Pyar bhara Zehar - 19 in Hindi Love Stories by Deeksha Vohra books and stories PDF | प्यार भरा ज़हर - 19

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प्यार भरा ज़हर - 19

एपिसोड 19 ( मिसिंग काश्वी ! )

काव्या ने राघव को वाइन पिला दी थी | ओर आज काव्या अपनी साजिश को अंजाम तक पहुंचाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार भी थी | पर तभी अचानक से राघव को , रोनित का फ़ोन आता है | 

रोनित :: "भाई , वो , वो भाभी ..." 

राघव भागरा जाता है | तो वो रोनित से गुस्से में कहता है | राघव की सर्द आवाज़ से तो कुछ पलों के लिए पास में ही बैठी , काव्या भी कांप उठी थी | 

राघव :: "क्या बात है रोनित ?" 

तो रोनित हकलाते हुए , बोलता है | 

रोनित :: "भाई , वो भाभी कहीं भी नहीं मिल रही हैं |" उसके बाद , रोनित राघव को साड़ी बात बताने लगता है | 

फ्लैशबैक ..

जब काश्वी क्लब गई थी , तो रोनित ही उसे अपने साथ लेकर गया था | क्यूंकि अभी तक राघव घर आया नहीं था | ओर रंजना जी ने काश्वी से कहा था , की 

रंजना जी :: "बेटा राघव तो अभी नहीं है | एक काम करो , रोनित को ही ले जाओ | ओर इसी के साथ आ जाना |"

रंजना जी को काश्वी की फ़िक्र भी थी , क्यूंकि रात में लड़कियों का अकेले रहना सेफ नहीं होता | इसलिए उन्होंने रोनित को काश्वी के साथ भेजना ही सही समझा | काश्वी को क्लब छोड़ने के बाद , रोनित अपनी मीटिंग के लिए चला गया | पर जाते जाते रोनित बोला | 

रोनित :: "ध्यान से भाभी , कुछ भी हो तो मुझे फ़ोन करना | ठीक है ?"

काश्वी ने हाँ में सर हिलाया ओर फिर दोनों अपनी अपनी मंजिल की ओर निकल पड़े | पार्टी में बहुत तेज़ म्यूजिक बज रहा था | पर जैसे ही काश्वी पार्टी में आती है , सभी लड़कों का ध्यान काश्वी की ओर खुद ही चला जाता है | काश्वी थी ही इटली प्यारी | उसके लम्बे बाल टाइट पोनी में बंधे हुए थे | आँखों में स्मोगी मेकअप हलके गुलाबी गाल ओर लाल गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठ | 

पर काश्वी की सबसे ज्यादा आकर्षित बात ये थी , उसका सादा पन | काश्वी ने आज पार्टी के लिए इवनिंग गाउन पहन रखा था | काले रंग का | जिसे रंजना जी ने ही काश्वी के लिए चुना था | पैरों में पेंसिल हील्स के साथ काश्वी किसी मॉडल से कम नहीं लग रही थी | 

उसकी काली गहरी आँखों में कोई भी खुद को डूबता हुआ महसूस कर सकता था | तभी , काश्वी का सीनियर , विजय वहां आता है | ओर अपना हाथ आगे बढाते हुए काश्वी से कहता है | 

विजय :: "हेल्लो काश्वी , तो पार्टी की शान आखिरकार आ ही गई |" 

काश्वी :: "हा हा हा हा , शुक्रिया विजय |" उसके बाद विजय काश्वी को उसके कुछ दोस्तों से मिलवाने के लिए ले गया | पर बार बार विजय काश्वी को कुछ अजग तरीके से देख रहा था | पर विजय काश्वी का अच्छा दोस्त था | तो इसलिए ज्यादा ना सोचते हुए , काश्वी ने विजय के डांस के ऑफर को एक्सेप्ट कर लिया | 

ओर स्टेज पर उसके साथ चली गई | पर इस भरी महफ़िल में कोई था , जो काश्वी को प्यार नहीं बल्कि नफरत भरी निगाहों से देख रहा था | विजय कोई आम लड़का नहीं था | विजय यहाँ के मेयर का एकलौता बैटा था | ओर सुन्दरता के साथ पैसा भला किसको नहीं पसंद | 

इसलिए कॉलेज की लगभग सारी लड़कियां , विजय पर तो मानो मरती थीं | पर विजय सिर्फ एक लड़की को चाहता था , ओर वो थी काश्वी | विजय काश्वी को सिर्फ चाहता नहीं था , बल्कि उस पर मरता भी था | ओर हर लड़की इस बात से बहुत चिड़ती थी | काश्वी विजय के साथ डांस कर रही थी | की तभी उसकी ड्रेस पर किसी से अनजाने में वाइन गिर जाती है | 

काश्वी जोर से चीलाई | क्यूंकि म्यूजिक की आवाज़ बहुत तेज़ थी | 

काश्वी :: "ओ माय गॉड !"

