Past to Future - 1 in Hindi Fiction Stories by Raj Bhati books and stories PDF | पास्ट टू फ्यूचर - 1

Featured Books
  • चाळीतले दिवस - भाग 6

    चाळीतले दिवस भाग 6   पुण्यात शिकायला येण्यापूर्वी गावाकडून म...

  • रहस्य - 2

    सकाळ होताच हरी त्याच्या सासू च्या घरी निघून गेला सोनू कडे, न...

  • नियती - भाग 27

    भाग 27️मोहित म्हणाला..."पण मालक....."त्याला बोलण्याच्या अगोद...

  • बॅडकमांड

    बॅड कमाण्ड

    कमांड-डॉसमध्ये काम करताना गोपूची नजर फिरून फिरून...

  • मुक्त व्हायचंय मला - भाग ११

    मुक्त व्हायचंय मला भाग ११वामागील भागावरून पुढे…मालतीचं बोलणं...

Categories
Share

पास्ट टू फ्यूचर - 1

सन् 2023
अमृतसर, पंजाब
ये कहानी शुरू होती है अमृतसर के एक 17 वर्षीय लङके से जिसका नाम था युवराज।
युवराज एक मिडिल क्लास फैमिली से है। इसके पिता हरिलाल एक कुरियर कंपनी में डिलीवरी बोय का काम करते है।युवराज 12thc class में पढता है। आज उसका एग्जाम है।
15 sep 2023
(युवराज)- ममी मेरा प्रवेश पत्र कहां है।
युवराज की मां सावित्री एक गृहिणी है।
(सावित्री ) - बेटा मुझे कैसे पता होगा तूने ही रखा होगा ठीक से देख। ऐसा कहकर सावित्री उसका प्रवेश पत्र ढूंढने लगती है।
इतने में युवराज की छोटी बहन राखी खेलते हुए आती है।
(राखी) - ये देखो भैया हवाईजहाज। तभी अचानक युवराज की नजर राखी के हाथ पर पङती हे उसके हाथ में प्रवेश पत्र था। युवराज झट से वह छीन लेता है और गुस्से से उसे लेकर जल्दबाजी में सङक पार करने की कोशिश करता है तभी रफ्तार से आती हुई एक कार से युवराज का एक्सीडेंट हो जाता है। कुछ पल बाद..........
युवराज होस्पीटल में दम तोड़ देता है

अब इस कहानी का नया पहलू शुरू होने जा रहा है।
सन् 1670 ई
चारों और सिपाही बीच में एक योद्धा तलवार लिये खङा है। तभी अचानक कुदरत का करिश्मा होता है और वह योद्धा वहां से गायब हो जाता है और सन् 2023 में आ जाता है।
15 sep 2023 शाम का समय
वह योद्धा एक तालाब में गिरा होता है।
उसकी आँखे खुलती है और वह खुद को तालाब में देखकर डर जाता है।
वह वहाँ से निकल कर भागने की कोशिश करता है
तभी उसे एक बिल्डिंग दिखाई देती है वह योद्धा उस बिल्डिंग को देख कर उसे वे महल लगता है।
वह योद्धा उस बिल्डिंग में जाता है।
वह जैसे ही बिल्डिंग के अंदर जाता है वहाँ का गार्ड उसे रोक देता है और पूछता है।
(गार्ड) - कौन हो और क्या काम आये हो?
वह योद्धा अपना नाम अली बताता है और पूछता है।
(अली) - ये महल किसका है और ये‌ कौनसी जगह है?
गार्ड हंसने लगता है... और कहता है-
(गार्ड ) - ये कोई महल नहीं कंपनी है और ये जगह अमृतसर है।
अली आश्चर्यचकित होकर वहाँ से चले जाता है।
अब अली जिस काल से आया था वही ं से उसके साथ कुछ उसके दुश्मन आ जाते हैं।
वे अली को ढूंढने लगते हैं और एक होटल में पहुँच जाते हैं
वहाँ जाकर वे मेनेजर से पूछते हैं कि तुमने अली को देखा। ये सुनकर मेनेजर गुस्से से-
कौन अली कैसा अली मैं किसी अली को नहीं जानता
ऐसा सुनकर अली के दुश्मन उस मेनेजर को मार देते है।
होटल में काफी हङदंप मच जाती है।
सभी इधर उधर भागने लगते हैं ।
पुलिस वहाँ पहुँच जाती लेकिन तब तक वे सब
वहाँ से भाग जाते हैं।
अगले दिन 16 sep 2023
अली अगले दिन शमशान से गुजर रहा होता है तभी उसकी नजर वहाँ पर लिखे एक बोर्ड पर पङती है वहाँ पर लिखा होता है Rip 15-9-2023 अली उसे देख कर‌ व उसके साथ जो कुछ भी हो रहा था उसे देख कर समझ जाता है कि वह किसी और समय में आ चुका है।
Part 1 the end


Part 2 में हम देखेंगे कि कैसे युवराज के फैमिली वाले अली को युवराज समझकर उसे अपना समझने लगते हैं और अली अपने दुश्मनों से कैसे लङता है