My Soul Lady - 40 in Hindi Love Stories by Iffat fatma books and stories PDF | My Soul Lady - 40

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My Soul Lady - 40

सना जैसे ही शाशा से सारा के बारे में पूछती है अपना सर नीचे झुकाते हुए कहता हैं , " महारानी वह लोग अपने पुराने ठिकाने पर ही है , लेकि..न वह....शाशा को इस तरह अटकता हुआ देखकर..... सना उससे कहती है , क्या हुआ तुम इस तरह क्यों बोल रहे हो.... क्या तुम मुझसे कुछ कहना चाहते हो? सना की बातें सुनकर शाशा थोड़ा फिक्र जताते हुए कहते हैं , " वह महारानी हम सभी जानते हैं कि 15 दिनों तक आप की शक्तियां आपके पास नहीं है , , , तो ऐसे में मुझे नहीं लगता कि आपको उस लड़की को बचाने के लिए जाना चाहिए , क्योंकि वैसे भी उस लड़की से आपका कोई रिश्ता नहीं है और ऐसे में आपको अपनी जान खतरे में डालने की जरूरत नहीं है ।










शाशा का इतना कहना ही था की सना कुछ कदम बढ़ कर उसके पास आए और देखते ही देखते उसका गला पकड़ लिया और उसने गुस्से में चिल्लाते हुए कहा , , , मुझे क्या करना है और क्या नहीं यह बताने का हक तुम्हारा नहीं और मैं तुम्हें इस लिए झेलती हूं क्योंकि तुम हमेशा से मेरे परिवार के वफादार रहे हो तो अगली बार से यह गलती ना होने पाए , वरना तुम मुझे जानते हो की मैं जितनी अच्छी हो सकती हूं , उससे कई ज्यादा बुरी भी हूं......इतना कहकर सना उसको छोड़ देती है , जिससे शाशा वहीं जमीन पर गिर जाता है ।







जंगल में , , ,

एक घनी से काले जंगल में बहुत ही बड़े घर के बाहर हजारों के फौज में बॉडीगार्ड मौजूद थे जैसे कि वह किसी ऐसे की देखभाल मैं लगे हो जो बहुत ही ज्यादा कीमती हो......और उसी घर के एक बड़ी से बेड पर एक लड़की अपनी सर को अपने दोनों पैरों के बीच छुपा कर बैठी थी और उसके रोने की आवाज पूरे कमरे में गूंज रही थी.... तभी एक हट्टा कट्टा इंसान उस कमरे में आया जो दिखने में बहुत ही ज्यादा हैंडसम था की एक बार को कोई भी लड़की उसे देखकर ही फिदा हो जाती । पर वह इंसान उस लड़की के पास जाकर बैठ गया और अपने हाथ उसे छूने को बढ़ा दिए पर जैसे ही उस लड़की को यह महसूस हुआ कि कोई उसे छूने की कोशिश कर रहा है तो वह तुरंत ही पीछे की और हो गई..... और अपने सर उठाई उस शख्स को आस भरी नजरों से देखने लगी.... उसकी यह हालत देखकर वह इंसान मुस्कुरा दिया और उसने कहां , , , मिसेस सारा ओबरॉय क्या आपको मेरी खातिरदारी पसंद नहीं आई , " डोंट वरी हम भी कुछ कम नहीं जी जान लगा देंगे आपकी खातिरदारी में , , , ताकि आर्यन को भी तो लगना चाहिए कि हमने उसकी फूल सी बीवी को कितना प्यार दिया है।










