Sath Zindgi Bhar ka - 62 in Hindi Love Stories by Khushbu Pal books and stories PDF | साथ जिंदगी भर का - भाग 62

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साथ जिंदगी भर का - भाग 62

लेकिन फिर भी हम हर बार ऐसी गुस्ताखी करना चाहेंगे फिलहाल के लिए इतनी काफी है एकांश ने नशीली आवाज में कहा और आस्था को फ्लाइंग किस देकर कमरे में चला गया आस्था ने हंसकर शर्मात हुए अपना चेहरा ढक लिया

एकांश उसे छोड़कर बाहर आया आस्था उसी के लिए लंच का वेट कर रही थी उसमें थोड़ी सी भी हिम्मत नहीं थी कि एकांश को देखने की और एकांश उसके इस अदा को इंजॉय करने में लगा हुआ था आस्था का शर्म से गुलाबी हुआ चेहरा उसे बेहद खुशी दे रहा था

आस्था ने सर झुकाए ही उसे खाना शुरू किया और अपनी प्लेट में भी नहीं रे लगी एकांश ने उसका हाथ पकड़ा और अपनी प्लेट से निवाला उठाकर उसके सामने कर दिया आस्था ने उसकी तरफ देखा और एकांश ने नजरों से ही उसे खाने को कहा आस्था ने वह बाइट खाली और अपने हाथों से एकांत को भी खिला दीया

अब चले आस्था ने एकांश से पूछा दोनों अपना-अपना लंच कर खत्म कर चुके थे नहीं एकांश ने उसे अपनी और खींच लिया और अपनी गोद में बिठा लिया कुंवर जी अब नहीं आप पहले ही बहुत परेशान कर चुके हैं हमें छोड़िए हमें आस्था में झूठा गुस्सा दिखा कर लेकिन वह भी जानती थी कि एकांश का उसे इस तरह प्यार करना कितना सुकून दे रहा है

सच में छोड़ दी क्या एकांश धीरे से उसके कान में कहा और उसके होंठ आस्था के कान पर गाल पर घूम रहे थे आस्था ने कह तो दिया लेकिन उससे और पिघल गई वह भी इस एहसास को पूरी तरह से जीना चाहती थी आई कांट जान हम नहीं हो रहा है हमसे आपकी मौजूदगी हमें बेबस कर रही है आपके करीब आने के लिए आपको छूने के लिए प्यार करने के लिए एकांश कि वह मदहोशी करने वाली आवाज सुनकर आस्था उससे और ज्यादा चिपक कर बैठ गई

सच ही तो था वह भी कहां उससे दूर होना चाहती थी एक अंश की छुअन उसे भी तो मदहोश कर रही थी उसके करीब जाने के लिए उकसा रही थी हमें भी दूर नहीं जाना है कुंवर जी लेकिन आस्था कह्ते हुए रुक गई लेकिन क्या देखा उसने उसकी आंखों में देखते हुए पूछा

लेकिन डर लगता है अगर आप की आदत हो गई तो हम संभाल नहीं पाएंगे अपने आप को फिर मुश्किल हो जाएगा आपके बिना आपके छुवन के बिना नहीं रहना आस्था ने जवाब दिया और एकांश ने उसके लबों को अपने लबों में समा लिया वह दूसरे को इंसटिड किस करने के बाद दोनों फ्रेश हुए और अपने अपने काम पर निकल गए

आस्था ने बुरी तरह से अपने आपको काम में ढूंढ लिया था और एकांश भी उसके काम में बिजी हो गया था उन दोनों को इस तरह अलग-अलग काम करता देख उस अनजान शख्स को बहुत ज्यादा खुशी मिल रही थी एकांश शाम को भी घर जल्दी चला गया था लेकिन आस्था अभी तक काम ही कर रही थी आस्था ने ही उसे घर भेज दिया था उसकी फॉरेन

क्लाइंट के साथ ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस थी जो वह इग्नोर नहीं कर सकती थी उसी में उसे काफी लेट हो चुका था घर आने पर उसे सब से बहुत डांट मिली

