मे कोई कहानी नही लिख रही, बस अपने मन की बात कर रही हुं।शायद आपको पढ़कर अच्छी लगे।
जीवन मे हर कोई अपने-आप मे बहुत मजबूत होता है, बहोत काबिल और अपना जीवन अपने तरिके से जिनेकी ताकत रखता है। पर इस सब बात मै उसे कही न कही एक कमी खलति है। और वो हे किसी के साथ कि, किसी अपनेपन की।
कोई हो जो हमपे भरोसा करे ,चाहे कुछ भी हो जाए वो हमारे साथ खडा रह। ये जो
साथ होता है ना ...बहुत खास होता है ,और उस से भी खास साथ देनेवाले होते है।
जरूरी नही कि वो इन्सान आपका प्रेमी ही हो, कोई दोस्त भी होता है। मा-बाप तो हमेशा साथ देते है, पर एक उम्र के बाद हम उन्हे सब तो नही बता सकते तब हमे कोई चाहिए ,जिस से मन कि हर बात केह सके ,हस्ते तो हम सब के सामने है पर उसके सामने रो सके।
जो आपके गुस्से के पीछे का दर्द महसूस कर सके। मेने काफी-कुछ देखा है और उससे मुझे ये एहसास हुआ की, जब आपको कोई समझता है, आपके भावनाओ की कदर करता है, तो ऐसे इन्सान को कभी जाने नही देना चाहिए। उसे सम्भाल कर रखिए क्योकि वो दुबारा नही मिलते।
कई बार हम थक जाते हे सब सम्भाल ते सम्भाल ते । तब हमे कोई चाहिए जो हमे सम्भाले , वो हमसे कहे कि तुम फिक्र मत करो मे हुं ना तुम्हारे साथ। ऐ सुनते ही हमे सुकून मिलता है कि कोई है.....।
बता है जो इन्सान गुस्स में ये कहता है की, मे अकेला ही ठीक हुं, मुझे किसी की जरूरत नहीं। तब..उस इंसान को किसी समझने वाले की किसी के प्यार की खास जरूरत होती हैं। वो अपनी फिलिंग किसी को बताना नहीं चाहता उसे सबसे ज्यादा
कोई चाहिए ।।कहीं बार कोई अजनबी हमे सुकून दे जाता है । हमे जो हमारे अपने नहीं दे पाते वो, एक अजनबी दे जाता हे ।वो अजनबी से मुलाकात या कोई एसएमएस पर बात...हमे हिम्मत और कुछ नई बाते सीखा जाती हैं शायद हमे ऐसा कोई अजनबी भी चाहिए जो बिना मतलब आपको आपका सुकून लोटा दे। कोई तो चाहिए ।।
हम सबकी बात सुनते हैं ,कोइ हमे भी सुने। हम सबकों खुश रखने की कोशिश करते हैं ,कोइ हमे भी खुश रखे । ये एक उम्मीद होती है जो हम चाहते हे कि कोइ पूरी करे ।कोई प्यार से बात करे हमारे गुस्सा होने पर हम पर गुस्सा नहीं होकर शांति से हमे सम्भाले समझाए जो सच है।सही को सही और गलत को गलत कहने वाला कोई तो चाहिए ।।
पेसे तो हर कोई कमा लेते हैं ।उससे सब खरीद भी सकते हैं। पर कोई प्यार लेने ,और देने वाला चाहिए। कोई भी हो चलेगा लेकिन बस अपना होना चाहिए ।साथ चाहे वो ना चले पर, हमारे पिछे जो हमेशा खड़ा रहे वो चाहिए। जिंदगी के सफर में हर किसी को कोई चाहिए।और यकीन मानो उसे वो मिल भी जाता है ।पर सम्भाल के रखना हमारी जिम्मेदारी होती हैं। ये जरूरी है कहना की चाहे हम माने या ना माने पर जिंदगी में हमे कोई तो चाहिए।।
बस अब उस इंसान का इंतजार है जो हर हाल में हमे थामे रखे बस ऐसा कोई चाहिए ।।
Urvaba Gohil