Sath Zindgi Bhar ka - 57 in Hindi Love Stories by Khushbu Pal books and stories PDF | साथ जिंदगी भर का - भाग 57

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साथ जिंदगी भर का - भाग 57

आस्था टेंट के अंदर चली गई और एकांश वही बाहर उसका वेट करते हुए बैठ गया ट्रेकिंग के लिए गए सभी वापस भी आ गए थे और कुछ देर एंजॉय करके सभी वापस जाने के लिए निकलने वाले थे सारा रूद्र श्रावणी स्वप्न खड़े एकांश और आस्था को ही देख रहे थे

खडूस अकडू गुस्सैल सारा आस्था को देखते हुए बड़ बढ़ाए जा रही थी सारा यह आप किसे कह रही हैं रुद्र ने पूछा डॉल को और किसे कह रहे हैं रूद्र सारा और चिढ़ गई और आप क्यों कह रही हैं सारा आई वांट to know हां हमारी भाभी सा को कुछ बोला ना तो हम से बुरा कोई नहीं होगा इतनी प्यारी है वह वह और आप हैं कि रुद्र प्यारी यकीनन रुद्र वह बहुत से बहुत ज्यादा प्यारी हैं और क्यूट भी है लेकिन जब गुस्सा आया फिर नाराज होती है ना तो पता नहीं यह क्यूटनेस कहां चली जाती है कुछ समझती ही नहीं है

सारा ऐसा कुछ नहीं है रुद्र अपनी छोटी सी भाभी सा के खिलाफ कुछ कैसे सुन सकता था ऐसे ही है रुद्र वो ना सारा और एक लफ्ज़ नहीं रूद्र ने उसे बीच में ही रोकते हुए कहा यार बस भी करो पहले ही उन दोनों का पैचअप नहीं हो रहा है और यहां आप दोनों शुरू हो गए और नहीं तो क्या हमें तो एकांश भाई सा के लिए बुरा लग रहा है

वह इतने प्यारे हैं भाभीसा को देखते हैं और वह है कि श्रावणी ने एकांश की तरफ देखा जो अभी भी सिर्फ और सिर्फ आस्था को ही देख रहे थे इसलिए यही प्रॉब्लम है भाई सा डॉल का (attention ) दे रहे हैं ना इस वजह से वह उन्हें इग्नोर कर रही है सारा पर अगर भाई सा इग्नोर किया तो श्रावणी तो फिर क्या वह उन्हें अटेंशन देगी स्वप्न हां तो ऐसा हो सकता है नहीं उल्टा वह है कि नाराज हो जाएंगी यू नो उसे अपने इमोशंस पर पूरी तरह कंट्रोल है

सारा यार वह ऐसी नहीं है रुद्र ने हताश होते हुए कहा तो अब क्या करें स्वप्ना पता नहीं सारा भी उदास हो गई एकांश के आने के बाद उसने अपनी बेस्ट फ्रेंड के चेहरे पर वह खुशी वह चमक देखी थी जो बीते सालों में कभी भी आस्था के चेहरे पर नहीं दिखाई दी थी वह सच में उन दोनों को मिलाना चाहती थी कुछ देर बाद सभी वापसी के लिए निकल गए उनके घर पहुंचते ही हनी बनी भागते हुए आए और आस्था के पैरों के पास आगे पीछे घूमने लगे हनी बनी वेट ना हमें फ्रेश तो होने दो आस्था ने मुस्कुराते हुए कहा लेकिन फिर भी वह दोनों उसे छोड़ ही नहीं रहे थे

आस्था नीचे बैठ गई और वह दोनों भी उसकी गोद में आकर बैठ गए और वो दोनों भी उसकी गोदी में आकर बैठ गए आस्था भी उनके साथ बच्चों की तरह खेलने लग गई सब उसे ही देख रहे थे बाकी सब फ्रेश होकर आ ही गए फिर भी वह उन्हें छोड़ने को तैयार ही नहीं थे हम अब फ्रेश हो जाएं प्लीज आस्था ने उन दोनों से कहा और वह नीचे उतर गए आस्था के पीछे पीछे वह भी उसके कमरे में चले गए हमें नहीं पता था भाभी सा को डॉग कितने पसंद है

सब बहुत पता है डॉल ना पहले जहां पीजी के तौर पर रहती थी ना वहां चोको पाई नाम की डॉग थी हनी बनी उसी के तो हैं चोको पाई से भी डॉल को बहुत प्यार था बहुत ज्यादा अटैच हो गई थी लेकिन उसकी डेथ के बाद और आस्था फिर उन दोनों को यहां ले आई

