अध्याय - 06
(घड़े से निकला जिन्न, भाग २ )
लेखक - सोनू समाधिया (रसिक) SSR
Not - यह कहानी सच्ची घटना पर आधारित है।
अगले दिन शाम को घर में शादी की रस्में चल रहीं थीं। सभी घर के काम में बिजी थे।
प्रिया और राहुल दोनों वहीं पर थे।
कुछ देर बाद जब प्रिया को राहुल नहीं दिखता तो वह राहुल को ढूंढने लगती है। तभी नौकर ने बताया कि राहुल को उसने पार्किंग पार्क में जाते हुए देखा है। जब प्रिया पार्क में पहुंचती है तो वह दंग रह जाती है राहुल मुस्लिमों की तरह नमाज़ पढ़ रहा था।
प्रिया राहुल के पास जाती है और कहती है कि तुम ये सब उस जन्नत के लिए कर रहे हो। उसके लिए तुमने अपना धर्म भी बदल लिया।
इसके जबाब में राहुल प्रिया का गला पकड़ लेता है और कहता है कि मैं राहुल नहीं जावेद है और जन्नत मेरी पाक मोहब्बत है।
उसे पाने से मुझे कोई भी नहीं रोक सकता।
अगले दिन राहुल जन्नत के घर पहुंच जाता है और जन्नत से अपने साथ चलने को कहता है।
जन्नत घबरा कर अपने घर वालों और शौहर को आवाज देती है तो जन्नत का शौहर राहुल को वहाँ से भगा देता है।
प्रिया को सब समझ में आ चुका था कि राहुल किसी जावेद नाम के प्रेत के वश में है।
प्रिया एक पीर बाबा के पास जाती है और उन्हे अपनी समस्या बताती है। तो पीर बाबा कहते है कि वह जिन्न बहुत ताकतवर है उसे कैसे भी करके यहां लाना होगा। यहां पर वह कमजोर हो जाएगा। और उसे हम अपने वश में कर सकते हैं
तभी राहुल की माँ कहती है कि राहुल को हम यहां कैसे लाएंगे?
तभी पीर बाबा कहते हैं कि उसे यहां किसी बहाने से लाओ, उसे जन्नत के झांसे यहां लाओ।
राहुल को बचाने के लिए प्रिया जन्नत के घरवालों को मनाने के लिए उसके घर पहुंच गई।
प्रिया ने जन्नत के शौहर को बताया कि अगर उस जिन्न को नहीं रोका गया तो जिन्न जन्नत को पाने के लिए राहुल के साथ साथ जन्नत को भी मार डालेगा।
जन्नत उसकी बात मान जाती है क्योंकि जन्नत को कॉलेज में जावेद नाम का लड़का परेशान करता था। एक दिन एक्सिडेंट में उसकी मौत हो गई थी। जावेद अब मरने के बाद भी उसे पाने के लिए बापस आया था।
जन्नत जावेद को कॉल पर अपने पास बुलाती है और कहती हैं कि जावेद, मैं और तुम भाग चलते हैं मुझे अपने शौहर साथ नहीं रहना।
तुमको प्रिया सही जगह पहुंचा देगी।
राहुल, प्रिया के साथ ख्वाजा नुईंमुद्दीन चिश्ती की दरगाह के पास जंगल में पहुंच जाता है।
सामने जन्नत को खड़ा देख वह उसके पास गया तो वहां जन्नत नहीं केवल दर्पण में जन्नत का अक्स था। दर्पण टूट जाता है।
तभी जावेद अपने पीछे जन्नत को खड़ा हुआ देखता है तो उससे कहता है कि जन्नत तुमने भी मुझे धोखा दे दिया और गुस्से से वह जन्नत की ओर बढ़ा। लेकिन तभी पीर बाबा ने उसे एक गोल घेरे में कैद कर लिया और मंत्र फूंकने लगे।
तभी जिन्न जावेद गुस्सा होकर सभी को मारने की धमकी देता है। वह गुस्से से आग बबूला हो रहा था और कभी रो कर खुद को छुड़ाने की कोशिश करता।
कुछ देर की झाड़ - फूंक के बाद फकीर ने राहुल के शरीर से जिन्न को निकाल कर मिट्टी के घड़े में फिर से कैद कर लिया।
इस तरह प्रिया ने उस जिन्न से राहुल और जन्नत दोनों की जान बचा ली।
क्रमशः.........
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(©SSR'S Original हॉरर)
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