Sath Zindgi Bhar ka - 44 in Hindi Love Stories by Khushbu Pal books and stories PDF | साथ जिंदगी भर का - भाग 44

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साथ जिंदगी भर का - भाग 44

तो आप उनसे मिलने वाले हैं वरद के इस सवाल से एकांश ने उसे चौक कर देखा

नहीं बस एक बार उन्हें दूर से देख कर चले जाएंगे एकांश कहकर वहां से उठा और दरवाजे की बाहर से ही आस्था को देखने लगा

और अब मैं उसे देखकर ना में सर हिलाया कुछ देर बाद आस्था को होश आया बड़ी मुश्किल से उसने अपनी आंखें खोली वरद ने उसे चेक किया

अब कैसा लग रहा है पल्लू फिलिंग बेटर वरद

कुंवरजी आस्था ने धीमी आवाज़ में कहा जूस पी लो मैं तुम्हारे लिए ब्रेकफास्ट लाता हूं

वरद कुंवर जी को बुलाइए दादा वह यही है

आस्था नहीं बच्चा वह नहीं है यहां और अब बात अब बातें कम करो बहुत कमजोर हो तुम जल्दी से जूस पी लो

वरद ने उसके होठों को ग्लास लगाया आ जाइए ना कुवर जी अब कितना परेशान करेंगे आप हमें

आस्था को यकीन था कि उसके कुंवर जी यही है उसकी वह बेचैन नजर सिर्फ उसके कुंवर जी को ही तलाश रही थी

एकांश ने आस्था का पसंदीदा नाश्ता नर्स के हाथ वहां भिजवा दिया था वरद ने जबरदस्ती ही उसको सब कुछ खिलाया और उसे सुला कर बाहर आ गया

उसने खा लिया है कुंवर सा अब आप भी कुछ खा लीजिए

वरद एकांश के पास आया वह खामोश था वरद ने एकांश को भी फोर्सफुली खाना खिलाया

उन्हें डिस्चार्ज कब तक मिलेगा अकाउंट शाम तक वरद

हम वापस जा रहे हैं आप अपना और उनका ख्याल रखना उनका किसी चीज की जरूरत हो तो हमें बता दीजिए हमें

एकांश का बिल्कुल भी दिल नहीं कर रहा था उसे ऐसे छोड़कर जाने का लेकिन वह मजबूर था उसका आस्था के लिए आना उसे कमजोर कर सकता था

लेकिन वहां से चला गया वरद आस्था के पास ही बैठा हुआ था

डॉक्टर वरद इमरजेंसी आपको अभी डॉक्टर मेहता को असिस्ट करना है नर्स ने आकर कहा वरद जिस हॉस्पिटल में काम करता था उसने आस्था को वही एडमिट कराया था

ओके पिल्लू वरद में आस्था के सर पर हाथ रखकर आवाज दे दी

जाइए आप आस्था की आंखें अभी भी एकांश की याद में नम थी जैसे ही वरद वहां से चला गया

रेवा उसके कमरे में दाखिल हुई

हेलो रेवा .....रेवा ने इवल स्माइल के साथ कहा आप यहां

आस्था उसे देख कर हैरान थी किसी और को एक्सपेक्ट कर रही थी लेकिन जिसका तुम वेट कर रही हो ना वह नहीं आएंगे

रेवा के कहने पर आस्था ने कुछ नहीं कहा भले ही उसकी आंखें बंद थी

लेकिन उससे एकांश का सच साथ महसूस हुआ था उसे पूरा यकीन था कि एकांश वहां आया था

अपने आपको आस्था की तरह से इग्नोर करता पाकर रेवा को बहुत गुस्सा आया

वैसे अच्छा हुआ तुम यहां आई गई फाइनली हम दोनों तुम से आजाद हो जाएंगे

अब हम आराम से शादी कर सकते हैं रेवा

क्या मतलब आस्था ओहो आस्था कितनी भोली हो तुम इसलिए एकाश तुम्हें इतना पसंद करते हैं

लेकिन सिर्फ पसंद प्यार तो वह हमसे करते हैं तुम्हारी वजह से हमारे बीच कितना झगड़ा हो रहा था

लेकिन अब सब ठीक हो जाएगा एकांश ने अपना प्रॉमिस निभाया और तुम्हें दूर कर दिया

हमारी जिंदगी से रेवा कुछ भी मत कहिए रेवा आस्था को उस पर गुस्सा आ रहा था

कुछ भी क्या सच में आपको हम पर यकीन नहीं आपने तो खुद देखा ना हमें और एकांश को गले लगाए हुए

तभी तो वह आपके साथ डिनर पर ना आकर हमारे साथ टाइम स्पेंड कर रहे थे

जब रेवा की बातों ने आस्था को सोचने पर मजबूर कर दिया था वो आस्था आपको पता है आपकी यही मासूम सी शक्ल देख कर ही तो कुंवर सा आप पर तरस खाते हैं

अब वह है ही इतने अच्छे किसी पर भी एहसान करते वक्त नहीं सोचते और आप तो छोटी सी ना ऊपर छत बिना मां बाप के बस पिघल गए हमारे कुंवर सा कुछ ज्यादा ही ध्यान रखने लगे आपका

