AFTER LOVE - 7 in Hindi Love Stories by Mr Rishi books and stories PDF | ऑफ्टर लव - 7

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ऑफ्टर लव - 7

पास में ही डॉक्टर एक मरीज को देख रहे होते है।जैसे ही वो उसे दावा देकर जाने वाले होते है।त्रिशा उनसे अपना पैर दिखाती है। डॉक्टर पास के चेयर पर त्रिशा को बैठने के लिए कहते है।त्रिशा वहा बैठ जाती है वही पास में अभय भी खड़ा होता है। डॉक्टर त्रिशा के पैर पर हल्के से दबा कर चेक करता है।

तभी जहा ज्यादा चोट थी वहा डॉक्टर जैसे ही जोर से दबाते है त्रिशा के मुंह से आवाज निकल आती है।"आह,,, उम्म,,, त्रिशा पास में खड़े अभय के हाथ बहुत ही कस कर पकड लेती है।

त्रिशा की आंख बंद होती है और ओ अभय के हाथ पर जोर से अपनी नाखून गड़ा देती है। अभय त्रिशा के तरफ ही देखता जा था होता है।की कैसे ओ एक बच्ची की तरफ कर रही है ।उसे पता ही नही चलता है की त्रिशा अपनी नाखून उसके हाथ में गड़ा दी है।

डॉक्टर चेक करने के बाद त्रिशा से बोलते है"ज्यादा चोर नही है बस हलकी सी मोच है,ठीक हो जायेगा मैं कुछ दावा लिख देता हु आप ले ली जियेगा और ध्यान रहे ज्यादा जोर ना पड़े पैर पर।

त्रिशा डॉक्टर को थैंक्स कहती है, तभी डॉक्टर की नजर अभय के हाथ पर पकड़ती है।"ये क्या तुम्हारे हाथ से तो खून निकल रहा है। अभय जैसे ही अपने हाथ में देखता है। तो उस के होश उड़ जाते है।"what,, ये कैसे हो गया?"

त्रिशा अभय की हाथ दिखकर चौक जाती है। तभी अभय की नजर त्रिशा के उंगलियों पर पड़ती है!और ओ आश्चर्य से देखते हुए कहता है"त्रिशा तुम्हारे नाखून में खून लगे हुए है।तुम ठीक तो हो ना?"..

त्रिशा झट से अपने हाथ की ओर देखती है और उसके होश उड़ जाते है"मेरे हाथ में ये कैसे लगा अभी तो सब ठीक था!और अचानक से ये??"..

डॉक्टर अभय का हाथ देखते है, तो समझ जाते है ये नाखून गड़ ने की वजह से हुआ है।और फिर त्रिशा के हाथ देखते है फिर वो श्री बात समझ जाते है।और कहते है "देखिए ये नाखून हलने की वजह से हुआ है।घबराइए नही मैं नर्स को बोल देता हु वो आकर इंजेक्शन दे देगी।"

त्रिशा चौक कर कहती है"क्या इंजेक्शन?"... इंजेक्शन का नाम सुनते ही त्रिशा का होश उड़ जाता है।और वो अभय की तरफ देखते हुए कहती है"सॉरी मेरी वजह से तुम्हे ये सब....."तभी अभय कहता है "अरे it's okay अब तुमने जन बुझ कर तो किया नही।"...

त्रिशा अभय का हाथ पकड़ कर उसके जख्म पर फुक मारने लगती है,त्रिशा को ऐसे करते देख अभय उसके चेहरे की ओर देखे ही जा रहा था।त्रिशा का वो मासूमियत देख अभय कही खो सा जाता है।

तभी वहा एक नर्स आती है,और कहती है"सर,क्या आपको ही ये इंजेक्शन देना है?"अभय त्रिशा के तरफ देखते हुए कहता है"जी हा मुझे ही।"ये कहते हुए अभय अपना हाथ आगे बढ़ता है तभी नर्स हस्ते हुए कहती है सॉरी सर but ये इंजेक्शन हाथ पर नही कही और लगेगा।"

त्रिशा ये सुनकर अभय के तरफ देखती है,अभय भी थोड़ा शॉक्ड हो कर नर्स से पुछता है"कही,,और,,,, मतलब??"

तभी नर्स जवाब देते हुए कहती है"आपने बैक पर !"ये सुनते ही अभय कहती है"मेरे बैक यानी पीठ पर???"।।।।।

नर्स जाते हुए कहती है"अरे सर आपके bomb पर। अभय ये सुनते ही कहता है"अच्छा bomb पर?क्या कहा,,,?? मेरे,,,bomb पर त्रिशा के तरफ देखता है त्रिशा अपने मुंह पर हाथ रख कर मुस्करा रही होती है।"

अभय का चेहरा पीला पड़ जाता है,और नर्स से कहता है,"वैसे यह कोई जेंस डॉक्टर नही है क्या??"...अभय का जवाब देते हुए नर्स कहती है"है,,पर अभी वो यह नही हैं,, अभी मेरे सिफ्ट है।"....

