Internet wala love - 58 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | इंटरनेट वाला लव - 58

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इंटरनेट वाला लव - 58

ओह सर आप यहा कैसे और ये लोग आपके क्या लगते है.


ये मेरी कंपनी में काम करती है. मेरी पूरी कंपनी को मैनेज ये दोनो करती है. और रिश्ते में ये दोनो मेरे एंप्लॉयस और में उनका बॉस लगता हूं.


जी जी सर समझ गया. अब आपको और बोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी.


और वो जो डॉक्टर वाघेला साहब थे. जो उन्होंने इन दोनो की ट्रीट मैंट की थी. वो कहा गए दिख नही रहे.


जी साहब वो बाहर गए है. कल शाम को ही निकल गए थे. अब वो परसो ही आयेंगे.


हा ठीक है तो फिर. इन दोनो की ट्रीट मैंट बहुत अच्छे से होनी चाहिए ठीक है. वरना अच्छा नहीं होगा.


जी सर हम इस बात का खयाल रखेंगे. की हमे इनका ट्रीटमेंट बहुत अच्छे से करना है.


अब बोलो मिस भूमि कोई दिक्कत. या कोई और प्रॉब्लम तो नही है ना.


नही सर अब कोई दिक्कत नहीं है. बस डॉक्टर साहब थोड़े चिल्ला रहे थे. इस लिए आपको बुलाया. और कुछ नही.


ओके आंटी जी अंकल जी आपको कोई दिक्कत.


नही बेटा हमे कोई दिक्कत नहीं है. जैसे भूमि ने कहा की डॉक्टर साहब चिल्ला रहे थे इस लिए हम हैरान हो गए. और आपको कॉल किया.


ठीक है में इन सब से बात कर लूंगा की यहा पर आपको कोई परेशान नहीं करे ऐसा ठीक है.


जी बेटा ठीक है. बेटा अपने बहुत मदद की है. इस अहसान को हम कभी नही भूलेंगे. हम हमेशा याद रखेंगे.


अरे आंटी जी ऐसा कुछ मत करिए जस्ट स्माइल एंड हैप्पी रह वहा से सारा मैटर क्लियर हो जायेगा.


ठीक है. और बेटा इन लोगो से पूछ लेना की यहा से छुट्टी कब देंगे. क्यू की काफी वक्त हो गया है. लेकिन ये लोग छुट्टी की तो बात ही नही कर रहे है.


डोंट वरी में हु ना. में सब संभाल लूंगा.


कुछ देर बाद...


संतोष अरे भाई किधर हो. और वो जो रूम की सफाई की थी वहा समान रख दिया ना. अगर नही रखा तो रखवा दो. वर्मा साहब आकार फिर से बोलेंगे की ये नही किया और वो नही किया.


हा में दूसरी बार चैक कर लेता हु. रूम साफ है या नहीं. वैसे भी उस रूम में साहब लोगो ने कुछ जरूरी चीजें रखी हुई है.


हा हा इस लिए तो बता रहा हु की उस रूम को चैक करो.


अरे काका इस रूम में तो कुछ पड़ा हुआ है.


क्या है कोई मुसीबत वाली चीज़ तो नही है ना. अगर है तो बता दो. में दो बंदों को बुला लाता हु.


अरे नही काका ऐसा नही है. वेट में देखता हु वहा पर क्या है. अरे काका यहा तो कोई लडकी है. और एक दम पुतले की तरह खड़ी है ना हिल रही ना डुल रही. बस खड़ी ही है.


अरे संतोष जरा देख कर पास जाना कही भूत तो नही है ना. वरना भाग ना पड़ सकता है. ठीक है.


नही इतनी भी डरावनी नही है. रिलैक्स काका. लड़की है. चलो पूछते है उससे वो यहा क्या कर रही है ऐसा. ओके


पड़ना जारी रखे...