सॉरी ना दादीसा आस्था ने बोली वाली शक्ल करते हुए देखा रूद्र और स्वप्न में दादीसा को भड़काया और आस्था उन्हें खुन्नस दिखा रही थी जिस पर दोनों अपना मुंह छुपा छुपा कर हंसने लगे

दादीसा प्लीज आस्था ने फिर एक बार प्यार से रिक्र क्वेस्ट की ठीक है लेकिन अगली बार नहीं अगर आप फिर से लेट हुई तो आपको पनिशमेंट मिलेगी पता नहीं क्या मिलता है आप बच्चों को इतनी देर काम करने पर बिल्कुल अपनी सेहत की फिक्र ही नहीं करते हैं

आप सब दादी सा ने फिर से फिक्र में उसे बात सुनी और आस्था उनसे कसकर गले लगा लिया और उसकी आंखों में आंसू आ गए क्या हुआ है बेटा दादी सा को बुरा लगा हां भाभीसा सॉरी हम मजाक कर रहे थे रूद्र और स्वप्न भी आगे आ गए उनकी आंखें भी नम हो चुकी थी बोलिए ना भाभी सा क्यों रो रही हैं आप

स्वप्न आस्था ने उसे दूर हो गए और ना में सर हिला या फिर यह आंसू क्यों रुद्र ने उसके गाल से आसुओं को पहुंचते हुए पूछा यू नो द हमने आपको बहुत ज्यादा मिस किया बहुत सही बहुत ज्यादा कोई नहीं था हमारे पास हमारी लिए फिक्र करने वाला हमारा इंतजार करने वाला लेट होने पर डांटने वाला भाई साहब आप हमें दूर नहीं करेंगे ना आस्था कभी भी नहीं स्वप्न और रूद दोनों ने एक साथ कहा

तब भी क्योंकि हमारे लिए आप हमारी बहन है और अपनी बहन से कोई रिश्ता नहीं तोड़ता कभी भी नहीं रूद्र ने फिर से उसके आंसू साफ किए और आस्था को गले लगा लिया अब तुम भी उनके गले लग गए लगता है आप हमें भूल गए हैं दादीसा की आवाज से सुन तीनों ने उसकी तरफ देखा और मुस्कुराते हुए तीनों ही उसके गले लग गए वैसे एक बात कहे भाभीसा रूद्र आस्था आप ना आप है ना वह कहते हुए रुक गया ठीक से कहिए ना दा आस्था चिढ़ ते हुए हुए बोली आप अभी भी छोटी ही है इसलिए बात-बात पर रोने लगते हैं

रुद्र ने मजाक उड़ाते हुए कहा हेट यू आई हेट यू दा आस्था तो उठाकर उसे मारने के लिए दौड़ पड़ी सॉरी सॉरी भाभी साहब मजाक कर रहे थे रोज भागते भागते थक कर सोफे पर बैठ गया आस्था भी उसके पास आकर बैठ गई ऐसे माफ नहीं करेंगे आपको कुछ करना होगा हमारे लिए आस्था वह क्या है भाभी सा रूद्र आपकी सारा बात नहीं कर रही है

हम सब उसे कहिए ना नाराजगी खत्म कर दे आस्था ने बेचारी सी शक्ल बनाते हुए कहा भाभी सा इसके अलावा कुछ भी बोलिए करने के लिए सब मंजूर है लेकिन यह नहीं पूछ रहा था ने गुस्से में कहा क्या दा भाभीसा वह हमें जिंदा खा जाएगी उन्होंने कितनी गुस्सैल है वह फिर भी आप हमसे नहीं होने वाला रोज मैं अपने हाथ खड़े कर दिए आई हेट यू द वह भी सच्ची वाला

आस्था नाराज होकर अपने कमरे में चली गई फ्रेश होकर सब ने खाना खाया और कुछ देर बातें की आस्था अभी भी रूद्र से नाराज थी और अपनी जिद पर अड़ी हुई थी वैसे ही वह अपने कमरे में चली गई देर रात एकांश आस्था के कमरे में आया और आस्था भी भी काम करने में बिजी थी वाइट कलर की फुल नाइट ड्रेस में आंखों पर बड़ा सा राउंड शेप में चश्मा मुंह पर पेंसिल रखे वह हाथ में पकड़ी फाइल में करेक्शन कर रही थी एकांश को वह बहुत ज्यादा ही क्यूट लगने लगी उसने कुछ पल उसे ऐसे ही देखा फिर धीरे से उसके पास आकर उसने उसके गाल पर किस की कुंवर जी आस्था ने हैरानी से उसकी ओर देखा

