एसपी मिश्रा ने कहा,"सर ,आपके एक्सिडेंट का राज खुला है वो और कोई नहीं मिस्टर खुराना के तरफ से किसी आदमी ने हमला करवाया है , ट्रक के ड्राइवर ने कबूला है कि वो खुराना का आदमी है,,,
"पंडित जी आश्चर्य से पूछा ," क्या ,और रणविजय कहां है इसमें उसकी तो कोई चाल नहीं??
"एसपी मिश्रा ने कहा ," जिस दिन खुराना आपकी जमीन का सौदा करने आए थे उसी दिन मुंबई निकल गया है और उसका इसमें कोई हाथ नहीं है...
"पंडित जी मन में बड़बड़ाया,"इसका मतलब है कि रणविजय एक अच्छा इंसान हैं उस पर भरोसा किया जा सकता है और वो खुद भी नहीं आया था मेरे पास कुछ हालात बन गए थे तभी वो आया लेकिन जमीन के बारे में कुछ भी नहीं पूछा बल्कि उसने हरी - भरी वादियों पर सहमति जताई थी
तभी श्याम बिहारी रणविजय की तारिफ करते हुए कहता है ,"हां पंडित जी .. उस दिन रात में भी हमें रणविजय ने बचाया था ...उसी समय अक्षा आती है चाय लेकर
फिर पंडित जी अक्षा को देखकर बातें पलट देता है और कहता है ," अक्षु बेटा तुम अपनी मिश्रा अंकल के साथ उसके घर और तुम्हारी सहेली के घर चले जाओ रात हो रही है यहां मेरे पास श्माम रुक जाएगा...!!
मिश्रा जी कहते हैं ,"हां अक्षु बेटा घर चलो आंटी भी बोली है आपकी की हम तुम्हें घर ले आए अभी सर हॉस्पिटल में एडमिट रहेंगे इसलिए,
"अक्षा अपने सहेली के घर चली जाती हैं,,
"रात को पंडित जी खुराना के बारे में सोचता है , फिर किसी को फोन लगाकर सुबह ग्यारह - बारह बजे बुलाता है, फिर सोचता है आज उन लोगो ने मुझे मारने की कोशिश किया कल मुझे मार भी दे फिर मेरी अक्षा क्या क्या होगा वो इस दुनिया का सामना कैसे करेगी उसके आगे पीछे कोई नहीं है जो उसका ख्याल रख सके इसलिए मुझे ही फैसला लेना होगा ..पंडित जी को सोचते - सोचते नींद आ जाती है फिर सुबह सपना देखता है कि कुछ गुंडे अक्षा के ऊपर गन तान के खड़ा है और पंडित जी को जमीन के कागजात पर साइन करने बोल रहा है फिर पंडित जी नहीं बोलता है तो अक्षा को शूट कर देता है पंडित जी की नींद चिखते हुए खुलता है नहीं...अरू...
श्याम बिहारी पंडित जी की चीख सुनकर उसके बिस्तर के पास आकर पूछता है ,"पंडित जी क्या हुआ ???
पंडित जी - थोड़ा नॉर्मल होता है, फिर अक्षा कहां है श्याम..??
श्याम बिहारी ने कहा , "जी अभी आती होगी वो एसपी मिश्रा के साथ उसके घर गई थी, मैंने फोन किया था तो बताई अभी रास्ते में ही है..!!
पंडित जी ने शांत होकर कहा ," अच्छा, ठीक है..
"फिर अक्षा अपने सहेली सौम्या और उसके पापा एसपी मिश्रा के साथ आती है, फिर डिस्चार्ज करके घर ले जाते हैं एसपी मिश्रा और श्याम बिहारी ..!!
"पंडित जी अपने घर के लिविंग रूम में एसपी मिश्रा और श्याम बिहारी से अक्षा की शादी के बारे में चर्चा करते हैं और बताता है कि एक लड़का है उसकी नज़र में है उससे बात करने आज शाम बुलाया है ,मैं चाहता हूं तुम दोनों यहां रहो जब वो आए तो ...
एसपी मिश्रा और श्याम बिहारी चौक जाते हैं और एक दूसरे को देखते हैं ....
मुंबई
R&R कम्पनी के मीटिंग हॉल में ...
"What do you think about tender कोई बताएगा कि हमारे tender के फार्म से बिल्कुल मिलता tender खुराना का था , वहां तक हमारे पेपर्स गये या हमारे आदमियों को खरीद लिया है या फिर उसके कम्पनी में हमारे कंपनी जैसा कोई पैदा हो गया है "रणविजय ने तीखे स्वर में कहा
बोर्ड आफ डायरेक्टर मि.यशवंत पाल -"I think big mistake is our employee रणविजय
रणविजय -"You are right मि. यशवंत ये हमारे बीच में बैठे किसी आदमी का काम है उसने अपने आसपास बैठे लोगों पर शक जताते हुए कहा ..
माया मैनेजमेंट इंचार्ज वो बोली ,"Yes विजय तुम सही बोल रहे हो ये हमारे ही बीच किसी आदमी का है लेकिन कौन है..?? उसने चिंता जाहिर करते बोली..!!
शेयर होल्डर मि.गोविंद ,"हां , रणविजय अब हमें नये टेंडर के आने से पहले उस गद्दार को ढ़ूढना होगा, नहीं तो हमारे कम्पनी को बहुत नुक्सान झेलना पड़ेगा ..!!
"रणविजय का फोन में रिंग आता है और वो फोन उठाकर मीटिंग रूम के बाहर जाता है,"हेलो...
कहानी जारी है....