सना पूरी तरीके से , बेहोश नहीं हुई थी लेकिन उसे वह शख्स अच्छे से दिखाई नहीं दे रहा था तभी अचानक उस व्यक्ति ने सना को अपनी बाहों में उठा लिया और उससे घर के अंदर ले जाकर उसे बेड पर लेटा दिया , और वहां से जाने लगा तभी अचानक सना ने उसके हाथों को थाम लिया अब बेहोशी की हालत में कहने लगी कौन हो तुम और तुम यहां क्यों आए हो ?
लेकिन उस व्यक्ति ने कुछ भी नहीं कहा और सना का हाथ झटक दिया और वहां से जाने लगा तभी अचानक दर्द की वजह से सना के मुंह से चीख निकल गई है यह सुनकर वह लड़का वहीं रुक गया और सना के करीब जाकर उसने सना से पूछा क्या हुआ मिस सना क्या तुम ठीक हो ? सना उसकी आवाज सुनकर उसे पहचान गई थी इसलिए बेहोशी में ही उसने उस लड़के को खुद से दूर धकेल दिया , और चिल्लाते हुए कहने लगी , तू... मे...रे घ...र में क्या कर रहे हो निक...ल जाओ यहां से वरना ,
इतना बोल कर सुना बेड पर से उतरने लगी , लेकिन कमजोरी के कारण वो अचानक से गिरने लगी तभी उस लड़के ने सना को गिरने से बचा लिया लेकिन सना उस पर गुस्सा होकर उसे खुद से दूर ढकेल देती है , तभी सना का ध्यान उसके हाथ के निशान ऊपर जाता है जो धीरे-धीरे पूरी तरह से उभर रहे थे और इसमें बहुत ज्यादा जलन हो रही थी जिसकी वजह से सना वहां से भागकर तुरंत बाथरूम में चली जाती है लेकिन जल्दबाजी की वजह से वह बाथरूम का दरवाजा बंद करना भूल जाती है और शावर के नीचे जाकर खड़ी हो जाती है , , , क्योंकि यह दर्द उसके लिए सहन करना और भी ज्यादा मुश्किल हो रहा था क्योंकि इस वक्त सना के पास उसकी शक्तियां नहीं थी जिसकी वजह से वह काफी ज्यादा कमजोर थी , , , ,
शावर के नीचे बैठकर वो काफी ज्यादा जोर जोर से चीख रही थी उस की चीखें सुनकर वह लड़का बाथरूम के अंदर आया , और उसने वहां से चना को बाहर ले जाने की कोशिश की लेकिन सना बार-बार उसे खुद से दूर धकेल रही थी , , और वह लड़का और कोई नहीं अखिल ओबरॉय था जो किसी मकसद के तहत सना के पास आया था लेकिन उसे यह नहीं पता था कि सना उसे इस हालत में मिलेगी सेना को इस हालत में देखकर अखिल को उसके खून की तलब उठ रही थी
क्योंकि अमावस का पहर अब तक खत्म नहीं हुआ था जिसकी वजह से अखिल के अंदर का वैंपायर सेना का खून पीने के लिए व्याकुल हो रहा था और अखिल बार-बार उसे खुद से दूर रखने की ट्राई कर रहा था और वही सना भी अमावस के कारण उस दर्द को सहन नहीं कर पा रही थी, , ,
इसलिए अखिल ने खुद को कंट्रोल करने के लिए सना को शावर के नीचे ले गया और अचानक है अपनी होंठों को सना के होंठों से चिपका लिया और उसे किस करने लगा अर्चना उसे बार-बार खुद से दूर करने लगी लेकिन आखिर उससे दूर नहीं हुआ क्योंकि इस किस की वजह से वह अपने आप को रोक पा रहा था लेकिन इससे सेना को कोई भी राहत नहीं मिली उसका दर्द और भी बढ़ रहा था तभी अचानक एक झटके में सर आने अखिल को खुद से दूर धकेल दिया और दौड़ कर अपने कमरे में आ गई लेकिन उससे पहले उसने अखिल को बाथरूम में ही लॉक कर दिया और घर से बाहर भाग के आ गई , , ,