रेवा ने बेचारी शक्ल बनाते हुए कहा पहचान तरस आस्था के दिमाग में सिर्फ यही अल्फाज घूम रहे थे

जी एहसान एहसान ही तो कर रहे थे कुंवर सा तुम पर डोंट टेल मी तुम इसे प्यार समझ बैठी

तुम्हारी शादी एकांश की मजबूरी थी कुंडली का कोई चक्कर यू नो बस तुम्हारी जरूरत थी उन्हें

अब जरूरत खत्म हो गई इसलिए तुम्हें अपनी जिंदगी से निकाल दिया

थैंक गॉड कि अब तुम हमारे बीच में नहीं हो पता नहीं कैसे सब ने तुम्हें चेहरा आफ्टरऑल कुछ औकात भी तो नहीं है तुम्हारी

हम सब खानदानी .......... रॉयल......... रिच........ और तुम हमारे नाखून इतनी भी तो हैसियत नहीं है तुम्हारी

फिर कैसे हिम्मत कि तुमने एकांश को पाने की उन्हें अपना बनाने की

वैसे भी किसी ने तुम्हें उंगली दी ना तो तुम हाथ पकड़कर सर पर बैठ जाते हो तुम लोग जैसे लोग

अब गौर से हमारी बात सुनो निकल जाओ हमारे और कुंवर सा की जिंदगी से और यह तुम्हारा शौ कोल्ड भाई क्या दादा जो भी कोई है ना उसे भी कहो कि बार-बार कॉल कर तुम्हारी सारी खबर एकांश को ना सुनाएं उन्होंने मना किया है

फिर भी वह हमारे सामने तुम्हारे लिए भीख मांगता रहता है

रेवा ने घटिया पन की सारी हदें तोड़ दी थी झूठ बोल रही हैं आप हमारे कुंवर जी ऐसे नहीं है

और ना ही बाकी घर वाले आस्था नहीं सीखते हुए कहा रेवा को गुस्सा आ गया

उसने आस्था के बाल खींचे और अपने हाथों से उसके गालों को दबाया आवाज नीचे रख कर बात करो दो कौड़ी की औकात नहीं है तुम्हारी

और हमसे जुबान लड़ा रही हो और क्या करें हमारे........ हमारे लगा रखा है तुमने कुंवर सा हमारे हैं सिर्फ हमारे और कितना ही सबको अपना-अपना कह रहे हो तो बताओ किसी ने कॉल किया तुम्हें

यहां तक के कुंवर सा ने तक की कॉल किया क्या तुम्हें रेवा ने उसे बेड पर पटक ते हुए कहा

आस्था के हाथ में लगा इंजेक्शन उसे अंदर तक चुभ गया था

आस्था को दर्द हुआ और एक बात बताऊं कुंवर सा और मैं पिछले 2 दिनों से साथ में है

हम साथ में ही तू मुंबई आए थे एक साथ समझ रही हो ना एक कमरे में रह रहे हैं हम

इतने दिनों की सारी शिकायत खत्म कर दी उन्होंने हमारी इतना प्यार किया कि बस रेवा ने कुछ इस तरह कहा कि आस्था के आंखों से आंसू आ गए

वह तो हमें छोड़ना भी नहीं चाहते थे लेकिन हम फिर थक गए थे ना और ऊपर से तुम्हारा भाई उसी ने कॉल करके बताया कि तुम हॉस्पिटल में हो एकांश ने हमें मना किया था कहा था

कोई जरूरत नहीं है यहां आने की लेकिन हम ही मिलने आ गए तुमसे रेवा आस्था के दिल में जहर घोलने का ही मौका ही नहीं छोड़ रही थी

रेवा का एकाश के साथ रहने का ख्याल से ही आस्था बेचैन हो उठी

यहां उसे आने के एक दिन पहले ही रात याद आ गई

जब एकांश ने उसके करीब जाने पर थप्पड़ मारा था

उन्हें सच में हम पसंद नहीं थे तभी उन्होंने कभी भी हमें उस नजर से देखा ही नहीं और ना ही छुआ वह रेवा से प्यार करते हैं

आज तक यहां आंखों से लगातार आंसू बहने लगे यह रोने का ड्रामा हमारे सामने मत करो

और हां अब ना हमारे और एकांश की जिंदगी में दोबारा मत आओ

अगर तुमने यह जा फिर तुम्हारे भाई ने किसी ने भी हमें कॉल करके डिस्टर्ब किया तो हम से बुरा कोई नहीं होगा

हम तुम्हारी और तुम्हारे भाई दोनों की जान ले लेंगे

आस्था को यू ....... यू सोच ता को देख उसके चेहरे पर स्माइल आ गई और वहां से चली गई

आस्था बहुत हर्ट हो चुकी थी वह खामोशी से अपने आंख बंद करके लेट रही थी उसके दिमाग में दिमाग और दिल में जंग चल रही थी

दिमाग रेवा की तो दिल एकांश की साइड ले रहा था उन दोनों के बीच चल रही जंग में जीत भले ही किसी की भी हो लेकिन हार हार तो सिर्फ आस्था की ही होने वाली थी

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