अभय नर्स की बात सुनने के बाद कहता है"ओह"""...तभी नर्स कहती है"सर प्लीज जल्दी करें मुझे और भी पेशेंट को देखना है।"अभय वापस से त्रिशा के तरफ देखता है।त्रिशा मुस्कुराते हुए कहती है"अब मुझे क्या देख रहे हो जाओ इंजेक्शंस लेलो।"ये कहते हुए त्रिशा वापस से अपने मुंह पर हाथ रुख कर हसने लगती है।

अभय त्रिशा से बोलता है"ये क्या है?भला इसमें इतना हसने वाली क्या बात है?"....त्रिशा अपनी हसी रोकते हुए कहती है"okay,,, अब नही हसूंगी ठीक है??"अभय नर्स के साथ जाने लगता है।उसके जाते ही त्रिशा वापस से हसने लगती है।त्रिशा की हसी अभय सुन लेता है और कहता है"तुम्हे तो मैं आकर देखता है!"....

अभय अंदर पास के बेड पर लेट जाता है, नर्स इंजेक्शंस रेडी करती है अभय के चेहरे पर अभी भी मास्क होता है।जैसे ही नर्स इंजेक्शन लखन के लिए अभय को अपना जींस थोड़ा सरकने को बोलती है अभय बोलता है।"wait,, पर मेरी एक शर्त है आप अपना आंख बंद करके इंजेक्शंस लगाओगी!"...

अभय की बात सुनकर नर्स हस्ते हुए कहती है "क्या कह रहे है आप?ऐसा नही हो सकता अगर इंजेक्शन की और लक गया तो आपको दिक्कत हो जाएगी।"

अभय अपना मास्क उतार देता है,जैसे ही नर्स उसे देखती है उसे बिस्वास ही नही होता है की अभय उसके सामने है। वो अभय से कहती है"क्या आप सच में अभय ही हो ना?"अभय हस्ते हुए कहता है जी आप बिलकुल सही पहचान रही है में ही हू।"अभय जैसे ही ये कहता है वो इंजेक्शन साइड मे रख देती हैं।और अपना फोन निकालते हुए कहती है"प्लीज एक सेल्फी ले सकती हूं??"

अभय हस्ते हुए कहता है "हा हा बिलकुल पर मेरी एक शर्त है!"अभय जैसे ही कहता है नर्स खुशी से पागल होते हुए कहती है"हां मैं आपकी सारी शर्ते मानने के लिए तैयार हू बोलिए क्या शर्त है?"..

तभी अभय कहता है"मुझे ये इंजेक्शंस नही लगवाना हैं "अभय जैसे ही ये कहता है,नर्स उसे समझाते हुए कहती है"सर पर इससे आपको प्रोब्लम हो सकती है।"अभय समझाते हुए नर्स को कहता है"आप चिंता नही करो मैं बाद में इंजेक्शन लगवा लूंगा आप बस बाहर बोल देना की इंजेक्शन लक गया है।"...

नर्स अभय की बात मान लेती है और उसके साथ सेल्फी ले कर बाहर चली जाती है।पीछे से अभय भी बाहर आता है तभी त्रिशा अभय से पुछती है।"वाव क्या बात है, इतनी देर अंदर कुछ बात हो गई थी क्या???"...

त्रिशा की बात सुनकर अभय उसे कूच है"छी छी क्या क्या सोचती रहती हो। अब चलो तुम्हारी वजह से मुझे क्या क्या झेलना पड़ा !"...

त्रिशा हस्ते हुए कहती है"अच्छा,मेरी वजह से तो तुम्हे किसने कहा था यह मेरे पीछे पीछे आओ??".अभय इसका जवाब देते हुए कहता है,"वो तो मेरी वजह से तुम्हे चोट आई इस लिए मुझ अच्छा नहीं लग रहा था तो बस आ गया।".....

त्रिशा हस्ते हुए कहती है"अच्छा,, चलो अब कोई नही,, तुम्हारी वजह से मुझे चोट आई और मेरी वजह से तुम्हे बात बराबर।"

अभय त्रिशा को घूरते हुए कहता है "अरे वाह और इस बीच जो मेरी इज्जत गई उसका क्या?"...त्रिशा अभय की बात पर हस्ते हुए कहती है"क्या अभय तुम भी कैसी बात करते हो इस में शर्माने की क्या बात है। मैं ऐसा कुछ नही सोच रही डॉक्टर डॉक्टर होते है चाहे लड़की हो या लड़का और अगर हम यही देखकर डॉक्टर के पास जायेंगे की हम लड़की होकर किसी लेडिज डॉक्टर के पास जायेंगे फिर तो समझो हो गया हमारा इलाज सो हम ऐसा नही सोचना चाहिए ।"अभय त्रिशा की बात बस सुनते हुए चले ही जा रहा होता है।

To be continued...