AFTER LOVE - 20 in Hindi Love Stories by Mr Rishi books and stories PDF | ऑफ्टर लव - 20

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ऑफ्टर लव - 20

सब पार्टी एन्जॉय करने में बीसी होते है,तभी अभय और त्रिशा दोनो साथ में हॉल के अंदर इंटर करते है। सब की नज़रें उन दोनों के तरफ़ हो जाती है।



त्रिशा रेड कलर की ड्रेस में काफ़ी ज्यादा ही प्रिटी दिख रही होती है,और अभय ब्लैक कलर का फॉर्मल ड्रेस दोनो एक साथ कमाल के दिख रहे होते है।

तभी अभय की फ्रेंड कृतिका त्रिपाठी जो की उसके लिए कॉस्ट्यूम डिजाइन किया करती है उसके पास आते हुए उसे है करती है।और उससे त्रिशा के बारे में पूछती है।" Abhay if i m not wrong then she is you girlfriend??"...

कृतिका जैसे ही ये कहती है अभय त्रिशा के तरफ देखने लगता है।त्रिशा भी अभय के तरफ देखती है,पर त्रिशा के चेहरे पर किसी भी तरह का कोई भी एक्सप्रेशन नहीं होता हैं ।

तभी अभय त्रिशे के आँखों में देखते हुए एक हल्की सी स्माइल के साथ कहता है"हां ये मेरी गर्लफ्रेंड है,"उसके इतना कहते ही त्रिशा अपनी आँखें बड़ी करके अभय को घूरने लगती है।

"ओहो वाह तुमने गर्लफ्रेंड भी बना लिया और मुझे बताया तक नहीं this is not fair Abhay.

अभय मुस्कुराते हुए कृतिका से कहता है"अरे ऐसी कोई बात नही है, हम अभी ही की है दिन पहले मिले और एक और शॉकिंग न्यूज बताऊं?"...

कृतिका अभय से पुछती है"शॉकिंग न्यूज?? ओके!"...तभी अभय त्रिशा से कृतिका को इंट्रोड्यूस करवाते हुए कहता है"ये है हमारे न्यू फिल्म आवारगी की ऐक्ट्रेस मिस त्रिशा सिंह।"ये सुनते ही कृतिका शॉक्ड हो कर कहती है"क्या? ये यही है यार अभय तुमने तो सच में मुझे शॉक्ड हो कर दिया।"...

अभय हंसते हुए कहता है"हां वैसे भी मैं पहली बार ऐसी शॉकिंग न्यूज तो आपको दे नही रहा हू,"उसी बीच विवेक वहा आ जाता है और हंसते हुए कहता है"और ये पहली बार ऐसे शॉक्ड हो नही रही हैं।"

कृतिका विवेक को हग करते हुए स्माइल के साथ कहती है"एक्जेक्टली, मेरी यही अदा तो मुझे सबसे अलग बनाती है।"... कृतिका की इस बात पर सब हंसने लगते है।

तभी अर्जुन रॉय की नज़र त्रिशा पर पड़ती है, अर्जुन त्रिशा को निचे से उपर तक देखता है। अर्जुन के हाथ में शैंपिंग की ग्लास होती है,वो पीते हुए त्रिशा के तरफ बढ़ता है।और सब को हाय कहता है"हेलो एवरीवन!"

अभय और विवेक एक साथ अर्जुन के गले लगते है।गले मिलने के बाद अभय अर्जुन से कहता है "इन से मिलो ये है,,"अभय आगे कुछ बोलता उससे पहले अर्जुन कहता है"मेरी फिल्म आवारगी की होने वाली न्यू हीरोइन ' आई नो'"...

ये कहते हुए अभय त्रिशा से हाथ मिलाते हुए इसके गले लगने ही वाला होता है, कि तभी त्रिशा अभय से कहती है"अब हम अंदर चलना चाहिए!"

अर्जुन का मुंह अजीब सा हो जाता है,और फेक स्माइल करते हुए कहता है"हां अब चलना चाहिए!"....त्रिशा अभय का हाथ थाम कर अंदर के तरफ बढ़ने लगती है।

अर्जुन जब अभय के हाथ में हाथ डेल हुए त्रिशा को देखता है तो उसे अंदर ही अंदर बहुत जलन सी होने लगती है। तभी तनु वहा आ जाती है और अभय को हग करते हुए उससे पूछती है"हाय अभय,आज तो तुम सच में बहुत ही ज्यादा हैंडसम दिख रहे हो!"...

