Gudiya - 8 in Hindi Short Stories by Lotus books and stories PDF | गुड़िया... - 8

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गुड़िया... - 8

काव्या के पिता बताते है की जब उनकी बेटी गुड़िया गायब हुई और उसकी लाश मिली तो काव्या मुम्बई मे नही थी वह एक परिक्षा देने मुम्बई से बाहर गई थी..
जब उसकी बेटी की मौत सुनकर काव्या की मा पागल हो गई
तो वो बहुत डर गए इसलिए उन्होने काव्या को रेप के बारे मे बताना ठीक नही समझा...
इन्फेक्टर विजय.. पिताजी क्या आप जानते है की गुड़िया का रेप किसने कीया है..काव्या के पिता. जो आदमी कुछ दिनो से मर रहे है ऊनहोने किया था गुड़िया का रेप..रोते हुए..
डिटेक्टिव अबीर पुलिस ने केश बंद कर दिया उसके बाद मे आपने कुछ नही किया..काव्या के पिता. एक बेटी मर गई पत्नी पागल हो गई मे अपनी दूसरी बेटी को नही खोना चाहता था
डिटेक्टिव अबीर क्या आप इन दोनो लडकियो को जानते है
चांदनी और सना की तस्वीर दिखाते हुए
काव्या के पिता मुझे इनका नाम तो नही पता पर ये दोनो मेरी मरी बेटी की दोस्त की बहने है जो मेरी बेटी के साथ मरी थी
डिटेक्टिव अबीर बहने ये लड़की भी सना की परफ इशारा करते हुए..काव्या के पिता हा ये उस लड़की की बहन है जो अनाथ आश्रम मे रहती थी दो साल पहले इसी लड़की ने पुलिस थाने के चक्कर मुझसे भी ज्यादा काटे थे इसलिए मुझे इसके बारे मे पता है. डिटेक्टिव अबीर और इन्फेक्टर विजय पूछताछ के बाद पुलिस थाने वापस चले जाते है और पूछताछ से मिले टूकडो को जोड़न लगते है ईशान की मौत के सातवे दिन करन की लाश एक कूड़ेदान मे पडी मिलती है करन की मौत से पुरे शहर मे अफरा तफरी मच जाती है पुरे शहर मे नाका बंदी कर दी जाती है. जिन लोगो पर शक होता है सबके घर की तलाशी ली जाती है रोहित गिरीश ईशान और करन से संबंधित किसी को भी शहर से बाहर जाने की अनुमति नही दी जाती है करन की मौत के दो दिन बाद..
डिटेक्टिव अबीर क्या क्या गुथ्थी सुल्झी इन्फेक्टर विजय सर आपके गुप्त एजेन्ट ने चांदनी के बारे मे बताया
चांदनी अपने स्कूल और कॉलेज वक्त की इक बिलियट क्षात्र थी उसके कालेज से पता चला की उसके अंदर देशभक्त की भावना बहुत अधिक थी इसलिए वो मिलिट्री मे जाना चाहती थी और देश की सेवा करना चाहती थी और मिलेट्री सर्विस के दौरान उसे कई सारे बहादुरी के मेडल भी मिले है अपनी बहन गुड़िया की मौत के समय वह एक मिलेट्री मिसन पर थी इसलिए उसे पता नही चला की उसकी बहन मर चुकी है और जब वह घर वापस आई तो सबकुछ ख़त्म हो गया था सब-कुछ ख़त्म होने के बाद फिर वो कभी वापस नही गई अब वह छोटे बच्चो को पढाकर अपना जीवन यापन करती है..
डिटेक्टिव अबीर हो रही हत्या ओ से उसका कोई लिंक मिला
इन्फेक्टर विजय नही सर
डिटेक्टिव अबीर ठीक है और सना के बारे मे
इन्फेक्टर विजय मुझे मेरे सुत्रो से पता चला है की सना अनाथ आश्रम वाली लड़की की बहन है..
डिटेक्टिव अबीर क्या वो इक वेश्या की बहन

जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए की क्या सना सचमुच अनाथ आश्रम वाली लड़की की बहन है और है तो
एक बहन अनाथ आश्रम और एक कोठे पर कैसे पहूची