अध्याय 9
---"कहाँ है रितु? "---
रात का समय
एक बहुत ही छोटे से गाँव के पास जंगल में टाइम मशीन आकर गिरी
दरवाजा खुलता है, आदित्य और रितु बाहर आते हैं
आदित्य- हम.. हमने... पापा को वहाँ उस शैतान के साथ मरने के लिए अकेला छोड़ दिया
रितु- तुम चिंता मत करो वो इतनी आसानी से खत्म होने वाले नहीं हैं और लारा भी तो थी वहाँ वो किसी ना किसी तरह जरूर बच गऐ होंगें
आदित्य- लेकिन पुरी लैब में आग लग गयी थी और दरवाजा भी बंद हो गया था...
रितु काफी देर तक उसे समझाती है फिर वह 1-2 घंटे वहीं पर चुपचाप बैठे रहते हैं
उन दोनों को अब भूख लग रही थी तो वे दोनों हल्की हल्की रोशनी की तरफ चल दिए
वहाँ उन्हें कुछ झोंपड़ियाँ मिलीं वहाँ एक झोंपड़ी थी जहाँ लोग अभी भी जाग रहे थे उन दोनों ने वहाँ जाने की सोची
रितु- हैलो! हमें थोड़ी सी मदद चाहिए थी
एक औरत उनके पास आती है और कहती है "आप दोनों कौन हैं और इस समय यहाँ कर रहे हैं"
रितु- मेरा नाम रितु है और ये आदित्य है, हमें बहुत भूख लगी थी और यहाँ रोशनी दिखी तो यहाँ आ गये
औरत- मेरा नाम राधा है आइए मैं आपके लिए भोजन बना देती हूँ
वह औरत उन दोनों को अंदर लेकर जाती है और खाना बनाने की तैयारी करने लगती है
रितु- यहाँ आपके साथ और कौन कौन रहते हैं?
राधा- मैं, मेरे पति और मेरा 4 वर्ष का बेटा, मेरे बेटे को कई दिनों से बुखार आया हुआ है इसलिए उसे वहाँ सुलाया हुआ है (रोने लगती है) वो ठीक ही नहीं हो रहा, इस बात को लेकर मेरे पति और मेरे बीच झगङा हो गया, मैं जानती हूँ कि वे अब और कुछ नहीं कर सकते लेकिन मैं अपने बच्चे को मरते हुए कैसे देख सकती हूँ.. वे थक हार कर कब से बाहर ही बैठें हैं
रितु- तो.. इसीलिए आप दोनों अभी भी जाग रहें हैं
रितु और आदित्य दोनों उस बच्चे को जाकर देखते हैं उसका पुरा शरीर बुखार से तप रहा था
आदित्य उसके सिर पर हाथ रखता है और ध्यान केंद्रित करने लगता है उस बच्चे के बुखार को एंजल्स हार्ट अपने अंदर ले लेता है
वे दोनों वापस आ कर बैठ जाते हैं, राधा उन्हें रोटी और सांगरी की सब्जी खाने को देती है
रितु-(नूडल्स...??)
वे खाने लगते हैं. , अरे वाह!! मैंने ऐसा कुछ पहले कभी नहीं खाया.. -रितु कहती है
तभी वह बच्चा उठ कर बैठ जाता है
राधा आश्चर्यचकित हो जाती है वह दौङ कर अपने बच्चे को गले से लगा लेती है वह उसका बुखार देखती है वह उतर चुका था, अब उसके खुशी के आंसू नहीं थम रहे थे
वह बाहर जाती है और कहती है "सुनिए हमारा बच्चा ठीक हो गया"
उसका पति यह सुनकर जल्दी से अंदर आता है और बच्चे को अपनी गोद में ले लेता है...
कुछ दिन बीत जाते हैं
अब रितु और आदित्य वहीं उनके साथ ही उसी गाँव में रहने लगते हैं लेकिन उन्हें झूठ बोलना पङा कि वे पति पत्नी हैं क्योंकि वे जान गये थे कि यहाँ वी आर फ्रेंड्स तो चलेगा नहीं
रितु हमेशा शहर में ही रही थी लेकिन उसे गाँव का वातावरण
कुछ ज्यादा ही पसंद आ गया अब वह वापस नहीं जाना चाहती थी
फिर कुछ समय बीता दोनों में प्रेम की भावना उत्पन्न हुई और उन्होंने मंदिर में शादी कर ली
साल बीतने लगे तभी उन्हें पता चला कि एक समस्या आ गयी है आदित्य की उम्र नहीं बढ रही थी ये गाँव वालों को पता चलने पर रितु के लिए भी मुश्किलें बढ सकती है ये सोच कर आदित्य ने रितु को बिना बताये वहाँ से जाने का निर्णय ले लिया
आदित्य ने 19 साल तक अपने हार्ट की शक्तियों को सीखा और लङने की कला सीखी
इतना समय बीत गया लेकिन आदित्य की उम्र जरा भी नहीं बढी
उसे अचानक एहसास हुआ कि टूथ ओफ डेविल यहाँ भी आ चुका है
अब आदित्य ने वापस जाने की सोची क्योंकि वही था जो टूथ ओफ डेविल को हरा सकता था
वह वापस उस जंगल में जाता है जहाँ पर टाइम मशीन गिरी थी वह जंगल अब बहुत ही छोटा हो चुका था
वहाँ अब टाइम मशीन नहीं थी वहाँ लैब बन चुकी थी
लोगों में बातें चल रही थी कि कुछ वैज्ञानिकों को मार दिया गया और एक लापता है
पूछताछ करने के बाद आदित्य को सब समझ में आने लगा
यह समय उस समय से पीछे है और यही वह समय है जब पहली बार टूथ ओफ डेविल को इस दुनिया में लाया गया
और वो राधा का बेटा और कोई नहीं बल्कि विद्युत था...
अध्याय 9
समाप्त