Hold Me Close - 32 in Hindi Love Stories by Harshu books and stories PDF | Hold Me Close - 32

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Hold Me Close - 32

कुछ देर बाद जब अर्जुन और रेवा अपने घर पहुंचे तब हॉल में बैठे प्रिया को देख अर्जुन की आंखे खुली की खुली रहे गई ।

तुम यहां क्या कर रही हो ? किसने इनवाइट किया तुम्हे यहां? निकलो मेरे घर से अभी के अभी.....",अर्जुन ने गुस्से से चिल्लाते हुए कहा ।

"मैंने इनवाइट किया है ", अर्जुन के पापा ने सीढ़ीओंसे उतरते हुए कहा।

"और ये मेरा घर है । मैं डिसाइड करूंगा कि यहां कौन रहेगा । तुमने मुझसे परमिशन ली थी इस लोअर क्लास लड़की से शादी करने से पहले ? "

"मिस्टर सिंघानिया mind your language! She is my wife ! आपकी पसंद की गई लड़की से तो बहुत ज्यादा अच्छी है रेवा ! "

"Ok fine ....तो प्रिया भी मेरे बेस्ट फ्रेंड की डॉटर है । प्रिया का कुछ कंपनी का काम है तो जब तक काम पूरा नही होता प्रिया कही नही जाएगी। और ये मेरा फाइनल डिसीजन है", अर्जुन के पापा ने भी गुस्से से कहा ।

"आश्रम बना दिया है घर को! कोई भी आकार घर पर रहे रहा है ", अर्जुन बड़बड़ाया और अपने रूम मैं चला गया ।

तो वही प्रिया रेवा को गुस्से से घूरे जा रही थी ।

"प्रिया तुम जाओ अपने रूम मैं रेस्ट करो ...", सविता जी ने सिचुएशन को संभालते हुए कहा ।

मां मैं आपकी हेल्प कर देती हूं ना किचन में...",प्रिया की इस बात पर सविता जी ने अपने चेहरे पर एक नकली मुस्कान के साथ कहा– " प्रिया..तुम यहां मेहमान हो । मेहमान से काम नही करवाते और दूसरी बात मुझे मां कहना का हक सिर्फ मेरे बेटे और मेरे बहु को है । बेहेतर होगा तुम मुझे आंटी केहेकर पुकारो"।

सविता जी की बाते सुनकर प्रिया को इतना गुस्सा आ रहा था की वो उन्हे बहुत कुछ सुनाना चाहती थी लेकिन उसने अपने गुस्से पर कंट्रोल किया और बिना कुछ कहे अपने रूम की ओर चली गई।

रेवा: "मां ये सब क्या है ! ये यही रहेगी ? कितने दिन?? अर्जुन बहुत गुस्से मैं है बहुत"

"पता है बेटा.. लेकिन इनके आगे मैं कुछ बोल भी तो नही सकती ना.. तुम दोनो संभाल लेना सब । वो प्रिया एक नंबर की शातिर लड़की है ।. में नही चाहती की उसकी वजह से तुम्हारे और अर्जुन के बीच कोई झगड़ा हो ", सविता जी ने रेवा को समझाते हुए कहा।

"Don't worry मां.. में सब संभाललूंगी ! कुछ ही तो दिनो की बात है । कहा वो प्रिया लाइफटाइम रहने वाली है यहां!! करलेंगे थोड़ा टाइम एडजस्ट ! अब आप आराम करिए अपने रूम मैं और टेंशन बिलकुल मत लेना", रेवा ने सविता जी का हाथ अपने हाथों मैं लेते हुए कहा ।

"जाओगी तो तुम इस घर से... अर्जुन तो सिर्फ मेरा है । मैं उसे शेयर बिलकुल नही कर सकती । देखती हूं कब तक तुम दोनो सुख चैन से जीते हो ", ऊपर खड़ी प्रिया ने अपने मन मैं ही कहा । प्रिया फिर से मुड़कर अपने रूम की ओर जा ही रही थी तभी उसकी नजर अर्जुन पर गई जो की बहुत ज्यादा फ्रस्टेड था । प्रिया ने एक बार नीचे हॉल में देखा जहा सविता जी और रेवा अभी भी बाते कर रहे थे । इसी मौके का फायदा उठाकर प्रिया अर्जुन के रूम मैं जाती है ।

"Hi sweetheart ! शर्टलेस कितने हॉट दिखते हो तुम ", प्रिया ने अर्जुन को पीछे से हग करते हुए कहा ।

"दूर रहो मुझसे ... खबरदार अगर मेरे करीब आई तो । ", अर्जुन ने प्रिया को अपने से दूर धक्का देते हुए कहा ।

What's wrong with you baby! तुम्हे मैं पसंद नही हूं क्या ? ये तो हो ही नही सकता । मैं हूं ही इतनी हॉट की कोई मर्द मुझे इग्नोर कर ही नही सकता । तुमने क्या देख लिया उस रेवा मैं । मैं कहा वो कहा ! खैर!! अब हमे प्राइवेसी मिली है तो मुझे एक बार तुम्हे करीब से देखने तो दो.....", प्रिया ने कहा ही लेकिन अर्जुन ने प्रिया की तरफ इतने गुस्से से देखा की अर्जुन की आंखे देखकर प्रिया भी एक पल के लिए डर गई और अर्जुन से थोड़ी दूरी बनाकर खड़ी हो गई ।

"तुमने फिर से मेरे करीब आने की हिम्मत की ना तो धक्के मारकर तुम्हे घर से बाहर निकालूंगा मैं !! फिर मैं मिस्टर सिंघानिया की बात भी नही सुनूंगा ", अर्जुन ने गुस्से से कहा ।

प्रिया अर्जुन के कमरे से बाहर जा रही थी । और उसी वक्त रेवा कमरे में आती है । प्रिया के जाने के बाद रेवा जल्दी से कमरे का दरवाजा बंद करती है और गुस्से से अर्जुन पर बरस पड़ती है ।

"ये चुड़ेल क्या कर रही थी यहां हमारे कमरे में ? और आपको मैने इतनी बार कहा है की ऐसे शर्टलेस मत घूमिए...लेकिन नही आप मेरी बात मानते कहा है ना । क्या बात कर रही थी वो आपसे ?? और इतने करीब क्यों खड़ी थी आपके ?? ", रेवा एक के ऊपर एक सवाल किए जा रही थी और रेवा को ऐसा देख अर्जुन को हसी आ रही थी ।