सारा ने कहा वह किसी को भी तकलीफ में नहीं देख सकती पहले भी ऐसे ही कुछ ना कुछ करती रहती थी वह रूद्र तो फिर भाई सा की तकलीफ उन्हें क्यों नजर नहीं आ रही है श्रावणी श्रावणी ने कहा जिस पर सभी खामोश हो गए वह इसीलिए की एकांश के उन्हें अलग करने के फैसले से बहुत ज्यादा नाराज हुई है हर्ट हुई है यह नाराजगी इतनी जल्दी नहीं मिटने वाली क्योंकि यह उम्र की उस दौर की नाराजगी है जिस वक्त हर कोई सब कुछ अपने हिसाब से करना चाहता है और एकांश ने उनकी मर्जी के खिलाफ उन्हें अपने से अपने आप से अलग किया है

अजिंक्य जी ने उनके पास आते हुए कहा बड़े बाबा सा फिर यह सब ठीक कैसे होगा सारा हां बड़े बाबा साहब वह कब मानेंगे हम एकांश भाई सा को ऐसे नहीं देख सकते श्रावणी बहुत जल्द मान जाएंगे अजिंक्य जी ने दोनों के सर पर हाथ रखा और सब के पास चले आए सारे बच्चे भी डिज्नीलैंड से वापस आ चुके थे और सभी को वहां क्या-क्या किया यह सब बता रहे थे आस्था बेटा अब आप इंडिया कब आएंगे बोलिए क्योंकि रुद्र की शादी का मुहूर्त 6 महीने बाद का निकला है और हम सब तो कल ही वापस जा रहे हैं

दादा सा ने कहा कल क्यों आस्था की आंखें नम हो गई अभी हम यहां तो नहीं ना रह सकते वहां पर भी तो कितने काम है फिर रूद्र की शादी की तैयारी भी तो करनी है दादा सा आस्था के चेहरे पर उदासी छा गई कुछ देर बाद सभी अपने अपने कमरे में चले गए आस्था बेड पर लेटे हुए रो रही थी उसके रूम का दरवाजा नाक ( knock ) हुआ आस्था ने अपने आंसू साफ किए और दरवाजा खोलने चल दी

आप आस्था ने एकांश को देख कर कहा अंदर आ जाइए एकांश के कहने पर उसे पहले समझ ही नहीं कि वह क्या कहे फिर उसने सर हिला कर उसे अंदर आने की इजाजत दे दी एकांश आस्था को देखे ही जा रहा था और आस्था उसे अपनी नजरें चुरा रही थी दोनों में अजीब सी जानलेवा खामोशी छाई हुई थी

आपको कुछ कहना है या नहीं कुंवर सा आस्था बेचैन हो रही थी उसके इस तरह देखने से क्यों बार-बार कुंवर सा कह रही हैं आप हमें इट्स हर्ट हर्ट आलोट प्लीज हमें पहले जैसे कुंवर जी कहिए ना एकांश

हर्ट हर्ट तो हम भी बहुत हुए हैं कुंवर सा और रहा सवाल पहले जैसे आपको पुकार ने कहा तो लेट में इनफर्म यू पहले जैसा कुछ भी नहीं रहा है कुछ भी नहीं सब कुछ पहले जैसा ही है कुछ नहीं बदला है आप हम हमारी फैमिली सब कुछ एकांश ने उसका मुंह अपने हाथ में थाम ते हुए कहा आस्था ने अपनी पीठ फेर ली आस्था हमारी तरफ देखिए आई नो कि आप हर्ट हुई है लेकिन हमने आपको दूर भेजने का फैसला आपके लिए ही किया था

हम आपको सेटल सेल्फ डिपेंडेंट इंडिपेंडेंट देखना चाहते थे आपको कामयाब होते हुए देखना चाहते थे इसलिए हमने आपको दूर भेजने का फैसला किया एकांश

कामयाब सच में कुंवर सा ऐसा क्या हो गया था कि आप को लगा कि हम कामयाब नहीं होंगे करते थे ना पढ़ाई हर बार टॉप भी किया था ना फिर भी कुंवर सा क्यों लगा आपको कि हम सटल सेल्फ इंडिपेंडेंट नहीं होंगे आपको किसने हक दिया था हमसे हमारी फैमिली को हमसे हमारे कुंवर जी को छीनने का बताइए या फिर हम पर तरस खाकर एहसान करते हुए थक गए थे आप जो आपने हमें दूर कर के हम से पीछा छुड़वा लिया