ऐसे कोई आता है क्या आता है मुंह फुला कर कहा इतनी देर तक कोई काम करता है एकांत में भी उसे इस तरह से कहा आस्था हंस पड़ी यू लुक यू आर लुकिंग सो क्यूट जान एकांश ने उसके चेहरे पर के बाल पीछे किए एकांश ने ने अपने दोनों हाथों को उसकी कमर में गिरा और उसे सीने से लगा लिया एकांश में भी उसे अपने आप से जकड़ लिया सोना नहीं है क्या आस्था आपका इंतजार कर रही थी

हमें आपकी बाहों में सोना है आसान है उससे और चिपक कर कहा अगले ही पल एकांश ने उसे अपनी गोद में उठाया और उसके साथ बिस्तर पर लेट गया धीरे-धीरे दोनों के होंठ कब एक हो गए उन्हें पता ही नहीं चला आखिर में खामोशी से एक दूसरे को महसूस करते हुए दोनों नींद के आगोश में चले गए हर दिन की तरह ही दोनों के रूप में शुरू हुआ मीटिंग में एक दूसरे को चोरी चोरी देखना लंच टाइम पर बताया हुआ कल भी टाइम और देर रात को सबसे चुप कर एक दूसरे की बाहों में सुकून से सोना यही दोनों का रूटीन बन चुका था

एक महीना कैसे बीत गया किसी को पता ही नहीं चला उनका प्रोजेक्ट कंप्लीट हो चुका था प्रोजेक्ट लांच करने के बाद आस्था वापस आने वाली थी लेकिन वह बेफिक्र थी उसके कुंवर जी को उस पर बहुत पूरा भरोसा था वह कुछ ना कुछ करके उसे रोक ही लेंगे लेकिन फिर भी 3 दिन से उसकी और एकांश की ठीक से मुलाकात नहीं हुई थी इसलिए वह से नाराज थी 2 दिन भी 2 दिन बाद पार्टी थी आस्था फ्री होने की वजह से उसने रूद्र स्वप्न और श्रावणी को कैफे में बुलाया था

सारा अभी भी आस्था से नाराज थी और आस्था रूप से वह सब प्राइवेट केबिन में बैठे हुए थे यार अब आप दोनों बस भी कीजिए ना भाभी सा सारा आप से बात नहीं कर रही है आप हमसे बात नहीं कर रही हैं और आप दोनों को मनाने के चक्कर में हमारी जान निकल रही है रूद्र वाकई में बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे

उसने अपने सर पर हाथ लगा लिया था हम जब जो बोलना वाले हैं उसे ध्यान से सुनिए आस्था के चेहरे के गंभीर भाव देखकर सारा परेशान हो गई क्या हुआ है डॉल आप सब ठीक है ना सारा भले ही उसे नाराज थी लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं था कि उसे परेशान देखा उसे कोई फर्क ना पड़े हां यह भी हां और भी नहीं आस्था के ऐसे कहते हुए बाकी सब परेशानी से उसकी ओर देखने लगे आस्था ने कहना स्टार्ट किया उन सब पर बात बता दी आपको गलतफहमी हुई है ना रुद्र ने हैरानी से उससे पूछा आस्था तो बिल्कुल सही है

रुद्र एकांश भी वहां छुपते छुपाते आ गया था भाई सा रुद्र एकांश स्वप्न दोनों उसके गले लग गए रिलैक्स बैठ कर बात करें एक आज ने कहा और आस्था की बाजू में जाकर बैठ गया उसमें अपना हाथ थाम लिया और नजरों से ही उसे हौसला दिया वह लोग ऐसा कैसे कर सकते हैं हम सब फैमिली है ना फिर भी सारा गुस्से में कहा रूद्र और सारा कुछ बोलने की हालत में नहीं थे

