Pyar me Dhokha - 11 in Hindi Love Stories by Singh Pams books and stories PDF | प्यार में धोखा - भाग 11

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प्यार में धोखा - भाग 11

और तारा को कमरे में छोड़ कर तेजस कही चला गया था और तारा अपना कमरा देख रही थी तेजस का कमरा बहुत सुन्दर ढंग से सजा हुआ था और हर चीज किमती थी और तारा को कमर बबह पंसद आया था और कमरे में
आज कल के जमाने की चीजों से भरा हुआ था और हर चीज अपनी किमत बया कर रही थी बेड की चादर भी बेशकीमती थी तारा को अंदाजा लगना मुश्किल हो रहा था औ कमरे के अंदर ही बाथरूम था
और तारा कमरा देखने के बाद बिस्तर पर लेट गयी और कब उसे निंद आ गयी उसे पता भी नहीं चला था और पता नहीं कब से सो रही थी और अचानक से तारा उठ कर बैठ गयी और अपनी घड़ देखने लगी तो शामके छ: बज चुके हैं और फिर तारा बाथरूम जा कर हाथ मुंह धो कर नयी साडी़ पहन कर तैयार हो गयी थी और तारा तेजस का काफी देर से इंतजार कर रही थी लेकिन तेजस का कोई अता पता नहीं था तो अब तारा को तेजस पर गुस्सा आने लगा था और सोचन लगी कीकी अब मुझे इस नयी जगह छोड़कर कहां चला गया है और कुछ बता कर भी नही गया है और तार ममन में कह रही थी की तेजस ने कहा था कि उसके पापा हैं यहां पर क्योंकि तेजस की मां तो थी नही लेकिन फिर भी घरमें एक शांत सा बातावरन था क्योंकि कोई नजर नहीं आ रहा और तारा सोचने लगी मुझे ऐसा क्यो लग रहा है की यहां कोई अपनी नयी बहु का स्वागत करन के लिए भी कोई नही है ना ही मुझे किसी प्रकार की रौनक नजर आ रही है क्योंकि तेजस ने कहा था कि मेरे पापा यहां दुबई में हैं तो कमसे कम उन्हे तो अपनी नयी बहु के स्वागत के लिये नौकरों से कह कर नयी बहु के स्ववागत करवाना चाहिए था पर यहां तो कोई नजर ही नही आ रहा है ना ही कोई नौकर चाय पानी पूछने के लिए आया और तारा अब अपने कमरे में बैैठ बैठे उब गयी थी और तारा अपने कमरे का दरवाजा खोल कर बाहर निकली और तारा को अब भूख भी लग आई थी और तारा इधर-उधर देखते हुए वहां पास के एक कमरे से आबाज आ रही थी
कम से कम बीस लाख का माल ले कर आया हूँ मैं और आपने अभी तक उसे देखा ही कहां है पठान भाई क्या माल हाथ लगा है इस बार एक बार आप देख लोगे तो तबीयत खुश हो जाये आपकी
तारा ने जब बीस लाख का माल सुना तो तारा आगे की बाते सुनने की इच्छा जाग उठी और तारा ने दरवाजे के होल से एक आंख लगा अंदर क्या हो रहा है ये देखने की कोशिश करने लगी और तारा ने देखा कि एक आदम जोजो सोफे पर बैठा तेजस से बाते कर रहा है
और तारा अंदर का नजार देख रही थी की तेजस और वो आदमी
दोनों बाते करते हुए तेजस ने कहा पठान भाई आप बेफिक्र रहिए माल एक दम खरा हैं कोई दाग नही उसके बदन पर बिलकुल कच्ची कली हैं वो
✍️क्रमशः ✍️