और गुस्से में खुद से कहने लगी अखिल मैं तुम्हें इसके लिए माफ नहीं करूंगी मेरा बस चलता तो मैं तुम्हें अभी मार देती लेकिन कोई नहीं मैं यह समझ लूंगी कि अभी तुम्हारी जिंदगी लंबी है क्योंकि जब मेरे पास मेरी शक्ति आएंगी उस दिन तुम्हारा आखरी दिन होगा यह माया का वादा है खुद से इतना बोल कर सुना गुस्से में वहां से जंगल में भाग जाती है और कुछ ढूंढने लगती है कुछ समय तलाशने के बाद उसे जंगल में एक 30 से 35 साल का एक आदमी दिखता है जो उस जंगल को पार कर रहा था तभी सना उसके पास जाती है तभी वह आदमी उसे कहते हैं , क्या हुआ बेटा तुम इतनी गीली कैसी हो गई ? क्या तुम्हारे साथ कुछ हुआ है ? मुझे बताओ , , ,
तभी सना उससे कहती है नहीं अंकल ऐसी कोई बात नहीं है आप यहां से जा सकते हैं मैं कुछ समय के लिए अकेले रहना चाहती हूं अभी वह आदमी सना की बात सुनकर वहां से जाने लगता है , लेकिन तभी अचानक सना अपनी छोटी को लंबा कर लेती है और उस आदमी को पीछे से पकड़ कर हवा में उठा लेती है और उसके करीब जाकर धीरे धीरे उसकी आत्मा खाने लगती है ।
इसकी वजह से वह आदमी वहीं कुछ सेकंड में मर जाता है और सना के शरीर पर बने निशान वापस से ठीक होने लगते हैं और कुछ ही देर में सेना वापस से नॉर्मल हो जाती है और उस आदमी के बॉडी को वहीं छोड़कर रोते हुए खुद से कहती है , , , आई एम रियली सॉरी अंकल मैं यह नहीं करना चाहती थी । । इतना बोल कर सना वहां से चली जाती है , , ,
वहीं दूसरी तरफ , , सारा अभी बेड पर पेट के बल लेटी हुई थी और लगातार रो रही थी क्योंकि वह किसी भी हाल में आर्यन से बचकर यहां से भाग जाना चाहती थी लेकिन उसके लिए सबसे जरूरी था उसका इस कमरे से बाहर जाना लेकिन यह चीज सारा के लिए मुमकिन नहीं थी क्योंकि अखिल ने सहारा के कमरे को बाहर से बंद करवा दिया था , , , तभी सारा अचानक से बेड पर से उठती है और उस कमरे में बाहर निकलने का रास्ता ढूंढ ने लगती है तभी उसकी नजर उस घर के बालकनी पर जाती है कुछ सोचते बेसहारा वहां से भागने का प्लान बनाती है लेकिन उस बालकनी का दरवाजा अंदर से लॉक किया हुआ था तो सारा अपना दिमाग लगाकर उस ताले को खोलने की कोशिश करती हैं , , ,
15 से 20 बार ट्राई करने के बाद आखिरकार सारा उस ताले को खोलने में कामयाब हो जाती है और बालकनी का दरवाजा खोल देती है तभी भाग कर वापस कमरे में आती है और कुछ कपड़ों को आपस में जोड़ कर रस्सी बनाती हैं ताकि वह उस सेकंड फ्लोर की बिल्डिंग से नीचे उतर सके इतना सोच कर सारा जल्दी से उस रस्सी को बाहर लटका देती है और धीरे-धीरे वहां से उतरने रखती है तभी अचानक उस उसे कमरे के बाहर से किसी के कदमों की आहट सुनाई देती है और दरवाजा खुलने की आवाज आती है जिससे सारा घबरा जाती है और खुद को बचाने का कोशिश करती है।