आस्था ने उसकी आंखों में देखते हुए कहा कोई पीछा नहीं छुड़वाया है हमने आपसे आस्था एकांश ने आस्था के कंधों को पकड़ लिया हमें छोड़िए कुंवर सा पर आप जा सकते हैं आस्था ने दरवाजे की ओर बढ़ कर उसे बाहर जाने का इशारा किया

आस्था की इतनी कॉल्ड रिएक्शन एकांश को बेकाबू कर रही थी उसने झट से जाकर दरवाजा बंद किया और आस्था को दीवार से टिका दिया हम आपसे कोई पीछा छुड़वाना नहीं चाहते हैं समझी आप जान हैं आप हमारी हमारी पत्नी हमारी हमसफर हमारी जिंदगी भर की साथी जिससे हम एकांश कहते हुए रुक गया जिससे आप जबरदस्ती के रिश्ते में बंधे हुए थे आस्था ने उसकी आंखों में देखकर गुस्से से कहा जिससे हम प्यार करते थे प्यार करते हैं और आगे भी प्यार करते रहेंगे

एकांश ने आस्था के कंधों को जोर से पकड़ते हुए कहा आस्था के है बार-बार एहसान जरूरत जैसे लब्ज यूज़ करना उसे हर्ट कर रहा था आस्था तो दंग रह गई और एकांश की बातों को समझने की कोशिश करने लगी येस जान आई लव यू आई लव यू सो मच पता नहीं कैसे लेकिन हो गई है आपसे मोहब्बत जिस वक्त आप ने पहली बार डरते हमें गले लगाया था ना उसी वक्त यहां कुछ फील हुआ था एकांश ने अपने दिल पर हाथ रखते हुए कहा

आपकी बातें आपकी मासूमियत आप की शरारत है आपके पूछे गए सारे सवाल पता नहीं कब भा गई हैं आप हमें आप जिस तरह हमारी जरूरतों का ख्याल रखती थीं बस आदत लग गई है आपकी और सबसे बढ़कर आपका वह प्यार से हमें कुंवरजी कह ना और बिना झिझक हमारे बाहों में चले आना सच में आस्था तरस गए हैं

हम उसके लिए एक बार हमें प्यार से कुंवर जी कहिए ना आइए ना हमारी बाहों में एकांश ने उसे के गालों को अपने अंगूठे से सहला रहा था आस्था स्टैचू बने सिर्फ उसे ही देख रही थी प्लीज आस्था आप हर्ट हैं हमारे आपको दूर भेजने की वजह से इसलिए हम आपसे माफी मांगते हैं आई एम सॉरी एकांश आगे कुछ बोल ही नहीं पाया आस्था ने उसके मुंह पर हाथ जो रख लिया था और वह कैसे अपने कुंवर जी को सॉरी बोलते हुए देख सकती थी

आस्था वहां से जाने लगी आस्था कुछ तो बोलिए एकांश ने उसका रास्ता रोका हमें नींद आ रही है आस्था ने अपनी नजर झुकाए हुए कहा वह फिलहाल कुछ समझने की हालत में नहीं थी एकांश का उसे दूर भेजना रेवा की बातें और अब उसका यू इस तरह अपना लव कन्फेस करना सब कुछ उसके सर के ऊपर से जा रहा था

हमने यह पहले नहीं बोला था आस्था आय सेड आई लव यू एंड आई नो कि आप भी हमसे प्यार करती हैं आप की इन खूबसूरत आंखों में हमें हमारे लिए बेपनाह मोहब्बत दिखाई देती है तो कहिए ना आस्था एकांश कहते हुए उसकी उसके करीब काफी करीब आ गया था उसका एक हाथ आस्था की कमर पर तो दूसरा हाथ उसके चेहरे पर था वह धीरे-धीरे आस्था के गाल को होठों से शहला रहा था

आस्था से दूरी अब उससे बर्दाश्त के बाहर थी उसे अब आस्था हर तरह से चाहिए थी बेशक उसकी मोहब्बत रूहानी थी तभी भी उसने आस्था को कभी भी इस तरह से नहीं छुआ था वह ना जाने कितनी बार उसके गले लगी उसके साथ उसकी बाहों में सोए फिर भी उसने अपनी मर्यादा कभी नहीं पार की थी

लेकिन अब एकांश उसके उम्र के जिस दौर में था उस दौर में उसे उसके हमसफर की जरूरत थी उसके साथी की जरूरत थी आस्था की जरूरत थी

उसने ना अभी तक किसी लड़की को उस नजरिए से देखा था और ना ही कभी किसी को छुआ था वह अपना सारा प्यार अपनी जान पर अपनी आस्था पर लुटाना चाहता था मगर वह है कि उससे नाराज थी एकांश उसको मनाने की की भी पूरी तैयारी थी लेकिन आस्था उसे ठीक से बात भी नहीं कर रही थी

