अध्याय 1
रात का समय
भारी बारिश हो रही है
बिजली कड़कना
किसी छोटे से गांव में कहीं
एक बूढ़ी औरत अपनी छोटी पोती से,
(पुराना कच्चा मकान, एक टुटी सी चारपाई पर लेटी हुई)
-कहा जाता है कि हमारे अंतरिक्ष में ये केवल एक ही दुनिया नहीं है, बल्कि अनेक ब्रह्माण्ड है तुम्हारे पूर्वजो ने इसी बात को साबित किया था। लेकिन आज इस बात पर कोई यकीन नहीं करता कि उन्होंने दूसरी दुनिया से एक ऐसी चीज ला दी थी जिसने हमारी पृथ्वी को पूरी तरह से बदल दिया। अब हमारी पृथ्वी पर तुम जो ये "शैतान के दांत" कहे जाने वाले ख़तरनाक चीज के बारे में जानते हो, वो इस दुनिया का है ही नहीं।
-(आश्चर्य से) लेकिन दादी मां मुझे स्कूल में तो बताया गया था कि वो अब सरकार के पास है। ऐसी ख़तरनाक चीज़ को भला वो अपने पास क्यों रखेंगे?
-मेरे पास अब ज्यादा समय नहीं बचा है, कोई और ये बात नहीं जानता। इसीलिये ध्यान से सुनो।
-जी दादी माँ.
-उस रात जब सरकारी अफसर शैतान के दांत जब्त करने और तुम्हारे पूर्वजो को ख़त्म करने के लिए आ गए तब उन्होंने नकली दांत से बदल दिया और उसे मुझे सोंप दिया। तब से लेकर अब तक हमारी दुनिया में जो ये कोहराम मचा हुआ है वो बस इसीलिये है क्योंकि मैं इतनी हिम्मत नहीं जुटा पाई कि वो काम पूरा कर सकु जो उसने मुझे बताया था।
-वो क्या था दादी?
-(चेहरे पर दुख का भाव) ये हंगामा तभी रुकेगा जब कोई नवजात बच्चा आएगा जो 3 दिन का भी ना हुआ हो शैतान के दांत को निगल लेगा।
- क्या इससे उस बच्चे को कोई खतरा है?
-हाँ मेरी बच्ची, वो बच्चा फिर शापि.त..त....
(खाँसी... खाँसी... खाँसी...) [साँस नहीं ले सकती।]
-(चिल्लाते हुए) दादी.....!!!!!!
[कोई नहीं जानता था कि असली "शैतान का दांत" कहां है]
[13 साल बाद]
[उसकी शादी हो गई और अपनी दिवंगत दादी से आशीर्वाद लेने के लिए वह उस छोटे से गाँव में अपने पुराने घर गई और उसे एक पुराना लकड़ी का बक्सा मिला। वहाँ उसकी दादी का लिखा हुआ एक पत्र था। वहां लिखा था कि उसने इसे खुद ही निगल लिया।]
-दुनिया की हालत ज्यादा से ज्यादा खराब हो रही है लोग भूखे मर रह गए हैं नई नई बीमारियां सामने आ रही हैं यहाँ तक कि अनेक जगहों पर इंसान ही इंसान का मांस खा रहे हैं अगर ऐसा ही चलता रहा तो सब खत्म हो जाएगा मुझे कुछ करना ही पड़ेगा।
[आधी रात में उसने अपनी दादी की कब्र खोदी और उनके कंकाल में शैतान का दांत पाया। उस शापित वस्तु को पाकर वह बीमार पड़ गई और उसके पति की मृत्यु हो गई। लेकिन वह गर्भवती थी और उसने उस बच्चे को जन्म दिया। वह मरने वाली थी लेकिन वह उसे अपने ही बच्चे को शापित होता नहीं देख सकती थी। वह बच्चा एक देवदूत जैसा था। वह उससे बहुत प्यार करती थी प्रत्येक माँ की तरह यह उसके लिए बहुत कठिन था। ]
- आज मेरा बच्चा 3 दिन का हो चूका है, अब और समय नहीं बचा है और कोई रास्ता नहीं |
[रोते हुए उसने अपने बच्चे को वह दाँत खाने को दिया और अपना गला काट लिया]
अध्याय 1
समाप्त