Sath Zindgi Bhar ka - 19 in Hindi Love Stories by Khushbu Pal books and stories PDF | साथ जिंदगी भर का - भाग 19

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साथ जिंदगी भर का - भाग 19

समय तेजी से आगे बढ़ रहा था और उसके साथ बढ़ रही थी एकांश की मोहब्बत और आस्था की उससे दोस्ती एकांश के छोटे बड़े काम आस्था पहले भी करती थी लेकिन अब वही काम वह पूरे हक़ से कर रही थी बाकी घर में हर कोई उससे अच्छे से बात करता था

भाभी सा हमारी कॉफी ऐश्वर्या

रेडी है दी बस 2 मिनट आस्था उत्तरा के कमरे में भिजवा दीजिए प्लीज ऐश्वर्या

ओके आस्थ नहीं कहा और ट्रे में दो कब उतरा के लिए कमरे में और एक कप एकांश के कमरे में भिजवा दीजिए

आस्था कुंवर सा की कॉफी आप क्यों नहीं लेकर जा रहे हैं हर रोज तो आप ही जाते हैं ना दादीसा

हां वह वह हम काम कर रहे हैं नाम इसलिए आस्था वह ठीक है लेकिन यह सब काम आप मत करा कीजिए

आपका 12th का साल है पढ़ाई पर ध्यान दीजिए बड़ी दादी ओहो दादीसा कुछ भी काम नहीं करते हैं हम इतना सा तो काम होता है और वैसे भी आप सबके खाने का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है

आस्था हां फिर भी दाई मां आप एक करा के लिए नाश्ते की ओर रात के खाने की तैयारी पहले से ही करके रख कीजिए

आस्था सिर्फ चौका लगा दिया करेंगे इससे आपका टाइम बचेगा मृणाल लेकिन बड़ी मां आस्था लेकिन लेकिन कुछ नहीं यही ठीक है आपको पढ़ाई से ज्यादा वक्त भी मिलेगा और बाकी सब को आपके हाथ का स्वाद अनीता ऐसा ही करेंगे

वैसे भी जब तक आस्था के हाथों का खाना नहीं खा ले किसी का दिन ही नहीं गुजरता है कुछ नहीं गुजरता गुजरता पहले तो सब साथ में सिर्फ नाश्ता ही करते थे

लेकिन अब सब डिनर के लिए भी घर ही होते हैं सुनीता ओहो मंजरी मां छोटी मां हमें मिलता है पढ़ाई के लिए वक्त और वैसे भी हमें खुशी मिलती है

आप सबको अपने हाथों से बना हुआ खाना खिला कर आस्था आगे कुछ बोल पाती उतने में ही नौकर कॉपी का ट्रे लेकर वापस आ गया

कुंवर रानी सॉ आपको कुंवर सा बुला रहे हैं उनसे कहिए हम बिजी हैं आस्था देखिए तो सही वह क्या कह रहे हैं यह लो अकाश काहे कॉल है मृणाल ने कॉल उठाया बड़ी मां कॉल स्पीकर पर डालिए एकांश ने कहा और उन्होंने कