अगले दिन, शाम 7:00 बजे....
आदित्य एक कमरे में रुका था...जो किसी five स्टार होटल के कमरे से कम नहीं लग रहा था...आदित्य रूम में सोफ़े पर बैठ कर कॉफ़ी पीते हुए अपने लैपटॉप पर कॉन्फ्रेंस अटेंड कर रहा था....उसके सामने की टेबल पर बहुत सारी फाइल थी..उसने वो ही कपड़े पहने रक्खे थे जो कल रात पहने थे...एक servent उसके पास आती है...आदित्य को काम करते देख.....
नौकर (दुखी अपने दिल में)ये क्या बॉस...अब तक काम कर रहे हैं...
आदित्य कन्फ़्रांस ख़तम करके ऊपर देखता हैं...
आदित्य - (अपनी cold आँखों से नौकर को देखते हुए) what??
नौकर जो अपनी दुनिया में थी ...आदित्य की आवाज़ से बाहर आती हैं और अजीब तरह से हस्ती है....
नौकर -..बोस...आप क्या खाना चाहते हैं....
आदित्य - मुझे कुछ नहीं खाना....
नौकर एक बुजुर्ग महिला थी....वो आदित्य के लिए परेशान हो गई...
नौकर-बॉस....आपने रात में भी कुछ नहीं खाया था....
आदित्य जब नौकर को उस के लिए परेशान देखता है तो थोड़ा मुस्कुराता है... ..
आदित्य- ठीक है... आप जो भी बनाओगे में खा लूँगा....
नौकरानी मुस्कुराती हुई ....वहां से चली गई ..आदित्य राजीव को कॉल करता है...
आदित्य-तुम्हें कल जो मैंने मैसेज भेजा था...वो काम हो गया....
राजीव - हां सर..पर वो लोग कुछ ज्यादा ही मांग रहे हैं..वो हॉस्पिटल के 4 गुना पैसे मांग रहे हैं...
आदित्य- i don't care..... मुझे बस वो हॉस्पिटल चाहिए... और मीरा के वार्ड के बहार बॉडीगार्ड्स को फॉर्मल ड्रेसेज में रहने को बोलना .. अंकल आंटी या मीरा को अजीब नहीं लगना चाहिए....
राजीव - ठीक है सर...
आदित्य - एक कमरा तयार करवाओ... जिसमें मेरे रहने की व्यवस्था करो। और मीरा के वार्ड और अस्पताल के सीसीटीवी का कंट्रोल रूम भी उसी कमरे में रहना चाहिए... ठीक है..
राजीव - ठीक है सर...ये मैं आज ही करवाता हूं...शाम तक ये काम हो जाएगा......
आदित्य- ठीक है.
आदित्य कॉल कट कर ...अपने काम में वापस लग गया...थोड़ी देर बाद सर्वेंट ने उसको नाश्ता के लिए बुलाया... ..आदित्य डाइनिंग टेबल पर बैठ कर pasta teste करता हैं तो servent को ध्यान से देखता है...
आदित्य -आप...आपका नाम एनी...हैं...क्या...
एनी-हाँ बॉस...
आदित्य एनी को गले लगाता है...एनी शॉक हो जा ती है...
आदित्य -मासी ....मैं आदि....मैं आपको याद हूँ?? ...
एनी आदित्य को पहचानने की कोसिस कर रही थी......
एनी- आदि...तुम...ये तुम हो...कितने बड़े हो गए हो... god किसी की नजर ना लगे..कितना handsome हो गया है तुम तो...और तुम्हें मैं याद थी...
आदित्य -आप को कैसे भूल सकते हैं... आपके हाथ का पास्ता आपको भूलने ही नहीं देता हैं...
एनी- ma'am के बारे में पता चला... (नम आँखों से)उसके बाद तुम भी वापस नहीं आये...
आदित्य-मासी के dad ने बोर्डिंग स्कूल भेज दीया था.... आप अभी भी ये नौकरी करते हैं...
एनी-तुम्हें पता है मुझे ये काम पसंद है...
आदित्य -हा मासी पता हैं...(मुस्कुराते हुए).
एनी-.देखो कितना बुझा बुझा दिख रहा है तुम...चलो नास्ता करो....
आदित्य नास्ता कर कंपनी चला जाता है...
इंडिया की टॉप 5 cosmetic कंपनी में से एक आदित्य की माँ कविता की कंपनी....aaria...
(***Aaria The word is used for a noble women...That's why Aditya's mother kavita named her company Aaria...)
मीरा अभी ज्यादा बात नहीं कर रही थी.... हॉस्पिटल में ओम के पास किसी का कॉल आता है...
Om-हेलो ....
आदमी-आपको पता चला...a.s इंडिया आ गया है...
Om-hmm....क्या मैं आपसे बाद में बात करता हूं अभी मैं मीरा के साथ हूं....
आदमी - मेरी बेटी की तबीयत कैसी है..
ओम - ठीक है..
आदमी-चिंता मत करिये वो एकदम ठीक हो जायेगी...
Om- hmm.....
