Hold Me Close - 20 in Hindi Love Stories by Harshu books and stories PDF | Hold Me Close - 20 - you are so beautiful ️

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Hold Me Close - 20 - you are so beautiful ️

रेवा तो सुकून से सो रही थी लेकिन अर्जुन की नींद उसके आंखो से कोसो दूर थी।

"पता नही कल क्या होगा । तुम्हे पार्टी मैं लेकर जाने की रिस्क ले रहा हूं लेकिन ये जरूरी है । मुझे पता करना है उस आदमी के बारे मैं जो तुम्हारे पीछे पड़ा है । ऐसा कौन है जिसका पता मैं नही लगा पा रहा । इसका मतलब ये की वो आदमी कोई आम इंसान नही है । अंडरवर्ल्ड मैं से कोई होगा क्या ! अगर ऐसा हुआ तो रेवा के लिए बहुत बड़ी प्रोब्लम हो जायेगी । i hope की अंडरवर्ल्ड मैं से कोई ना हो । इतने दिनो से try कर रहा हूं की कुछ तो पता चले लेकिन हाथ कुछ नही आ रहा । पता नही कल उस आदमी के बारे में पता चलेगा या नही लेकिन मैं तुम्हे कुछ नहीं होने दूंगा । एक बार उस आदमी का पता चल जाए , नही उसे जिंदगी से उठाया ना तो मेरा नाम भी अर्जुन सिंघानिया नही ", अर्जुन ने अपने आप से ही कहा और अपने फोन पर एक नंबर डायल किया । फिर एक ही रिंग में रिसीव हुआ ।

सामने से आदमी ने कहा –"सर इतने रात को कॉल किया ! कोई प्रोब्लम हुई है क्या? "

"नही लेकिन कल के पार्टी के बारे मैं कुछ इंस्ट्रक्शंस देने थे वो स्ट्रीक से फॉलो करने है । कल के पार्टी के लिए पूरा होटल बुक किया है मैंने । इसका खयाल रखना की हर फ्लोर पर CCTV camera हो। सिक्योरिटी का खास खयाल रखना। किसी भी अंजान आदमी को होटल मैं एंट्री नही मिलनी चाहिए । और होटल के बाहर १ से २ किलोमीटर मैं जितने भी CCTV cameras है make sure वो सभी ऑन हो । बाकी सब मैं संभाल लूंगा । मैं कोई रिस्क नही लेना चाहता ", अर्जुन ने उस आदमी को कहा ।

"Yes sir don't worry! आप टेंशन मत लो काम हो जाएगा । और हम सब रेवा मैडम की सिक्योरिटी का खास ध्यान रखेंगे । उन्हे एक पल के लिए भी अकेला नही छोड़ेंगे और वो होटल के बाहर ना जाए इसका भी ध्यान रखेंगे", उस आदमी ने जवाब दिया और कॉल कट कर दिया।

"ये हो क्या रहा है मेरे साथ ! ये इतनी घबराहट तो इसके पहले कभी नही हुई । मेरे पास इतनी पावर तो जरूर है कि मैं रेवा को प्रोटेक्ट कर सकू । लेकिन फिर भी ये अजीब सी बैचैनी !!! जैसे रेवा ने कुछ देर पहले कहा .. मुझे प्यार हो रहा है क्या ! इसलिए मैं डरता हूं की इसे कुछ हो ना जाए । नहीं नही अर्जुन तुझे प्यार व्यार हो ही नही सकता । तुझे सिर्फ रेवा की फिक्र है ",अर्जुन ने मन मैं ही सोचा ।

अर्जुन को रेवा से प्यार तो हो रहा था लेकिन वो खुद इस बात से अनजान था । अर्जुन ने रेवा को देखा जो की सोते हुए किसी छोटी बच्ची की तरह दिख रही थी । उसके बालों की कुछ लटे उसके गालों को चूम रही थी । अर्जुन ने रेवा के बालों को उसके कानो के पीछे कर दिया। रेवा को निहारते निहारते कब अर्जुन की आंख लग गई उसे ही पता नही चला ।

अगले दिन सुबह:

अर्जुन अभी भी सो रहा था । अपनी आंखे खुलते ही अर्जुन ने अपने सामने रेवा को देखा जो की अपने गीले बाल सुखा रही थी । उसके बालों से अभी भी पानी टपक रहा था ।

Haye.... दिन की शुरुवात इतनी ब्यूटीफुल हो तो क्या ही बात है । अर्जुन ने धीमी आवाज मैं कहा ।

"उठ गए आप ....",रेवा ने अर्जुन की ओर देखते हुए कहा ।

अर्जुन ने रेवा का हाथ पकड़ा और उसे अपनी तरफ खीच लिया। रेवा सीधे अर्जुन के सीने से जा टकराई । रेवा के गीले बाल अर्जुन के चहरे पर फैल गए थे । अर्जुन के हाथ रेवा के कमर पर और भी ज्यादा मजबूत होते जा रहे थे । you know what! You are so beautiful ❤️ कुछ हो रहा है मुझे ! I don't know क्या हो रहा है । अजीब फीलिंग है। लेकिन जब भी तुम मेरे नजरों से एक पल के लिए भी दूर होती हो तब अजीब सी बैचैनी होती है ", अर्जुन ने रेवा के कानो मैं कहा । अर्जुन की गर्म सांसे रेवा अपने गर्दन पर महसूस कर रही थी । रेवा के हाथ अर्जुन के दोनो कंधो पर कस रहे थे । अर्जुन ने रेवा का चेहरा अपने हाथों मैं लिया और अपने ओंठ रेवा के माथे पर रख दिए ।