तो पिच्छे कड़ी लड़की , माफ़ी मांगते हुए काश्वी से बोली | "आईएम सॉरी , प्लीज़ माफ़ कर दो |" काश्वी ने लड़की के चहरे की ओर देखा | उस लड़की को देख , साफ़ साफ़ बता सकता था , कोई भी , की वो सच में दिल से माफ़ी मांग रही थी | इसलिए काश्वी उस लड़की से बोली |

काश्वी : "अरे इट्स ओके | दाग नहीं लगेगा |" ओर ये कह काश्वी , वहां से वोशरूम की ओर चली गई | रात के 12  बज रहे थे | ओर विजय बार बार काश्वी को फ़ोन भी लगा रहा था | ऐसा नहीं था की विजय को पता अहि था , की काश्वी राघव कपूर की वाइफ है | पर , इसका पर ऊसके अलावा काश्वी विजय की बहुत अच्छी दोस्त भी थी | 

विजय न ना जाने कितनी दफा काश्वी को फ़ोन लगाया , लेकिन काश्वी का फ़ोन नहीं लगा | 

विजय :: "एक बार बाहर देखकर आता हूँ |" ये सोच विजय क्लब के बाहर की ओर गया | लेकिन , रास्ते में मही विजय रोनित से टकरा गया | रोनित को देख विजय बोला | 

विजय :: "अरे रोनित शुक्र है तुम मिल गये |" कॉलेज का हर इंसान रोनित को बहुत अच्छे से जानता था | क्यूंकि रोनित ने भी अपनी पढ़ाई इसी कॉलेज से की थी | विजय आगे कुछ बोल पाटा , उससे पहले ही , रोनित बोला पड़ा | 

रोनित :: "काश्वी बहभी कहा है ? मैं इतनी देर से फ़ोन कर रहा हूँ उन्हें , पर उनका फ़ोन ही नहीं लग रहा है ?" रोनित की बात सुन , विजय थोडा परेशान सा हो गया | तो उसेक बाद , विजय ने रोनित को जो हुआ सब बताया | 

विजय :: "मैं भी काश्वी को कब से फ़ोन कर रहा हूँ | पर उसका फ़ोन लग ही नहीं रहा है |" 

रोनित को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था , की आखिर क्या हो रहा था | इसलिए विजय ओर रोनित मिलकर , काश्वी को क्लब के आसपास ढूंढने लगे | पर काश्वी का कहीं भी आता पता नहीं था | इसलिए आखिर में , रोनित के पास कोई ओर चारा नहीं था | सिवाए राघव को फ़ोन करने के | 

प्रेजेंट ... 

रोनित :: "भाई हम कब से भाभी को ढून्ढ रहे हैं | पर भाभी कहीं भी नहीं मिल रही हैं |" 

रोनित की बात सुन , राघव जो काव्या के कमरे में वाइन के नशे में था | उसका नशा तो मानो कुछ पलों में ही गायब सा हो गया था | ओर जेक झटके से राघव सोफे से उठा , ओर काव्या के रूम से निकल गया | काव्या का मुह खुला का खुल ही रह गया | रंजना जी न्र राघव को काव्या के रूम से बाहर निकलते देख लिया | तो वो खुद से बोलीं | 

रंजना जी :: "रघु इस वक्त काव्या के कमरे में क्या कर रहा है ?"

तभी रंजना जी का ध्यान जाता है , की राघव कार कीज़ लेकर , काहिर बाहर जा रहा है | तो रंजना जी जल्दी से राघव के पास जाते हुए बोलती हैं | 

रंजना जी :: "अरे बेटा , इस वक्त , आधी रात को तुम कहा जा रहे हो ?"

रंजना जी को वहां देख , राघव पहले तो कुछ पलों के लिए सोच में पड गया | ("क्या करूं , माँ को बताउं या नहीं ? नहीं रहने देता हूँ , परेशान हो जाएँगी | (सोचते हुए ) नहीं , नहीं बताया ओर बाद में पता चला तो , ओर परेशान हो जाएँगी |") ये सोचते ही , राघव ने रंजना जी को सब बताया | रंजना जी परेशान होते हुए , राघव से बोलती हैं | 

रंजना जी :: "अरे मेरी बेटी | वो ठीक तो होगी न रघु ?"

राघव :: "माँ आप चिंता मत करो | काश्वी ठीक होगी |"

रंजना जी :: "मुझे भेजना ही नहीं चाहिए था , पार्टी में उसे | मना कर रही थी बिचारी | पर मेरे कहने पर चली गई | हे भोलेनाथ , मेरी बच्ची को कुछ मत होने देना |"

राघव :: (रंजना जी का हाथ पकड़ते हुए ) "आपकी बहु को कुछ भी नहीं होगा | मैं अभी चलता हूँ माँ |"

ये कह राघव वहां से चला गया | लेकिन , रंजना जी ठहरी तो एक माँ न , ओर माँ का दिल जब तक अपने बच्चे को सही सलामत अपनी आँखों के सामने ना देख ले , कहा ही चैन आता है | राघव जल्दी से कार में बैठा , ओर अपने गार्ड्स के साथ , वहां से निकल गया |

आखिर कहा गई काश्वी ? क्या किसी ने उसका अपहरण किया होगा , या किसी नए खतरे की साजिश को कोई अंजाम दे रहा होगा ? क्या सही समय रहते राघव काश्वी को बच्चा पायेगा ? 

जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ |