My Soul Lady - 43 in Hindi Love Stories by Iffat fatma books and stories PDF | My Soul Lady - 43

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My Soul Lady - 43

तभी पीछे से अखिल ने चिल्लाते हुए कहा भाई यह सना है सारा की बहन जिसके बारे में मैंने कहा था जिससे मैं बदला लेना चाहता था पर शायद मैं ही पागल था जो इस जैसे बेकार के पीछे अपना वक्त बर्बाद करना चाहता था उसने गुस्से से कहा , , ,



अच्छा साली साहिबा आई है वह भी सब कुछ मेरे बारे में पता लगा कर आर्यन ने एक स्माइल के साथ कहा , ,


ज्यादा हंसने की जरूरत नहीं है तुम्हें और हां मैं यहां कोई हंसी ठिठोली करने नहीं आई हूं जो यह सब नाटक कर रहे हो सीधे-सीधे मेरी बात सुनो और मेरी दी का पीछा छोड़ दो वरना सना ने गुस्से में आर्यन को घूरते हुए कहा



वरना क्या करोगी मारोगे मुझे या फिर अपनी बहन को मुझसे दूर ले जाओ आर्यन ने उसे आंख मारते हुए कहा , ,



जो तुम सोच रहे हो उससे भी बुरा इतना कहकर सना ने अंश को आवाज दी उसकी आवाज सुन कर दौड़ता हुआ वहां आया और उसने खुश होते हुए सना को देखते हुए कहा , , एंजेल दी आप यहां पर , क्या आप मुझसे मिलने आई है…..



इतना कहकर वह सीधा सना से जाकर लिपट गया और सना ने उसके सर पर हाथ फहराते हुए आर्यन को देखा और अंश से कहा , हां और मैं तुम्हारे लिए बहुत कुछ लाई हूं जो शायद आपको बहुत पसंद आएंगे इतना कहकर उसने एक चॉकलेट आज को दे दीया और सना उसे देखती रही तभी अंश को छोड़ वह आर्यन के पास गई और उसने एक डेविल स्माइल के साथ कहा…… तुम्हें क्या लगता है अचानक में काली से पार्वती कैसे बन गई लेकिन आर्यन ओबरॉय मैं तुम लोगों की सोच से कई ज्यादा खतरनाक हु…..



सना ने इतना कहा ही था की अंश के जमीन पर गिरने की आवाज उन्हें सुनाई दी और अखिल दौड़ कर उसके पास गया और आर्यन ने सना को देखा जिसने तुरंत ही उसे आंख मारी और जाकर वहीं सोफे पर बैठ गई…….



क्या किया तुमने मेरे अंश को खेलने गुस्से में सना की और देखते हुए कहा , , ,



वही जो आज तक तुम्हारा भाई मेरी बहन के साथ करता आया है टॉर्चर….. तो अब इसका बचना ना बचना तुम्हारे भाई के हाथ में है , अभी के अभी मेरी बहन को डिवोर्स दे और उसका पीछा हमेशा के लिए छोड़ दे वरना…. यू नो अखिल कि मैं जो कहती हूं करती जरूर हूं सना ने शांत लहजे में कहा , , ,




तभी आर्यन ने अपनी आंखें बंद की और अपनी शक्ति से अंश को ठीक करने की कोशिश की लेकिन फिर भी कोई फायदा नहीं हो रहा था जिससे वह परेशान होकर चीखा , , क्या किया है तुमने इसके साथ जो मेरी शक्तियां भी नहीं काम कर रही आर्यन ने कहा , ,





इतना ज्यादा दिमाग मत लगाओ और जल्दी सोचो क्योंकि मैं अपनी दी को बंद करके आई हूं और मैं उन्हें ज्यादा देर रोने नहीं देना चाहती क्योंकि तुमने जितना उन्हें हर्ट किया है उसके लिए तो मुझे तुम्हें मार देना चाहिए था पर फिर भी तुम जिंदा हो…..सना ने गुस्से से आर्यन पर चिल्लाते हुए कहा , , ,



सना तू यह क्या कर रही है तू तो ऐसी नहीं थी फिर तू ऐसा कैसे कर सकती है वह भी एक बच्चे के साथ…..