दूर खड़ा होकर अर्जुन शैंपिन पीते हुए बस त्रिशा को ही देखे जा रहा होता है। तनु अर्जुन को त्रिशा को घूरते हुए देख लेती है,और फिर अभय से पुछती है"वैसे ये कौन है?"..

अभय त्रिशा को तनु से इंट्रोड्यूस कराते हुए कहता है"ये है त्रिशा हमारे अगली फ़िल्म आवारगी की हीरोइन"...अभय जैसे ही ये बोलता है तनु आँखें चौड़ी करते हुए कहती है"अच्छा तो ये है वो लड़की!"...

तनु त्रिशा से हाथ मिलाते हुए कहती है"हाय मैं तनु!जहा तक मुझे पता है बताने की कोई जरूरत तो थी नहीं क्यों?"...त्रिशा स्माइल देते हुए कहती है"जी आपको कोई नहीं जानता आफ्टोरोल आप इतनी बड़ी मॉडल और साथ ही साथ एक्ट्रेस जो ठहरी।"...

त्रिशा के इतना कहते ही तनु थोड़ा एटीट्यूड के साथ कहती है"पर त्रिशा एक बात तुम्हे शायद नहीं पता ये फिल्म मैं करना चाहती थी,पर किस्मत तो देखो मुझसे पहले तुमने इस फिल्म को साइन कर लिया और तुमने मुझसे मेरा सपना छिन लिया और अगर कोई मुझसे मेरे करीबी चीज को छींटा है तो मुझे ये बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता हैं। एंड इन फ्यूचर मैं उससे उसकी ख़ास चीज छिन लेता हु। any way let's enjoy the party!"....

इतना कह कर तनु वहा से चली जाती है,पर त्रिशा उसकी कहे बात को सोचने लगती है"क्या चीज़ है यार, मैंने तो आज ही फिल्म साइन किया है।अगर चाहती तो पहले भी ये इस फिल्म को साइन कर सकती थी।और उम्ये मुझसे ऐसे बात क्यों कर रही थी जैसे मैं इसकी कोई पुरानी दुश्मन हू।"...

त्रिशा ये सब सोच ही रही होती है की तभी अभय उससे पूछता है"त्रिशा कहा खो गई, सब ठीक तो है न ?"त्रिशा जहत से बोलती है"हां, हां सब ठीक है।"....

त्रिशा के इतना कहते ही अभय उसे अपने साथ अपने बाकि के दोस्तों से मिलवाने के लिए ले जाता है !सबसे मिलवाने के बाद वो दोनो एक जगह पर जा कर बैठ जाते है।उनके जस्ट बगल वाली सीट पर अर्जुन और तनु बैठे हुए होते है।

त्रिशा पहली बार ऐसी ड्रेस पहनी हुई थी जिस वजह से उसे बैठने मे दिक्कत हो रही होती हैं,जिस वजह से उसका पूरा पैर दिख रहा होता है।त्रिशा बार बार अपना पैर अपने पर्स से ढकने की कोशिश कर रही होती है पर अच्छे से नहीं ढक पा रही थी।ऐसा करते हुए अभय देख लेता है और उसे अपने बीच वाले सीट पर आकर बैठने के लिए कहता है।

त्रिशा आगे से उठ कर पिछे अभयबके सिर पर बैठ जाती है,और अभय के बगल वाले सीट पर कृतिका बैठी हुई होती है।अभय जैसे ही आगे जाने वाला होता है तभी कृतिका अपना सीट अभय को दे देती है और कहती है"तुम यह बैठ जाओ मैं आगे चली जाती हु।"..

कृतिका हल्की सी स्माइल देता है और आगे चली जाती है।अभय त्रिशा के बगल में बैठते हुए त्रिशा से पुछता है"अब कोई प्रोब्लम??"...त्रिशा न में सिर हिलाते हुए कहती है"नहीं अब ठीक है !"

अभय और त्रिशा के बीच इतनी नजदीकियां देख कर अर्जुन अंदर ही अंदर जल रहा होता है।उसका ध्यान पूरी तरह से त्रिशा के उपर होता है।

To be continued...