कई बरसों पहले की बात है ।
उन दिनों गाव मे कुवे हुआ करते थे ।
तब इतना विकास नहीं हुआ था ।
अगर किसी को पानी चाहिए तो उसे कुवे तक जाना पड़ता था ।
फिर सींच के पानी निकाल ना पड़ता था ।
तो हमारी कहानी की सरुआत भी एक गाव से होती है ।
जिसका नाम था । चंदनपुर ।
उस गाव मे एक लड़की थी शीला ।
जो तकरीबन २५ साल की थी ।
ओर वो एक लड़के से प्यार करती थी ।
जिसका नाम था साहिल ।
वैसे तो साहिल दिखने मे तो सुंदर ओर संस्कारी लगता था ।
पर उसकी संगत गलत लड़कों से थी ।
जो आवारा ओर बदतमीज थे ।
दिनभर गाव मे घूमते रहते ओर कुछ काम धंधा भी नहीं करते ।
ओर लड़कियों को ताकते रहते थे ।
उन सब मे रोमिल बहुत ही गंदा लड़का था ।
जो पूरा दिन लड़कियों के बारे मे ही सोचता रहता था ।
एक दिन उसकी नजर शीला पर पड़ गई ।
ओर वो मन ही मन उसे पाने की योजना बनाने लगा ।
पर ये उतना आसान नहीं था ।
पर कहते है ना की अनहोनी को कोई नहीं टाल सकता ।
कुछ दिन बाद जब शीला के पापा रामप्रसाद घर पहुचे तो ।
उन्होंने पहोचते ही शीला को बताया की उन्होंने उनकी सादी ।
गाव के जमींदार तेजप्रसाद के बेटे काली से तैय करदी है ।
उन दिनों लड़किया बहुत मर्यादा मे रहती थी ।
वो अपने माता - पिता को यह नहीं कह सकती थी की ।
वो किसी ओर से प्यार करती है ।
यह सोचकर उसने ये बात साहिल से कह दी ।
तब साहिल ने उसे कहा की वो दोनों आज रात भाग जाएंगे ।
वो उसे गाव वाली सड़क पे मिले ओर वहा से वो दोनों भाग जाएंगे ।
शीला ने बिना कुछ सोचे समजे साहिल को हा कह दी ।
जब रात को शीला सड़क पर पहुची तो वहा ।
रोमिल पहेले से खड़ा था । जो की साहिल का दोस्त था ।
पर शीला उसके बर्ताव से अभि तक अनजान थी ।
वो उसके साथ गाव की सड़क पार करके ।
थोड़ी दूर पहुचे थे ।
वहा एक कमरा था ।
ओर वहा पे परेश , निशीथ ओर विराज पहले से मोजूद थे ।
जैसे ही वो कमरे के अंदर पहुचे ।
रोमिल ने शीला से कहा ।
तुम थोड़ी देर यहा रुको साहिल आता ही होगा ।
थोड़ी देर बाद साहिल आया तो शीला ने कहा चलो भाग चलते है ।
तब साहिल ने कहा भाग के कहा जाना है मेरी रानी ।
पहले मेरे दोस्तों की प्यास तो बुज जाए ।
उसके बाद मेरी प्यास बुजाऊँगा ।
फिर तुम्हें जहा जाना है जाना ।
आखिरकार हीरो ही विलन निकला ।
रोमिल के पापा सरकारी अफसर थे ।
तो रोमिल ने साहिल से सर्त रखी थी ।
अगर वो शीला को अपनी जाल मे फसाकर उन्हे सोप देगा तो ।
उसके पापा उसे सरकारी नोकरी पे रख देंगे ।
पर उसके पापा को हकीकत की जानकारी नहीं थी ।
उस रात वो पूरा कमरा शीला की चीखो से रो पड़ा ।
बारी - बारी उन वैसी दरिंदों ने उस पर अत्याचार गुजारा ।
फिर उसको मार डाला ।
ये बात आत्महत्या लगे इस लिए उसकी लास को कुवे मे डाल दिया ।
उसके खून की वजह से पूरा कुवा लाल हो गया ।
अब आगे क्या होगा जानने के लिए पढे ।
प्यासा कुवा - भाग - २