एक गुस्से भरी आवाज दरवाजे के पास से आई जहां सारा खड़ी थी और उसके साथ वेदांश भी क्योंकि सारा जानती थी कि सना काफी गुस्से में है और वह जरूर कुछ गलत करेगी इसलिए उसने वेदांश को बुला लिया था ताकि वह उसे सना तक ले जा सके……फिर उसने वेद को वहां से जाने को कहा और वेदांश भी वहां से चला गया , , , ,



दी आप यहां क्यों आई हैं प्लीज गो…..


नहीं तू पहले यह सब छोड़ चल यहां से मेरे साथ हम यहां से दूर चले जाएंगे ताकि यह लोग हम तक ना पहुंच पाए सारा ने परेशान होते हुए कहा……




आप नहीं समझ रही हो दी यह हमें कहीं से भी ढूंढ लेगा और उससे पहले आपको इससे आजाद करना मेरे लिए ज्यादा जरूरी है , , ,




उसकी बात सुनकर आर्यन तो सीधा सारा के पास गया और उसने उसे कमर से पकड़ कर खुद के करीब खींचते हुए प्यार से कहा , , , क्या प्यार है ? पति को बचाने सीधा चली आई वह भी अपनी बहन से…..





उसकी पकड़ से आजाद होते हुए सारा ने नफरत से कहा मेरा बस चलता तो तुम्हें यही मार देती पर मैं तुम जैसी गंदी नहीं हूं जो दूसरों को मार अपना हाथ गंदा करूं…….





भाई आप यह क्या कर रहे हो वह वैसे भी भड़की हुई है और आप हैं कि आग में और भी घी डाल रहे हो , , अंश को देखो भाई उसे क्या हो रहा है अखिल ने परेशान होते हुए कहा…..




तब जाकर आर्यन ने सारा को छोड़ा और अंश के पास गया जिसका शरीर लाल पड़ गया था और उसकी हालत खराब थी उसे इस तरह देखकर आर्यन ने गुस्से मैं सना को देखा जो अपनी लाल आंखों से उसे ही देख रही थी , , तब तक सारा भी सना के पास पहुंच चुकी थी और उसने सना को कंधे से पकड़ा और उसे समझाते हुए कहा…….प्लीज यह सब छोड़ दे सना , , , वह एक बच्चा है और तुम मेरी बात कभी नहीं टालती ना तो फिर यह सब रोक दो और चलो यहां से , , , ,





हां दी आप सच कह रहे हो यह एक बच्चा है , और अब मैं इन सब कुछ छोड़ सकती हूं आखिरकार अब मुझे वैंपायरों से कोई भी लेना देना नहीं है , , क्योंकि इसके बाद मुझे उम्मीद है कि यह दोनों भाई आपकी तरफ तो नहीं आएंगे सना ने मन में कहा…….और अपने पॉकेट से एक रेड सिरप अखिल की ओर फेंक दिया और अखिल ने जल्दी से अंश को वह पिला दिया लेकिन उसे अब भी होश नहीं आया था….



अब भी यह होश में क्यों नहीं आया है , , , अखिल ने चिंता जताते हुए कहा….



इतना पागल मत हो अभी 2 घंटे में उसे होश आ जाएगा सना ने इरिटेट होते हुए कहा , ,




पर यह याद रखो मैंने इसे छोड़ दिया है , , लेकिन अगर इसके बाद तुम फिर से मेरी बहन के करीब आए तो तुम्हारे घर का कोई भी सदस्य जिंदा नहीं रहेगा सना ने गुस्से में चिल्लाते हुए कहा , , ,



उसका इतना कहना था कि आर्यन ने उसकी गर्दन पकड़ ली और उसे दबाते हुए कहा आज तुझ जैसे ने आर्यन को डराने की कोशिश कि और उसके परिवार पर वार किया है , तो तू यहां से जिंदा कैसे जा सकती है तुझे मार कर मैं तेरी बहन को हमेशा के लिए अपने पास रख सकता हूं फिर कौन है मुझे मारने या फिर डराने वाला , आर्यन ने गुस्से में कहा….. पर उसका गला जोर से दबाने लगा और सारा बार-बार आर्यन को सना से दूर करने की कोशिश करने लगी , , ,




' आर्यन छोड़ो मेरी बहन को मैंने कहा ना छोड़ो उसे….., , ,




सारा रोए जा रही थी और उसके सामने गिड़गिड़ा रही थी , पर आर्यन सना को नहीं छोड़ रहा था , , और तभी अचानक ही सारा बेहोश होकर गिरने को हुई पर आर्यन ने उसे अपने हाथों से पकड़ लिया और सारा उसकी बाहों में बेहोश हो गई , , ,