The Author Wow Mission successful Follow Current Read भूत का साया - 2 By Wow Mission successful Hindi Horror Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books નવા વર્ષની નવી પહેલ સૌ પ્રથમ તમામ વાચકોને નવા વર્ષની મંગલમય શુભકામનાઓ, નવું વર્ષ... દુષ્ટ બહેન - 1 Gi હું કોઈ બહેન વિશે ખોટું કહેતો નથી nahi કે મહિલામન્ડળ વિશે... મારો પહેલો પ્રેમ , શું તે ડાકણ છે? કાળી રાત અને આકાશ માં દેખાતા તારાઓ સાથે શ્રાપિત જગ્યા... પ્રેમ સમાધિ - પ્રકરણ-119 પ્રેમ સમાધિ પ્રકરણ-119 વિજયની ગાડી બંગલાની સાવ નજીક આવી ગઇ વ... ક્યાં છે સોનાની નગરી અલડોરાડો? માનવીને હંમેશથી અખૂટ સંપત્તિ મેળવવાની ઝંખના રહી છે અને સોનાન... 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👹 क्या नीता को साया मार देगी क्या होगा आगे? 😲🤔👹नीता और मिट्ठू नाश्ता करके दोनो ही स्कूल चलें जाते हैं। शाम को जब वापस आती है नीता तो देखती है।की मम्मी पापा अभी तक घर नहीं आए। मतलब वो समझ जाती है। की आज भी वो नहीं आ पाएंगे। अब वो घर जाती है। इधर मिट्ठू अपने घर जाता है। लेकिन उसे मन नहीं लग रहा था। वो नीता से मिलने के लिए चल देता है।इधर नीता घर आती है। स्कूल से आने के बाद थक गई थी।वो सोने चली जाती है। लेकिन आज जो हुआ 😲😲👹 वो पहले कभी नहीं हुआ। आज नीता नींद में नहीं थी। उसे तो बस थकावट थी वो आराम कर रही थी । शाम का वक्त हो गया था। नीता देखती है की उसके कपड़े अपने आप खुल रही है। वो ये देख हैरान हो गई 😲😲👹वो अपनें कपड़ों को पकड़ लेती है। लेकिन अब उसे ऐसा लग रहा था की कोई उसके हाथों को पकड़ लेता है। वो चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रही थी। उसके दोनो हाथ अपने आप ही बिस्तर पे का चिपका जैसे किसी ने हाथ पकड़ लिया हो। 😲😲👹👹 वो हाथ छुड़ाने की कोशिश ही कर रही थी की तभी उसे अपने ऊपर किसी के होने का एहसास हुआ। 🥺👹वो जोर जोर से चिल्लाने और रोने लगती है। जैसे ही वो साया उसे उसके होठों के करीब पहुंचा। तभी मिट्ठू आ जाता है। मिट्ठू के आते ही। वो साया नीता को छोर देता है। नीता तुरंत उठकर मिट्ठू के गले लग जाती है। और वो रो रही होती है। मिट्ठू को कुछ भी नहीं दिखता है। क्यों कि वो साया गायब हो जाती है। मिठ्ठू एक बाबा के पास जाने का प्लान बनाता है। नीता और मिठ्ठू दोनो ही एक बाबा के पास जाता है। वो बाबा नीता के शरीर पर कुछ भभुते फेक्टे हैं। और नीता के शरीर पर वो साया आ जाती है। बाबा बोलते हैं बताओ क्यों परी हो इस लड़की के पीछे ।क्या चाहिए तुम्हें । वो साया जो नीता के शरीर पे होता है। वो बोलती है। मुझे ये लड़की चाहिए। मै इसे मार दूंगी। लेकिन क्यों तुम्हे यही क्यों चहिए। तो वो बोलती है। क्यो की इसके पिता ने इसी लड़की के चलते मुझे छोर दिया था। वो मुझसे प्यार करता था। लेकिन शादी किसी और से कर लिया। और ये उसी के बेटी है मैं इसे नहीं छोडूंगी।