ललन के बोलते ही उसके पहलवान आदमी उस शख्स के सामने दौड़कर जाता है और कुछ दूर में घेर कर खड़े हो जाता है ... फिर
"पहले आदमी हाथ उठाता है मारने को तो वो अजनबी शख्स पहले पहलवान के हाथ पकड़कर रोकता है और अपने दूसरे हाथ को एक मुक्का उसे जबड़े के पास मारता है फिर दो आदमी आता है तो दोनों की हाथ को पीछे घूमाकर अपने दोनों बगल में दबा देता है फिर चौथा आदमी को सीधा लात से मारता है फिर जो अपने बगल में दबाए दो आदमी को छोड़ते हुए कोहनी में मारता है ऐसे वहां पर के सभी आदमियों को मारता है ,,,
"ललन के सभी आदमी थक जाते हैं फिर ललन आता है और हाथ उठाने लगता है ,वो शख्स पलक झपकते ही ललन के हाथ को तेजी से पकड़ कर मोड़ते हुए अपने बगल में दबाता है फिर बोलता है उसके कान के पास , " मैं तो सिर्फ़ पता करने आया था पंडित के ऊपर हमला करवाने में और कौन-कौन शामिल हैं मुझे बता दो मैं चला जाऊंगा....
"ललन के गर्दन पर उस शख्स के कलाई दबने लगी और ललन हांफते हुए अपने आपको छुड़ाने लगाते हुए कहा ," वो...वो लोग कोई जगत पाल खुराना का आदमी है दो लाख रुपए दिए हैं पंडित को परेशान करने के लिए एडवांस में ,काम होने पर तीन लाख पैसा देने बोले है...
ललन के आदमियों ने डर से बैठे थे और अपने गुरु को उस शख्स के हाथ में मसलते देख रहे थे मुंह खोलकर .....!!
वो शख्स ने व्यंग्यात्मक मुस्कान देकर कहा ," अच्छा ... फिर ललन को छोड़ देता है, फिर वो आगे बोला ,"मैं यही तो सुनने आया था , फिर वो अपने हाथ झड़ाते हुए , "वेलडन करो और जोर - शोर से परेशान करो पंडित जी को ,वो अब रस्सी के पास गया जहां उसका कोट टंगा था और अपनी कोट को रस्सी से खिंचकर पहनते हुए जाने लगा ...तो
"ललन जमीन पर गिरकर बैठा था फिर उस शख्स को जाते देखकर पूछा ," तुम कौन हो ..?? बताते जाओ..??
उस शख्स ने जाते हुए बोला ,"रणविजय रावत .. तुम्हारा शुभचिंतक और वो अपने हाथ में थोड़ी मोच लग था तो उंगलियों को एक्सरसाइज करते जा रहा था ...
"वहां पर के सभी लोग देखते रहता है जाते हुए.....
दूसरी ओर ...
हॉस्पिटल में :-
"अक्षा अपने अंकल के साथ बदहवास होकर भागते हुए हॉस्पिटल आती हैं और रिसेप्शनिस्ट से पता चलता है कि उसके दादा जी पंडित मनोहर देसाई जी ऑपरेशन थियेटर में है तो वो दोनों ओटी के तरफ जाते हैं और वहीं जाकर ओटी के पास बैठकर इंतजार करते हैं ....
"कुछ देर बाद ऑपरेशन थियेटर की दरवाजा खुलता है तो डॉक्टर आते हैं और बताता है कि कोई गंभीर चोट नहीं है आज रात तक यही ऑब्जरवेशन रूम में रखेंगे फिर कल सुबह छुट्टी मिल जाएगी
"अक्षा और उसके अंकल थोड़ी राहत की सांस लेतें है ... फिर एक घंटे बाद पंडित जी को स्ट्रेचर में लेटाकर वॉर्ड रूम में ले जाते हैं,अक्षा अपने दादा जी को पूछती है ," दादू कैसे हुआ एक्सिडेंट आपको मैं बता नहीं सकती मैं कितना परेशान हो गई थी ...
पंडित मनोहर देसाई अपने बिस्तर पर बैठे थे उसके सिर और हाथ में मोच था ,वो आराम से बात करने लगा ,"अक्षु बेटा मुझे पता है तुम बहुत चिंतित रही होगी ,बेटा अब डरने की जरूरत नहीं है मैं ठीक हूं ...!!
फिर अंकल ने कहा ,"अक्षु जाओ हॉस्पिटल कैंटिन में चाय लेकर आओ बहुत देर से तुम कुछ खाई नहीं और पंडित जी को भी तो चाय पिलाओ जाओ ...!!
पंडित मनोहर देसाई ने मुस्कुराते हुए कहा,"हां ,बेटा मैं ठीक हूं ,जाओ चाय लेकर आना ,अक्षा सिर हिला कर वहां से चली गई ..!!
अंकल ( श्याम बिहारी पंडित मनोहर देसाई के मैनेजर हैं ) ने कहा ,"पंडित जी ,ये सारी विवाद का जड़ वो जमीन है जहां आपको सरकार ने पुरूस्कार के स्वरूप दिया है संगीत युनिवर्सिटी बनाने के लिए ,ये बड़े बिजनेसमैन लोग वहां होटल बनाना चाहते हैं और वो ललन यादव वहां अपना बड़ा अखाड़ा बनाना चाहता है ,कौन कौन आप पर हमला का जिम्मेदार होगा किस पर विश्वास करें समझ नहीं आ रहा है ,वो फिक्र जताते हुए कहा ...!!
पंडित जी ने कहा,"श्याम तुमने एसपी मिश्रा जी को रिपोर्ट कर दिया है ना ..??
श्याम बिहारी ने कहा,"हां पंडित जी ,आपके एक्सिडेंट के बारे में सुना और उन्हें जानकारी दे दिया था ,वो वहीं इंवेस्टिगेशन पर थे ऑन दा स्पॉट में ...!!
पंडित जी ने आगे कहा,"हां , मिश्रा जी मेरे अच्छे हमदर्द है उससे कोई भी बात तो नहीं छुपी है ,वो हेंडल कर लेगा ...तभी
" एस.पी मिश्रा अपने कुछ पुलिसकर्मियों के साथ आते हुए दरवाजे को नॉक किया और अंदर आते हुए पूछा ,"अब कैसे हैं आप सर ..??
पंडित जी ने मुस्कुराते हुए देखते हुए बोला ,"आओ मिश्रा जी , मैं ठीक हूं जरा सा चोट है ठीक हो जाएगी डॉक्टर ने कहा है आज रात ऑब्जर्वर में रखेंगे कल छुट्टी देंगे ,आइए बैठिए आप ..!!
एसपी मिश्रा ने आगे कहा चेयर पर बैठते हुए," अच्छी बात है , और अक्षा कहा है वो यहां नहीं है..??
श्याम बिहारी ने कहा,"जी वो चाय लेने गई है ,आती ही होगी..!!
फिर एसपी मिश्रा ने कहा,"सर ,आपके एक्सिडेंट का राज खुला है वो और कोई नहीं मिस्टर खुराना के तरफ से किसी आदमी ने हमला करवाया है , ट्रक के ड्राइवर ने कबूला है कि वो खुराना का आदमी है
कहानी अभी बाकी है....
(पाठकों को सूचित करती हुं कि ये कहानी बिल्कुल काल्पनिक है इसमें किसी नाम या समुदाय से ताल्लुक नहीं है,यह केवल मनोरंजन के लिए लिखा गया है... धन्यवाद 🙏)
जय श्री कृष्णना 🙏