Love Tragedy - 1 in Hindi Short Stories by Gaurav books and stories PDF | लव ट्रेजेडी - 1

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लव ट्रेजेडी - 1

सैम और प्रिया दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं दोनों शादी करने निकले हैं क्या दोनों की शादी हो पाएगी दोनों घर से भाग गए हैं क्या वह पकड़े जाएंगे और एक अजनबी उनकी मदद करता है क्या हुआ दोनों की शादी करा पाएगा, वह अजनबी क्यों मदद कर रहा है, क्या है तीनों की कहानी, कहानी साधारण जरूर है पर मजेदार है, तीनों की भावनाएं जुड़ चुकी है, कहानी में अजीबोगरीब मोड़ आते हैं और क्या होगा अंत यह सब जानने के लिए"लव ट्रेजरी"कहानी को पूरा पढ़ें


लव ट्रेजडी


यह एक पुराने रास्ते पर नई शुरुआत है दो पंछी रात के काले अंधेरे में उड़ी जाने को तैयार बैठे हैं आने वाले उजाले की ओर नई आस है नई उमंग है और नई नई राह है दोनों को उम्मीद है दोनों सही कर रहे हैं यह दोनों का फैसला है दोनों ने मिल कर लिया है दोनों मिलकर काफी लंबे समय से प्लानिंग कर रहे थें दोनों एक दूसरे को जानते हुए काफी लंबा टाइम हो गया था दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे यह प्यार धीरे-धीरे परवान चढ़ा रहा था धीरे-धीरे एक दूसरे के लिए दोनों का प्यार बढ़ता जा रहा था दोनों अब एक दूसरे के बगैर नहीं रह सकते थे दोनों शादी करना चाहते थे पर यह आसान नहीं है बहुत सारी दिक्कतें हैं अगर यह आसान होता है तो शायद उन दोनों को ऐसा कदम ना लेना पड़ता। पर दोनों ने इस पर खूब विचार किया है जीवन में शादी ऐसी चीज है जिस पर खूब विचार किया भी जाना चाहिए

आपको ऐसा लग रहा होगा यह एक रात की बात है। पर रात की नहीं यह तो पहले की बात है यह तो नई शुरुआत है

सुबह के 3:00 बज रहे हैं काले आसमान के बीच ढेर सारे तारे टीम टीम कर रहे हैं, पूर्व दिशा में चांद निकला हुआ है, घरों की बत्तियां बंद है, लोग गहरी नींद में सो रहे हैं, चारों तरफ खामोशी छाई हुई है, गली सुनसान है, सन्नाटा इतना है की गली के कुत्ते भी नहीं भूख रहे हैं, हल्की बारिश हो चुकी थी, सड़क गीली हो रखी थी, स्ट्रीट लाइट जल रही है स्ट्रीट लाइट से आ रही पीली रोशनी के कारण गीली सड़क से रोशनी की किरने टकराकर वापस आ रही थी, सड़क सोने जैसे चमक रही है, सड़क के अंधेरे में से ,स्ट्रीट लाइट के नीचे से ,एक लंबी चौड़ी गाड़ी धीरे से निकलती है, गाड़ी की हेडलाइट बंद है गाड़ी बिना कोई आवाज किए धीरे धीरे चल रही है, सैम जो गाड़ी चला रहा है, फोन पर बात कर रहा है, फोन की दूसरी तरफ से किसी लड़की की आवाज आ रही है,

सैम( फोन पर) :- हेलो... अब किस तरफ...
प्रिया ( फोन पर से) :- बस अगले मोड़ से मोड़ जाओ..
सैम :- मुड़ गया.. अब किधर की ओर..
प्रिया:- सीधे आखरी स्ट्रीट लाइट के पास खड़ी हूं
सैम :- कहां दिखाई तो नहीं दे रही हो... प्रिया:- दिखाई कैसे दूंगी अंधेरे में जो खड़ी हूं सीढ़ी के नीचे यहां की लाइट मैंने बंद कर रखी है। सैम :-अंधेरे से उजाले मैं तो आओ... दिखाई तो दो।

प्रिया जो कि स्ट्रीट लाइट के अंधेरे के पास खड़ी हुई थी निकलकर स्ट्रीट लाइट के नीचे आती है, प्रिया ने काले और लाल रंग का लहंगा पहना हुआ है बाल खुले हुए हैं, एक छोटा बैग पीठ पर टांग रखा हुआ है, प्रिया बहुत खूबसूरत लग रही है उसकी आंखों में चमक है चेहरा खिला हुआ है, वह मुस्कुरा रही है, वह बहुत खुश है उसे इंतजार था इस पल का, अभी वह पल आ गया है, यह पल ना जाने इस पल की इंतजार में कितने कल बीत गए हैं कितना सुंदर है यह पल, यह मिलन पल है

प्रिया( फोन पर) :- अब दिखी... ( धीमे से मगर बहुत ही मीठी आवाज में बोलती है)
सैम :- हां दिख गई... ( सैम फोन रखता है... गाड़ी धीरे धीरे प्रिया की ओर बढ़ती है)
गाड़ी प्रिया के पास जाकर रुकती है, सैम गाड़ी से बाहर निकलता है सैम प्रिया को देखकर प्यार से मुस्कुराता है प्रिया के पास जाकर गले से लगा लेते है
सैम:- चलने को तैयार हो..
प्रिया:- हूं...(आराम से मधुर आवाज में बोलती है)