सारा जो लगातार बस रोए जा रही थी जब उसने यह सुना तो उसने रोते हुए कहा , आप कौन हैं ? अगर आप आर्यन से बदला लेना चाहते हैं तू उसके साथ यह सब कीजिए आखिर आप मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं , मैं तो आपको जानती तक नहीं..... पहले तू उस आर्यन ने मुझे किडनैप किया और अब आपने आखिर आप लोगों को मुझसे ही क्या लेना देना है..... सारा की बात सुनकर मार्शल गुस्से में कहता है , , , बदला बिल्कुल नहीं यह तो बहुत छोटी चीज हो गई..... मैं आर्यन नहीं हुं जो मैं आपका फायदा उठाऊंगा , और वैसे भी मैं जानता हूं कि आर्यन ने आपके साथ क्या-क्या किया है , यही सब तो मैं रोकना चाहता हूं , आपको उससे दूर करके और वैसे भी मुझे आप में कोई इंटरेस्ट नहीं है... मेरा प्यार कोई और है और मेरी चाहत भी हमेशा वही रहेगी..... इतना कहकर मार्शल वहां से चला जाता है। उसकी जाते ही सारा और जोर जोर से रोने लगती है और खुद से कहती है , सना आखिर तू कहां है , " तू तो हमेशा कहती थी ना कि तू मुझे हर बात प्रोटेक्ट करेगी.... तू इस बार तो इतनी लेट क्यों कर रही है.... आखिर क्यों तूने अब तक मुझे नहीं ढूंढा? पर मुझे यकीन है कि तू अपने साथ-साथ मुझे भी बचाएगी और उस आर्यन से मेरे हर हालत का बदला लेगी....और मुझे उसकी कैद से छुड़ाएगी......







जहां मार्शल गुस्से में जंगल में दौड़ रहा था..... क्योंकि वह बचपन से माया को प्यार करता था... लेकिन आज तक माया ने उसके भावनाओं की कदर नहीं की और उसे हर बार अपनी दुनिया का दुश्मन माना आखिरकार बात कितनी पुरानी थी , मार्शल जो माया के पिता आर्या के दोस्त का बेटा था.... और बचपन से ही मार्शल के पिता अपने बेटे को इस तरह ट्रेन करना चाहते थे कि वह आगे चलकर मायाना कि बागडोर संभाले , लेकिन माया जो बचपन से ही रानी बनने का सपना देखती आई थी , उसने कभी भी मार्शल को उस नजर से देखा ही नहीं , माया हमेशा से मार्शल को अपना रायवल मानती थी , जो कि सिर्फ और सिर्फ मायाना कि गद्दी के लिए लड़ रहे थे , और इसी दौरान दोनों के बीच में कई सारे जंग लड़ेगा....










लेकिन माया ने अपनी शक्तियों को इस तरह से कंट्रोल किया था कि , , , , कोई भी उसके सामने टिक नहीं पाता था यहां तक की माया ने खुद को शक्तियों के साथ-साथ बिना शक्तियों के लड़ने के लिए भी ट्रेन किया था जिसका सीधा असर माया और मार्शल के जंग में दिखती थी मार्शल हमेशा माया के सामने हार जाता था । और इनकी यही जंग उन दो दोस्तों के बीच के दरार का कारण बनी लेकिन मार्शल आज तक माया को प्यार करना नहीं भूल पाया और हर बार माया को अपना बनाने की साजिशे करता आया था पर तब से लेकर अब तक माया वैसी की वैसी ही थी.... क्योंकि मार्शल आज तक यह नहीं जानता था कि , माया का उसकी तरफ ना झुकने का कारण था उसका प्यार " रुद्रा "...... जिसको ढूंढने तक के लिए माया अपनी दुनिया छोड़ दूसरी दुनिया में पहुंच गई ।







मार्शल के महल में ,




मार्शल के महल में ना होने की वजह से , सना का वहा घुसना आसान हो गया था , क्योंकि यह तो जानती थी कि बिना शक्तियों के वह अकेले मार्शल से लड़ सकती है , लेकिन महल के बाहर मौजूद बॉडीगार्ड से नहीं इसलिए उसने घर में घुसने का एक नया आइडिया निकाल लिया था और वह उस घर में घुसकर सारा को ढूंढ रही थी ।