लगा, उनके मनोरंजन के प्रयास करने लगा।
लोग हैरान हो गए और अपने डर को भूल गए। शैतान के मज़ाक करने के बाद, उन्हें उसकी सच्चाई समझ में आई। वह एक आम इंसान की तरह मज़ाक करने वाला व्यक्ति था, जो सिर्फ लोगों को हंसाने के लिए यहां आया था।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हमें सिर्फ एक व्यक्ति को उसके बाहरी रूप से नहीं, बल्क उसकी सच्चाई को समझना चाहिए। हमेशा किसी को समझने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि हमेशा कुछ अनूठा होता है।