ओम कॉल कट करने के बाद वार्ड से बाहर आता है तो देखता है हॉस्पिटल का स्टाफ जल्दी जल्दी सारी चीजें अरेंज कर रहा था...या कुछ लोग वार्ड के पास कब से घूम रहे थे...ओम एक ward boy को रोकता है...
ओम- ये सब क्या हो रहा है...
Ward boy-किसी ने आज ही hospital खरीदा है वो अब यहीं रहने वाले हैं तो उनके हिसाब से यहां व्यवस्था हो रही है..
Om-आपको पता है वो कौन है??
ward boy -वो कोई..a.s हैं...
ओम सोच में पड़ जाता है और अंदर चला जाता है ....राधा ओम के पास आती है या धीरे से बोलती है...
राधा-क्या हुआ?
ओम-adi ने hospital खरीद लिया...और बाहर भी मुझे लगता है कि काम से कम 5-6 लोग बॉडीगार्ड हैं.....
राधा हेरानी से ओम को देखती हैं ओम अपना सिर हां में हिलाता है......
राधा-कभी-कभी तो मुझे लगता है आदि मीरा के लिए पागल है..
ओम-हमारी Meera भी कम पागल नहीं है उसके लिए...
राधा - जो भी हो मुझे आदि मीरा के लिए बहुत पसंद है...
Om-पसंद तो मुझे भी है पर वो सिर्फ हमारा आदि नहीं बल्की a s हैं...एशिया का नंबर 1businessmen...
राधा- वो तो है पर मैं तो बात करने वाली हूं... उसके पापा से...
Om-हां ठीक है...अभी मीरा को तो ठीक होने दो...
शाम तक आदित्य का कमरा तय हो जाता है...और आदित्य भी अस्पताल में आ जाता है..वो रूम में जाकर सबसे पहले मीरा को स्क्रीन पर देखता है....मीरा उस वक्त अपनी माँ को देखकर मुस्कुरा रही थी...आदित्य भी मुस्कुरा सकते हैं...ओम घर जाने से पहले आदित्य के कमरे के पास आता है...आदित्य ने उसको सीसीटीवी से यहां आते देख लिया था वो उसके लिए दरवाजा खोलता है...ओम अंदर आकार सोफे पर बैठता है..और अंदर आकर सीसीटीवी को देखकर शॉक हो जाता है..
आदित्य -uncle ...
ॐ-आदित्य तुमने hospital खरीद लिया...या वो बॉडीगार्ड...
आदित्य-बॉडीगार्ड के बारे में आपको किसने बताया..
ओम-बस मुझे पता चल गया...
आदित्य-वो मीरा की सुरक्षा के लिए हैं...
ओम - आदि मुझे पता है मीरा के साथ क्या हुआ था पर मुझे ये बताओ तुम ये केस बाहर क्यों नहीं लाना चाहते....
आदित्य ओम की बात सुनकर चुप हो जाता है...
ओम-मैंने तुम्हारे और आशीष की बात सुनी थी...
ओम ने अपनी बात खत्म ही करी थी कि आशीष का कॉल आया...आदित्य ने कॉल उठाया...और फोन स्पीकर पर रखा...
आशीष -आदि जो बात में तुम्हें बताने वाला हूं तुम उस्पर याकिन नहीं करोगे...कल मैंने तुम्हें कहा था ना कि कुछ ट्रक उसरात को वाह से गये थे..तो हमको पता चला था....... कि... मीरा जिधर हमें मिली थी उसके पास कोई 2 ट्रक थे जो खराब हो गए थे...वो 4 लोग थे...हमको ये आज पता चला पर.... जब हम उनके बारे में पूरी जानकारी मिले तो ये वो लोग थे.. जिंकी लास हमें सुबह ही मिली थी.. छोटे छोटे टुकड़ों में पूरे शहर में...पॉलिथिन beg में रखी हुई... ये खबर भी किसी अंजान आदमी ने दे थी...हम अब तक उसको ट्रैक नहीं कर पा रहे हैं .....
आदित्य सारी बात आराम से सुन रहा था..और ओम शॉक होकर आदित्य को देख रहा था जैसे कि उसके पूछे गए सवाल का जवाब मिल गया हो...
आदित्य- वो लोग वो नहीं थे जिन्होंने मीरा को किडनैप किया था..तुम अब उनको ढूंढो...और जो उनके साथ हुआ है बहुत अच्छा हुआ है वो तो इससे भी बुरी मौत के हकदार थे...
आशीष कुछ नहीं बोलता उसको आदित्य की बात समझ नहीं आ रही थी...काफ़ी समय बाद...
आशीष - ठीक है...मुझे उनके बारे में कुछ भी पता चलेगा मैं बताऊंगा...
आदित्य -hmm....
आदित्य कॉल कट कर देता है ...और ओम के तरफ देखता है जो उसे अजीब तरह से देख रहा था...आदित्य कुछ नहीं बोलता...सयाद वो इस बारे में बात नहीं करना चाहता था...ओम भी उससे कुछ नहीं बोलता क्योंकि वो शॉक था और ये भी सोच रहा था कि आदित्य ने उन लोगों के छोटे-छोटे टुकड़े करवा दिए..
