Best friend - 2 in Hindi Adventure Stories by Miss Chhoti books and stories PDF | Best friend - 2

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Best friend - 2


चाहत जिसका भरोसा टूट गया था। जिसे बेस्ट फ्रेंड नाम से नफरत हो गई। यह उसके जीवन का दूसर भाग है। जिन्होंने इस कहानी का पहला भाग पढ़ा है वो जरूर ये जानना चाहेंगे की एक लड़के से दोस्ती टूटने के बाद चाहत के जीवन में क्या हुआ।

(आगे की कहानी आप सब पढ़े इससे पहले हम आपको ये बता दे की यह कहानी कोई काल्पनिक कहानी नहीं बल्कि सत्य घटना है।)

इसके बाद चाहत ने अपने जिने का तरीका बदल दिया। जीना नहीं छोड़ा बल्कि लड़को की दोस्ती पर भरोसा करना छोड़ दिया। किसी भी लड़के को अपना दोस्त बनाना छोड़ दिया। उसके मन में लड़को के लिये एक डर सा बैठ गया। कोई लड़का उसे बात करना चाहे या मैसेज भेजे तो उसे घबराहट होने लगती है।

सबसे ज्यादा उसे दुःख इसबात का था की जैन उसका अपना था और उसी ने ऐसा किया। अगर कोई पराया होता तो आसानी से भूल जाती, ये सोच कर की पराया था इसलिए ऐसा निकला पर अपनो के लिये क्या ही कहे....

चाहत ने खुदको कामो मे लगा दिया ताकि वो सब भूल सके। पर जैन की बाते वो अक्सर याद करती। उसने जैन को अपना पहला और आखरी दोस्त माना था। मैने आगे बताया था की जैन और चाहत का परिवार रिश्तेदार भी थे। इसलिये जैन और चाहत की मुलाकात कहीं बार होती। दोनों की एक दूसरे बात भी होती लेकिन उन बातों मे पहले जैसा कुछ नहीं होता था। वो सिर्फ अपने परिवार के लिये बात करते थे। ताकि रिश्तों में कभी दूरी ना आये....

मगर उन दोनों के रिश्ते मे....
"ना दोस्ती थी, ना भरोसा था, ना और कुछ, उनका रिश्ता एक पुराना किस्सा बनकर ही रह गया था" जिसे भूलना चाहत के लिये आसान नहीं था।

चाहत जीवन में फिर एक लड़का आया....

चाहत ने राधव को पहली बार एक शादी में देखा था। वो दरवाजे के बीच हाथ मे फोन लेकर बैठा था। उसके आस-पास क्या हो रहा था उसे कुछ मालूम नहीं था। उसका ध्यान तो अपने फोन मे ही था। और ये सब चाहत दूर से देख रही थी। तब चाहत इसबात से अंजान थी, की यही वो इंसान है जो उसके जीवन को फिर बदलेगा।

सबके जाने के बाद चाहत को पता चला की राधव उसका दूर का रिश्तेदार है। जो कहीं सालों से शहर मे रहते है इसलिये कभी मुलाकात हुई नहीं थी। दोनों परिवार की फोन पर बात होती थी। लेकिन राधव और चाहत एक दूसरे से अंजान थे।

एक दिन ठीक बारह बजे चाहत के फोन की घंटी बजी उसने देखा तो स्क्रीन पर अंजान नंबर था। कॉल उठाया, तभी एक लड़के की आवाज आई "कैसे हो आप?" चाहत ने घबराते हुए बोला मे ठीक हूँ पर आप कौन हो? तब अपनी पहचान देते हुए उसने बोला "में राधव हूँ, और मैने आपका नंबर आपके भाई से लिया है, मुझे आपकी मदद चाहिए"

चाहत को उसका नाम याद था इसलिये वो तुरंत पहचान गई। यह वही शादी वाला राधव है। राधव को जवाब देते हुए... चाहत ने बोला! बोलिये क्या काम है? तब राधव ने एक डॉक्यूमेंट के बारे मे बताया, जो उसे चाहिये था। चाहत ने उसकी मदद करदी।

शायद यह किस्मत में लिखा होगा तभी तो जिसकी चाहत से कोई पहचान नहीं थी वो सामने से पहचान करवाने कैसे आया। फिर चाहत ने ये सोचकर की कभी जरूरत पड़ेगी, उसका नंबर सेव कर लिया। और राधव ने भी चाहत का नंबर सेव कर लिया।

चाहत ने अपने घर पर राधव के बारे में सबको बताया। उसके बाद कभी कभी मैसेज से दोनों की बाते होती। लेकिन सिर्फ काम के लिये। पर चाहत उससे खुलके बात नहीं करती थी, क्योंकि उसके मन मे जैन की दोस्ती मे टूटा भरोसा एक परछाई बनकर उसके साथ था।

एक दिन चाहत ने भावुक होके राधव से जैन की बात की, तब राधव को कुछ समझ नहीं आया, सोचने लगा की चाहत ने यह सब मुझे क्यों बताया? कुछ समय बाद चाहत को अहसास हुआ की राधव को यह सब बताता सही नहीं था। दूसरी तरफ राधव जिसको कुछ समझ नहीं आया। वो चाहत का यह बात करना और बातों में छिपा उसका दर्द समझ नहीं पाया।

कुछ दिनों तक दोनों ने एक दूसरे से बात नहीं की। ना चाहत राधव को मैसेज करती ना राधव चाहत को, यही पर सब खतम नहीं होता है। दोनों की बातें फिर शुरू हुई। लेकिन चाहत ने कभी उसको अपना दोस्त नहीं कहा। उसके लिये यह रिश्ता सिर्फ रिश्तेदार का ही था जो दोनों के परिवार से जुड़ा है।

जैसे जैसे समय बिता, दोनों एक दूसरे को समझने लगे। काम की बातों से दोनों आगे बढ़कर एक दूसरे की मस्ती करना शुरू कर दिया। बात महीने मे दो या तीन बार होती, वो भी मैसेज पर करते, एक दूसरे को कॉल नहीं करते थे। क्योंकि राधव जिस जगह काम करता था। वहा फोन चलाना मना था अगर किसीको फोन चलाते देखते तो उसकी सैलरी से पैसे काट लेते थे।

बातों बातों मे चाहत को राधव पर भरोसा होने लगा। लेकिन उसे अपना दोस्त बोलने में डर लगता था। जैन के बाद चाहत ने कभी किसी लड़के को अपना दोस्त नहीं बनाया। क्योंकि उसे लगता था की जैन की तरह फिर कोई प्यार के लिये दोस्ती तोड़ देगा।

क्या चाहत राधव को अपना दोस्त कह पायेगी? क्या उसका लड़को के लिये जो नजरिया है उसे वो बदल पायेगी। आगे क्या होगी राधव और चाहत की दास्तान.....
जल्द ही बतायेगे।।

कहानी को रेटिंग जरूर दीजियेगा। 🙏

_Miss Chhotti