My Soul Lady - 50 in Hindi Love Stories by Iffat fatma books and stories PDF | My Soul Lady - 50

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My Soul Lady - 50

स्टडी रूम में , , ,

क्या ?

तेरी बीवी सना है आयुष चिल्लाते हुए बोला , , उसे देख कर कोई भी चाहता कि उसे यह बात अभी पता चली है लेकिन अखिल को क्या पता कि इन सब में उसका भी उतना ही बड़ा हाथ है जितना कि नैना और रिया का….



हां भाई उसने मुझसे धोखे से शादी कर ली है अखिल ने परेशान होते हुए कहा


पर वह घर में आई कैसे क्योंकि बिना किसी वैंपायर के परमिशन के वह घर में दाखिल तो नहीं हो सकती थी आर्यन ने सोचते हुए कहा , , ,



आर्यन भाई मुझे लगता है मां और रिया का काम है यह वही उसे लेकर आई है खास लड़की समझकर लेकिन अभी भी देखो वह मेरे कमरे में है तू क्या वही वह लड़की है अखिल ने अपना सर पकड़ते हुए कहा……




लेकिन अभी कहां है सना रूम में ही है ना , आर्यन बोला….. नहीं भाई गुस्से में कहीं बाहर निकल गई है अखिल ने इरिटेट होते हुए कहा…



वह क्यों…..आर्यन और आयुष एक साथ बोले



भाई वह मुझसे अनजाने में एक गलती हो गई आज उसे साड़ी में देखकर मेरा वैंपायर रूप बाहर आ गया था और मैंने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की जिससे वह रो कर कमरे से चली गई , अखिल कुछ सोचते हुए बोला




क्या अरे मेरे भाई उसने तुझे उल्लू बनाया है पक्का वह नाटक कर रही थी जरूर वह सारा के कमरे में रही होगी इतना कहकर आर्यन के साथ अखिल और आयुष भी वहां से भागे और सारा के कमरे की तरफ गए…..



अंदर जाते ही उन्हें वहां कोई नहीं दिखाई दिया जिससे वह लोग कंफ्यूज हो गए कि आखिर सना यहां आई क्यों नहीं , तभी सारांग ने आर्यन से कहा….. पापा आप यहां चाचू और मामा के साथ क्यों आए हो और इतना क्यों परेशान हो



वह बेटा मैं तो…. 1 मिनट मामा कौन है यहां ,आर्यन ने कहा


आयुष मामा और कौन वह मम्मा के भाई जैसे हैं ना इसलिए…सारांग ने हंसते हुए कहा



अच्छा इतनी दूर की सोच लि है तुमने आर्यन ने कहा बस यही नहीं मैंने तो अपना नाम भी सोच रखा है " सारांग "….. मम्मा और पापा का सारांग , उसने प्यार से कहा



सारांग नाम तो अच्छा है , आखिरकार तुम आर्यन ओबेरॉय के बेटे हो तो हर काम में परफेक्ट होना कोई नई बात नहीं , आर्यन स्माइल के साथ कहा….


क्या पापा कोई क्रेडिट तो मुझे लेने दो , आप भी ना…. सारांग बोला



इस बारे में बाद में बात करेंगे पहले यह बताओ यहां कोई लड़की आई थी क्या अभी कुछ समय पहले , आर्यन ने पूछा



क्या मासी की बात कर रहे हो आप , जिन्होंने दादी बुआ और मामा की मदद से यहां शादी कर ली हमारे अखिल चाचू से लेकिन वह तो यहां नहीं है , सारांग ने कहा



तुम्हें तो सब की जानकारी है यह सब तुम्हें मिलती कहां से है सारांग , , , आर्यन ने हैरानी से पूछा ,


और कहां से मेरी अपनी कुछ शक्तियां हैं पता करने की….