काफ़ी देर तक कमरे में शांति छा जाती है...
Om-तुमने खाना खाया...
आदित्य - नहीं ....
ओम- मैं तुम्हारे लिए खाना लाया हूं राधा ने भेजा था...खा लो वरना ठंडा हो जाएगा..अब मैं. जाता हु...
ओम वाह से चला जाता है...आदित्य भी लंच कर वापस मीरा को देखने लगता है...उसके पास राजीव का कॉल आता है ......
राजीव- सर रॉकी कह रहा था किसी ने उसकी खबरी को मार दिया...लगता है मैम की किडनैपिंग के पीछे कोई बड़ी हस्ती है..
आदित्य कुछ नहीं बोलता और कॉल कट करके ...मीरा को देखने लगता है...
आदित्य - उस दिन अगर में तुमको जाने नहीं देता तो आज ये नहीं हुआ...होता...
1 महीना ऐसे चला जाता है मीरा भी बोलने लगी थी...शिव भी उससे मिलने आया था क्योंकि मीरा को वो याद था...स्वाति को वो नहीं पहचान रही थी..पर स्वाति उसको अच्छी लगी वो उसे शिव के साथ देख कर भाभी बुला रही थी...आदित्य डॉक्टर के साथ मीरा को देखने के लिए आता था डॉक्टर का कोट और मास्क पहन कर...मीरा को वो अजीब लगता था क्योंकि वो कुछ नहीं बोलता था...जिस दिन मीरा का प्लास्टर उतर रहा था... डॉक्टर उसके वार्ड में थे या आदित्य भी उनके साथ थे...
Doctor -कैसे हैं आप...
मीरा - (चेहरा बनते हुए)बिल्कुल अच्छी नहीं हूं..मैं घर कब जाऊंगी....मैं बिल्कुल ठीक हूं अब देखो...
मीरा बिस्तार से खड़ी होती हैं...और चारो तरफ घूमती हैं...और दो तीन कराटे के मूव्स दिखती है...उसका पैर टेबल प र लगता है...
मीरा -आआ...
एए आदित्य उसके पास आता है या उसको गोद मे उठाता है...मीरा कुछ बोलने वाली थी पर उसके मुंह से आवाज नहीं आ रही थी....वो उसको बिस्तार पर बैठता है...उसका पैर देखता है...
Aaditya -कुछ ज्यादा ही ठीक हो गई हो लगता है...आज के बाद ऐसी हरकत करी तो पूरी हॉस्पिटल की सफ़ाई तुम ही करना...
राधा को हंसी आ गई...मीरा चिड़ जाती है और आदित्य का हाथ पकड़ कर मोडेने के कोसिस करती है.पर उससे हो नहीं रहा था...आदित्य मीरा के बिल्कुल पास बैठा था...मीरा उसका हाथ घुमने के लिए उसके पास आती है...पर जब नहीं होता तो उसके हाथ पर काट देती है...
Aaditya -आ...पागल हो गई हो क्या...(अपना हाथ सहलते हुए)
मीरा- मैंने कुछ नहीं किया...
मीरा अपनी पलकें झपकाती हैं...और पाउट बनआती हैं... राधा मीरा को देखती हैं...
Radha -ये क्या है मीरा...सॉरी बोलो..
मीरा- सॉरी बस...अब मैं कुछ नहीं करूंगी...(मीरा आदित्य को जीभ निकलकर चिडाती है)
आदित्य मुखौटे के अंदर से मुस्कुराता है... और मीरा के सिर पर प्यार से हाथ फेरता है ...
आदित्य - तुम्हारे लिए यही अच्छा होगा...जब तक तुम हम लोग घर जाने के लिए permission नहीं देते तुम ये हरकत नहीं करोगी...
डॉक्टर मीरा के हाथ से प्लास्टर हटाता है...फिर उसके हाथ पर थोड़ा मसाज करता है...मीरा को थोड़ा दर्द हो रहा था...आदित्य ने अपना चेहरा दूसरा तरफ कर रखा था...फिर वो लोग वहां से चले जाते हैं....एक सप्ताह और बीत गया...राधा को किसी का कॉल आया था तो वो वार्ड से बाहर चली गई थी...मीरा वार्ड से बाहर आती हैं...हमारे वक्त सिर्फ 2 बॉडीगार्ड थे जो आपस में बात कर रहे थे..मीरा चुप चाप वहां से निकल जाती हैं...वो हॉस्पिटल में घूम रही थी...इस वक्त रात के 10. बज रखे थे..वो एक स्केलेटन को देखती है...
Meera (उसको गले लगा कर kiss karte हुए)😘तुम कितने प्यारे हो...तुमको पता है...मेरी हालत बिल्कुल तुम्हारी जैसी है...तुमको पता है यहाँ एक अजीब सा राक्षस 👻रहता है...वो हमेशा मास्क पहनता है...
मीरा के पीछे से कोई उसके कान के पास आकर धीरे से बोलता है...कोन है वो राक्षस...हम्म...