my experiences my feelings in Hindi Poems by Devaki Ďěvjěěţ Singh books and stories PDF | मेरे अनुभव मेरे ऐहसास

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मेरे अनुभव मेरे ऐहसास

❤️❤️ मेरे अनुभव मेरे एहसास
सोचा है आज मैंने ....क्यों न...
कलम उठकर कर दूं इनका पर्दाफाश



❤️❤️बस इतना सा जान लो मुझको....
दिल की क़लम से लिखते हैं अपने ज़ज्बात....
चेहरे पर लिए फिरते हैं ढाई इंच की मुस्कान...
गिरकर फिर से संभलने की कोशिश करते हैं ....
जब खा लेते हैं धोखा ज़ोरदार...



❤️❤️मौका और धोखा
दोनों ही साथ चलते हैं
कोई मौका पाने के लिए धोखा देता है
तो कोई धोखा देकर मौका पता है



❤️❤️ प्यारी-सी मुस्कान के साथ करें
खूबसूरत शुरुआत ....
हर दिन गुजरेंगी खुशगवार
...



❤️❤️तेरे चेहरे की उदासी सूर्यास्त है
जिसे देखकर मैं भी उदास हो जाता हूँ ।

तो...तेरे चेहरे पर मुस्कान सूर्योदय हैं
जिसे देखकर मैं भी जोश और उल्लास से भर जाता हूँ।



❤️❤️रंग बिरंगे दरवाज़ों से
कोई मेरे दिल के कमरे पहुंच जाता है
कोई मेरे दिल में बस जाता है तो कोई
मेरे दिल से बाहर निकल जाता है


❤️❤️था तो वो अजनबी, लेकिन.....
आज बन गया है मेरे सुख दुःख का साथी
मेरा प्यारा ❤हमसफर ❤



❤️❤️🥀ए मेरे हमसफर !
जिंदगी की कठिन डगर में थाम ले मेरा हाथ
हर मुश्किल हो जाएगी आसां ग़र
मुझे भी ले चल साथ ....
मुझे भी ले चल साथ
थाम के मेरा हाथ ......


❤️❤️कभी तुम जितनी दूर थी
आज उतनी ही पास हो ....

साँसों में बसी हुई
मेरे दिल की जज्बात हो ......

चाह कर भी कभी
तुमसे दूर नहीं रह सकता .....

दिल मे बसी तुम
मेरी मोहब्बत की किताब हो ....



❤️❤️भूत बनकर यादें
कभी पीछा नहीं छोड़ती
22 साल की यादों का यूं
कच्चा चिठ्ठा न खोलती
उन्हें भी मिल गया है मौका
आज गपशप करने का
हमारे हाल ए दिल के
जले पर नमक छिड़कने का
तुम जो होते पास ए "जीत "
दिल न होता यूं उदास ए "मनमीत"
बनाते हम अपनी शादी की
सालगिरह को खास
पर आज तो लगता है
मोबाइल से ही बातें करके
करना होगा टाइम पास 😜😜



❤️❤️पुस्तकालय में गए थे हम
पुस्तकों से दिल लगाने
पर वो तो हमें ही
पुस्तक समझ दिल लगा बैठे
न तो वो पास हुए और ना ही हम
बेबात ही दर्द को दिल से लगा बैठे



❤️❤️तुम्हारी यादों के तूफान ने
मेरे दिल में ऐसा बवंडर लाया
जो नहीं पसंद थी चाय
आज उसे पीने के बाद ही सुकूं आया



❤️❤️मासूम दिल को मेरे
बड़ी चोट लगी थी
जब तू मुझे छोड
किसी और की
बाहों में पड़ी थी
धड़कना भूल गया था
मेरा दिल
साँसे थम सी गयी थी
मै तुझे देखता ही रह गया
जब तू मेरे मोहब्बत के
अरमानों को गला घोंट
अपनी बड़ी ख्वाहिशों के
पूरा करने के लिए जब
किसी और की हो गई थी



❤️❤️कैसे बर्दाश्त करें जब वो
हमारे होते हुए भी
उस चाय को मिस करते हैं
गुस्सा तो बहुत आता है हमें
पर लगा के होंठो पर उसको
फिर हमारे दीदार को तरसते हैं


❤️❤️तुम्हारी चाय से इश्क ए " जीत "
सौतन बन कर मुझे चिढ़ाती हैं
तुम्हारी तन्हाई में भी ये चाय
मुझसे पहले साथ नज़र आती है l


✍️Ďëvåķį §įňğh