Hasy ka Tadka - 1 in Hindi Comedy stories by Devaki Ďěvjěěţ Singh books and stories PDF | हास्य का तड़का - 1

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हास्य का तड़का - 1

😜😜घंटी 😜😜

छबिली लैला से, " ये बात बात में तू घंटी क्यों बजाती रहती है ?"

लैला, "क्या करूँ यार तुझे तो पता ही है तेरे जीजाजी स्कूल मास्टर हैं , चिल्ला चिल्ला के मर जाती हूँ फिर भी उन्हें मेरी आवाज़ सुनाई नहीं देती है l"

"एक दिन गलती से घंटी बज गयी तो देखा ये दौड़े चले आए l तब से उन्हें बुलाने या कुछ कहने के लिए घंटी बजा देती हूँ "
🤣😁😁🙉🙉😁😁🤣

✍️🌹देवकी सिंह🌹



🤣🤣मास्टर साब 🤣🤣

मास्टर साब की नई नई शादी हुई थी
उनकी धर्म पत्नी उनके साथ थी l

तभी उन्हें घंटी की आवाज सुनाई देती हैं l

मास्टर साब अपनी पत्नी से , "चलो तुम्हारी क्लास का टाइम खत्म हो गया अब मुझे दूसरी क्लास के लिए जाने हैं l "

फिर क्या था उसके बाद
मास्टर साब ही घंटी की तरह बजने लगे l
😜😜🙉🙉🤯🙉🙉😜😜

✍️🌹देवकी सिंह🌹



🤣🤣मासूम चुलबुल 🤣🤣

लैला ," जाओ बेटा पापा को चाय देकर आओ l "

चुलबुल हाथों में चाय का कप पकड़ कर ले जाती हैं , जिसे देख रंगीला चुलबुल से , "बेटा चाय ट्रे में लाते हैं l"

अगले दिन लैला चुलबुल से ," जाओ बेटा पापा को चाय देकर आओ l "

चुलबुल कल की बात याद करके💡😁💡
चाय को ट्रे में डाल कर ले जाती हैं
और बड़े मासूमियत से पूछती हैं ,
"पापा आप चाय ऐसे ही चाट लेंगे या चम्मच ला दूँ "😜😜🙉🙉🙉🙉😜😜

✍️🌹देवकी सिंह🌹



🤣🤣मासूम चुलबुल 🤣🤣

रंगीला चुलबुल से , " तुने तो मेरी नाक कटा दी है, तेरी शरारतों की वज़ह से मेरा घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है "

चुलबुल अपनी तोतली आवाज में , " तो आपले तौन सी मेली नात जुला दी है,
मुअले के सभ बत्ते मुदपे हँसते है कहते हैं ,
" बत्तों के तकूल दाने की उमल मे तेले पापा तकूल जा लहै हैं "
🙉🙉😁😁😏😏😁😁🙉🙉

✍️🌹देवकी सिंह🌹


😜😜 दुआ 😜😜

भोला सबसे कहता - दूसरों की मदद करो तुम्हें दुआ मिलेगी l

यह सुन चंपक को गुस्सा आ गया और वह भोला को दौड़ा दौड़ा कर मारता है l

टकीला - क्यों मार रहा हैं इसे ?

चंपक - यह कहता है दूसरों की मदद कर तुझे दुआ मिलेगी l

टकीला - तो क्या गलत कहा इसने, दूसरों की मदद कर तुझे दुआ मिलेगी , ये तो अच्छी बात है l

यह सुन चंपक को गुस्सा आ जाता है और टकीला को पिटने लगता है

टकीला - अरे मुझे क्यों पीट रहा हैं ?

चंपक - क्योंकि दुआ मेरी पत्नी का नाम है l
😜😜😜😜🙉🙉🙉🙉😜😜😜😜

✍️🌹देवकी सिंह🌹

आज सुबह से पड़ोसन दिखाई नहीं दी
तो उनका चांद सा चेहरा देखने के लिए
मैं छत से उनके घर मे झाँक रहा था
तभी श्रीमती जी छत पर आई और बोली
उधर कहाँ झाँक रहे हो ??
भाभी जी आई हैं घर पर 🤭🤭
.
.🤩🤩
.
.तुम्हें ही ढूंढ रहीं हैं कब से
और तुम हो की छत पर छुपे बैठे हो ??
.
.
.
.
🤩🤩
.सुनकर मैं
😍😍
.
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.
ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है
राखी बांधने के लिए ढूंढ रहीं हैं
😜🙉😜😮‍💨😮‍💨😮‍💨😜🙉😜

✍️🌹देवकी सिंह🌹