👹👹 बाबा कितना भी समझाते हैं। वो नहीं मानती है। वो बोलती है, देखो पाखंडी छोड़ दो मुझे वरना मैं तुम्हें जान से मार दूंगी। फिर। बाबा गुस्से में आकर एक किताब निकालते हैं। और मंत्र पढ़ने लगते हैं। वो मंत्र से मिठ्ठू के चारो ओर एक जादुई कवच बना देते हैं। और बोलते हैं बेटा चाहे कुछ भी हो जाए बारह मत निकलना। और वो उस साया को जला कर भस्म करने की मंत्र पढ़ने लगते हैं। लेकिन साया बहुत चालाक होती है । वो मंत्र खत्म होने से पहले ही चिल्ला चिल्ला रही, गायब हो जाती है जैसे ही वो गायब होती है। नीता बेहोश हो जाती है। इधर बाबा अपना मंत्र का जाप आंख बंद करके करते रहते हैं। जैसे ही नीता बेहोश हो कर गिरती है। मिठ्ठू को लगता है। साया जल गया वो तुरंत नीता के पास जाता हैऔर नीता अचानक उसकी गर्दन पकड़ लेती है और जोर जोर से हंसने लगती है। बाबा का मंत्र भंग हो जाता है। वो बोलते हैं। ये तूने क्या कर दिया। इससे पहले की वो मिठ्ठू को मरती बाबा अपने जिंदगी की सारी शक्तियों का प्रयोग करते हुऐ उस साय से मिठ्ठू को छुड़ा लेते हैं। लेकिन वो साया बाबा पे हमला कर देती है। बाबा के पेट में धोखे से वो एक जादुई खंजर घोप देती है। बाबा बोलते हैं। अगर आज मेरा अंत होगा तो तू भी नहीं बचेगी। बाबा मरने से पहले एक जादू राख उसके ऊपर छिड़क देते हैं। वो साया भी जल कर भस्म हो जाती है।फिर मिठ्ठू नीता को लेकर घर चला जाता है। मिट्ठू नीता को उसके कमरे में सुला कर वहीं पास में बैठकर रोए जा रहा था वो बहुत रोता। तभी नीता को होश आती है। नीता, मिट्ठू को रोता देख। वो पूछती है। क्या हुआ। तभी मिठ्ठू पूरी बात बता ता है और। बोलता है की मेरे गलती के कारण आज बाबा इस दुनियां में नहीं है 🙏🥺😭😭अगर मैं वो रेखा से बाहर नहीं निकलता तो ऐसा नहीं होता। ये सब जानने के बाद नीता भी बाबा को याद करके रोने लगी। 🥺😭🥺😭🥺🙏🙏दोनों रोए जा रहे थे। चुप होने का नाम ही नहीं था। तभी बाबा वहां प्रकट हुए और बोले बेटी, नहीं रो। जो हुआ उसे भूल जाओ मेरी तो मौत उसी के हाथो ही होना था। और फ़िर मिठ्ठू की तरफ़ देखते हुऐ बोले बेटा अब से तुम मेरे जगह पर पर काम करोगे, तुम लोगों की भलाई करोगे और बाबा अपना हाथ उसके सर पे रख देते हैं। फिर बाबा बोलते है आज से मेरी सारी शक्तियों का मालिक तुम हो। इसका उपयोग सदैव लोगों के भलाई के लिए करना। मिठ्ठू अपनी गलती का माफी मांगता है। और बाबा को वचन देता है।की वो सदैव लोगों के हित में ही उन शक्तियों का इस्तेमाल करेगा। और फिर बाबा दोनो को आशीर्वाद दे कर वहां से गायब हो जाते हैं। बाबा के जाने के बाद मिठ्ठू अपने दिल की बात नीता से बोलता है। और नीता भी उसे चाहती थी । फिर दोनो आपस में प्रेम करने लगते हैं। और अपनी जिंदगी खुशी खुशी जीने लगते हैं। 🙏🙏To doston kaisi lagi apko ye kahaniComments 📝💕💕 me jarur batayeThank you 😊😊❣️Follow bhi karlo guy's 🤗😍😘 ‹ Previous Chapterभूत का साया - 1 Download Our App