आखिर अपने जज्बातों से हारकर अपने अंदर उठ रही फीलिंग से हारकर एकांश आस्था के करीब हो गया उसने अपनी पकड़ आस्था के नाजुक कमर पर मजबूत कर ली और आगे बढ़कर आस्था के होंठों को अपने होंठों में ले लिया एक ही पल में दोनों के बदन में लाखों सिहरन दौड़ पड़ी और वह दोनों अलग भी दुनिया में पहुंच गए थे

एकांश धीरे-धीरे आस्था के होठों का रस पी रहा था ना उसे कुछ सूझ ही नहीं रहा था और ना ही उसे कुछ समझ आ रहा था वह बस इस एहसास को पूरी तरह जीना चाहता था तड़प रहा था वह आस्था के बिना जिसे अब जाकर राहत मिली थी आस्था जो पहले से ही एकांश की बातों से हैरान थी उसकी हैरानी एकांश के इस तरह किस करने से और भी ज्यादा बढ़ गई

एकांश को वह स्लोली सॉफ्ट किस ने आस्था को मजबूर कर दिया उसके हाथ एकांश की पीठ पर बस गए और उसने भी अपने होठों को हिलाना शुरू कर दिया होठों को हिलाना शुरू कर दिया आस्था का रिस्पांस पाकर एकांश को बहुत खुशी हुई उसके ही नासमझ उसकी किस करने की स्पीड बढ़ गई अब वह आस्था को पेशनेटली किस करने लगा उसके हाथ आस्था के बदन को नाप रहे थे

आस्था भी उसकी पीठ पर उसके बालों को अपने हाथों के बालों में अपने हाथ घुमा रही थी ना जाने कितनी देर वह दोनों एक दूसरे को चूमते रहे दोनों भी उसी उस खूबसूरत लम्हे से बाहर निकलना ही नहीं चाहते थे जीना चाहते थे उन्हें उस लम्हे को उस पल को सांसो की कमी होने की वजह से एकांश ने उसके होंठ छोड़ दिए और उसके सिर से सिर टिका कर आंखें बंद करके खड़ा रहा दोनों की सांसें काफी तेज हो चुकी थी

एकांश ने आस्था की तरफ देखा और आस्था शर्मा कर उसकी बाहों में छुप गई आपने जवाब नहीं दिया एकांश ने उसे अपने आप से अलग कर उसके चेहरे को ऊपर उठाते हुए कहा I......... I ......... love ........you ......... to कुंवर कुंवर जी आस्था ने उसकी आंखों में देखते हुए कहा और जवाब मैं एकांश ने फिर एक बार उसके उन होठों के पंखुड़ियों को अपने लबों में समा लिया

शो अब खुश हो गए एकांश के लवर यार कितना ब्लैकमेल करते हो आप सब लेकिन आस्था और मैं दोनों एकांश के लवर से बहुत ज्यादा नाराज है हमें और कुछ दिन एकांश को आस्था से दूर रखना था

लेकिन आपने इतने मैसेज कर करके हमें परेशान कर दिया शो फ्रॉम मी एंड आस्था लव यू बट थोड़ा सा हेट यू कम से कम हमें नहीं लेकिन आपने अपने एकांश को इतना प्यार दिया

ओके अब मैं अपनी बड़बड़ बंद करती हूं और आपको बड़ बड़ करने की इजाजत देती हूं तो चलिए जल्दी से कमेंट बॉक्स में आकर अपनी बड़ बड़ आय मीन अपने अपने प्यारे प्यारे कमेंट दीजिए

कीप कमेंटिंग एंड गिव रेटिंग प्लीज अच्छी-अच्छी रेटिंग दीजिए मुझे बहुत अफसोस होता है

कि फाइव स्टार से इतनी कम रेटिंग आ चुकी है मेरे स्टोरी की इसलिए मेरा मन भी नहीं करता है स्टोरी के चैप्टर्स डालने का और आप लोगों की यह बोलते हो की स्पेलिंग में मिस्टेक है तो मैं आज सारे चैप्टर्स की स्पेलिंग ठीक कर दूंगी तो आप लोगों और ज्यादा मजा आएगा पढ़ने में

नए रीडर्स के लिए थैंक यू सो मच आप लोग मेरी प्यारी स्टोरी पढ़ रहे हैं और जो मेरे पुराने इधर readers से उनके लिए थैंक यू थैंक यू थैंक यू थैंक यू थैंक यू सो सो सो सो मच मिलते हैं मिलते हैं कल और अगर हो सके तो next पाठ भी मैं आज डाल दूंगी