आर्यन को इस तरह हवा में बातें करता देख आयुष बोला , , , आर्यन किससे बात कर रहा है तू , यहां तो कोई नहीं है….. है ना मेरा बेटा सारांग उसी से पूछ रहा था मैं सना के बारे में , आर्यन ने कहा



तेरा बेटा पर वह कब हो गया अभी तो सारा प्रेग्नेंट हुई है आयुष ने अपना सर खुजलाते हुए पूछा , उसके बाद से इरिटेट होकर आर्यन ने कहा , वह सारा के पेट से ही मुझसे बात करता है



क्या भाई वह इतना शक्तिशाली है कि उसके पास सारी जानकारी है अखिल ने हैरानी से पूछा….. हां अखिल मैंने तुझे बताया था ना कि शक्तियां इसके पास बहुत होंगी , जो हमारे मकसद में हमारा साथ देंगी…. आर्यन ने कहा



इससे पहले आयुष तू बता , तू भी मिला था ना मां के साथ इस शादी में , आर्यन ने गुस्से में कहा



आयुष तू अभी चल तुझे मैं आज बताता हूं बहुत छूट मिल गई है तुझे अखिल का डर आजकल खत्म ही होता जा रहा है , लगता है वापस से खुद को और तुझे ठीक करने की जरूरत है अखिल ने कहा और आयुष को वहां से लेकर चला गया….. और आर्यन ने जाकर सारा को उठाया जो बहुत देर से सो रही थी सारा तो उसे देख कर ही डर गई थी और उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे , आर्यन ने जैसे ही उसे छूने की कोशिश ही सारा ने आर्यन का हाथ खुद से दूर कर दिया और बोली…. दूर रहिए आप मुझसे , नफरत है मुझे आपसे , मैं तो आपको जानती तक नहीं थी फिर आप मुझे किस चीज की सजा दे रहे हैं , ऐसे रोज रोज मुझे छूने से अच्छा है एक बार में ही मार दीजिए , , , हर बार आप मेरे सेल्फ रिस्पेक्ट को इस तरह बिस्तर पर क्यों रोंधने चले आते हैं , , इतना बोल वह जोर-जोर से रोने लगी और वहां से भागकर बाथरूम में चली गई और आर्यन वही गुस्से में बैठा उसे जाता देखता रहा




अखिल के रूम में , , ,


अखिल जब अपने रूम में आया तो सना उसे वहां नहीं दिखी…..अब यह नौटंकीबाज कहां गई जरूर अगला क्या करना है इसकी प्लानिंग कर रही होगी , उसने गुस्से में कहा लेकिन मुझे एक बार और उससे सॉरी कह देना चाहिए आखिर कार मैंने उसकी मर्जी के खिलाफ जाकर उसे छुआ था… और अखिल सना को ढूंढने लगा तभी उसे सना बालकनी में झूले पर सर लगाए सोई हुई मिली जिस पर चांद की रोशनी पड रही थी , जिससे उसकी खूबसूरती और भी निखर रही थी जिससे अखिल फिर से बहक रहा था और अपना कंट्रोल खुद पर से खो रहा था , और साथ ही ठंडी हवाएं भी बहने लगी थी जिससे सना के बाल भी अब उड़ रहे थे और अखिल एक टक उसे ही देख रहा था और तभी हवा की वजह से सना की साड़ी उसके कमर के पास से खुल गई और उसकी खूबसूरत सी खबर दिखाई देने लगी जिसे देख अखिल पागल हो रहा था….



तभी उसने अपना चेहरा फेरते हुए कहा….यह क्या तू अपना कंट्रोल फिर से नहीं खो सकता , , , नॉर्मल हो जा अखिल , और तभी अखिल वापस जाने को हुआ पर सना को ऐसे कैसे ठंडी में बाहर छोड़ सकता था इसलिए वह चलकर उसके पास गया पर अब भी उसकी नजर सना कमर पर ही थी और उसी वक्त वह नीचे बैठ उसे देखने लगा और अपने हाथ सना के कमर पर चलाने लगा लेकिन फिर रुक कर उसने सना की साड़ी ठीक की और उसे अपने बाहों में उठा कर कमरे में ले जाकर सुला दिया और खुद बाथरूम में चला गया….




अखिल शावर ऑन कर खड़ा था और पानी उसके मस्कुलर बॉडी पर गिर रहा था उस वक्त उसकी आंखें आग बरसा रही थी और उसने खुद से कहा…..मां और रिया की मासूमियत का फायदा उठाकर तुमने मुझसे शादी तो कर ली है सना , पर याद रखना अखिल एक आग है और तुमने उसमें खुद ही घी डाला है , और अब समय के साथ तुम्हारा हर एक दिन इस घर में नर्क जैसा होगा , तब मैं भी देखता हूं तुम यहां से यह शादी तोड़ कैसे वापस नहीं जाती हो अखिल ने कहा और अपनी आंखें बंद कर ली..….