एकांश ने सभी को नार्मल किया और उनका आगे का प्लान बताया guys इसका मतलब आप दोनों का pachup लंडन न में ही हो गया था फिर अब तक आपने यह हमसे क्यों छुपाई और डॉल तुमने तुम्हें भी कुछ नहीं बताया सारा हम तो अभी भी आपको कुछ नहीं बताना चाहते थे लेकिन आपकी वजह से बताना पड़ा आस्था क्यों बताना नहीं चाहती थी आर बेस्ट फ्रेंड है ना फिर सारा हां भाभीसा आपको हम पर भरोसा नहीं था

रूद्र की आंखों में नमी छा गई अगर भरोसा नहीं होता तो हम तो आपको सबको यह राज अभी तक भी नहीं बताते उसकी आंखें नामदेव आस्था की भी आंखें नम हो गई रूम हम आपके और सारा की शादी में कोई तमाशा नहीं चाहते थे और ना ही आपकी खुशियों में कोई मुश्किल चाहते थे इसलिए आपसे यह सब छुपाया लेकिन सारा की नाराजगी और आपकी इन दोनों के बीच की होने वाली हालत हमसे देखी नहीं गए बस इसके यह सब बताया और एक बात और हमें अब आपकी भी हेल्प की जरूरत होगी एकांश

सॉरी डॉल हमने सब सच में तुम्हें भाई साहब के साथ देखना चाहते थे बस इसीलिए सारा कहते हुए आस्था के गले लग गई ओके सारा हम नहीं है नाराज आपसे आस्था ने मुस्कुराते हुए उसके पीठ पर हाथ फिराया स्वप्न श्रावणी आप कुछ नहीं कहेंगे एकांश में उन्हें खामोश देखकर कहा सॉरी भाई साहब हम बिल्कुल भी काबिल नहीं हैं इतना सब कुछ हो गया आप अकेले ही बर्दाश्त करते रहे हम हम कुछ नहीं कर पाए स्वप्न का एकांश गले लगकर सुसक सुसक कर रोने लग गया उसके लिए काफी कुछ किया था उसकी और श्रावणी की शादी भी तो इसकी वजह से ही हुई थी

उसे गिल्ट महसूस हो रहा था अब एंड एम नॉट अ गुड ब्रदर भाई साहब आप हमारे लिए इतना सब करते हैं और हम ठीक से आपके चेहरे की परेशानी भी नहीं बता पाए स्वप्न स्वप्न कुछ भी मत बोलिए आप सब दुनिया के सबसे अच्छे भाई बहन हैं समझे आप एकांश हां भाई साहब कुंवर जी सच कह रहे हैं और आप सबको ऐसे ही रोते ही रहना है या फिर हमारी हेल्प भी करनी है हमें लंदन वापस नहीं जाना है और रुद्र की शादी में भी अभी 2 महीने बाकी है कुछ प्लान कीजिए क्योंकि आई डोंट थिंक की कुंवर जी ने कुछ प्लान किया है

आस्था ने मुंह बनाते हुए कहा जिस पर हम सब हंस पड़े एकांश ने उसे पुकारा बात मत कीजिए हम से एक आस्था ने उसे विरोध किया और अपने सामने रखी कॉफी कमर उठा लिया भाभी सा डोंट वरी पहले आप पहले आप की सक्सेस पार्टी इंजॉय करते हैं तब तक हम आप को रोकने का प्लान बना लेंगे क्यों रूद्र रूप में बिल्कुल रूप में उसे हायफाय दिया और सब खुशी सही अपने-अपने सक्सेस इंजॉय करने लगे एकांश बेचारी सी शक्ल लेकर आस्था को ही देख रहा था

आई एम विद यू नियर न्यू पार्ट जल्दी जल्दी पड़ी है और कमेंट करके बताइए कैसा लग रहा है और हां अगला part बहत ही जायदा धमाकेदार होने वाला है तो बहुत सारे कमेंट कीजिए कीजिए जिससे मैं जल्दी पाठ डालने के लिए मजबूर हो जाऊं कीप कमेंटिंग एंड गिव रेटिंग थैंक यू सो मच

Ye part m डालने vali थी 2 दिन पहले ही लेकिन m डालना भूल गयी थी actually लिख तो mne उसी दी dia था bss publish करने m लत हो गयी सो sry app सभी s m sry