दोनों के दिलों में हर तरह की भावनाएं जन्म लिए हुए थी इसमें प्यार भी है उमंग भी है जोश भी है कोने में छुपा हुआ डर भी, डर जो दोनों को था, डर पकड़े जाने का, डर जो शुरुआत से पहले अंत हो जाने का, ये डर जो डरा रहा था इसलिए दोनों जल्दी में थे

सैम:- तो जल्दी करो इससे पहले कोई हमें देख ना ले...
लाओ यह बैग मुझे दो...
सैम बैग लेकर गाड़ी में रखता है इधर प्रिया गाड़ी के अगले सीट पर जाकर बैठ जाती है सैम गाड़ी के ड्राइविंग सीट पर बैठ कर गाड़ी ड्राइवर करने लगता है!

गाड़ी धीरे-धीरे अंधेरे मैं चली जाती है, दो पंछी अंधेरे में उड़ चले, शायद किसी उजाले की तलाश में , यूं ही हादसे हो जाएगा करते हैं अंधेरे में...

सैम:-कमाल लग रही हो प्रिया:-थैंक यू (सहज भाव से) सैम:-इधर आओ मेरे पास (सैम एक हाथ प्रिया के कंधे पर रखकर अपने सीने से लगा लेता है माथे पर किस करता है और हाथ से कंधे को सहलाता है)। सैम:- यकीन नहीं होता। प्रिया:- क्या ? सैम:-ऐसा लग रहा है सपना है ये... प्रिया:- सपने को हकीकत में बदल दूं ( प्रिया सैम के गाल पर एक किस देती है) दोनों खूब मजाकिया है जब दोनों साथ में होते तो खूब मजा किया करते हैं दोनों साधारण शब्दों को भी हंसी मजाक में बोलते हैं । सैम:-इस सपने में मजा है इस सपने को ना तोड़ो । प्रिया:-सपने से बाहर आकर गाड़ी चला लो वरना एक्सीडेंट हो जाएगा। सैम:-ड्राइवर एक्सपर्ट हैं एक्सीडेंट होने का कोई चांस नहीं। प्रिया:-किसकी बात कर रहे हो। सैम:-मैं अपनी बात कर रहा हूं और किसकी बात करूंगा। प्रिया:-मुझे नींद आ रही है। (प्रिया रात भर से सोई नहीं है इसलिए थकी हुई थी थोड़ा आराम करना चाहती थी) सैम:-क्या हुआ प्रिया:-मुझे सचमुच बहुत नींद आ रही है मन कर रहा है थोड़ा देर सो जाऊं। सैम:-ऐसा करो तुम थोड़ा आराम कर लो...

गाड़ी चलती जा रही है अंधेरा छठता जा रहा है, आसमान में अभी तारे टीम - टीम टीम कर रहे थे , अभी अंधेरा था, आसमान पूरब दिशा से नीला बाकी दिशाओं से अंधेरा हो रखा था आसमान में रोशनी और अंधेरे की जंग छिड़ी हो, अंधेरा जाने को तैयार नहीं और आसमान की नीली रोशनी बड़े प्यार से धकेल दे रही हो, गाड़ी खुले आसमान के नीचे लंबी चौड़ी सड़क पर चलती चली जा रही है, सड़क के दोनों ओर लंबा मैदान है, छोटी छोटी झाड़ियां है, आसमान साफ हो रहा है, सुबह के 5 बजने जा रहा है गाड़ी एक छोटी से पठार के ऊपर से गुजर रही है, गाड़ी रोक दी जाती है, ऊंचाई पर होने के कारण इस जगह से आप दूर दूर तक देख सकते हैं, इस छोटे से पहाड़ के ऊपर ढेर सारी चट्टाने है, छोटे पौधे, सुखी झाड़ियां है, सैम 2 घंटे से गाड़ी चला रहा है सैम भी थक गए हैं प्रिया बगल में सुस्ता रही थी प्रिया को सुस्ताते देखकर सैम को भी थोड़ी देर सुस्ताने का मन करता है पठार की ऊंचाई पर रास्ते के बगल में गाड़ी रोक देता है

प्रिया:- क्या हुआ गाड़ी क्यों रोक दी.. सैम :- ( सांस लेते हुए बड़े प्यार से बोलता है) बेबी.. रात भर से सोया नहीं हूं थक गया हूं ( हाथ पैर और शरीर को अकड़ते हुए) रात भर से गाड़ी चला रहा हूं 8-10 घंटे हो गए है पूरी बॉडी दर्द कर रही है ( नाक को थोड़ा ऊपर चढ़ाते हुए सर को थोड़ा हल्का उपर नीचे हिलाते हुए) 10 मिनट आराम कर लू प्लीज....

प्रिया को अब नींद नहीं आ रही है और डर भी लग रहा था एक तो सुनसान सड़क दूर दूर तक कोई नहीं। प्रिया:-सैम तुमने गाड़ी ऐसी जगह रोक दी है मुझे डर लग रहा है सैम:-तुम ठीक कह रही हो (सैम को भी एहसास होता है कि यह जगह वाकई में सुनसान है और सुनसान जगह पर रुकना खतरे से खाली नहीं है)। प्रिया:- बाबू तुम कहीं और रुक जाना और सुस्ता लेना। सैम गाड़ी को चालूकर आगे बढ़ जाता है।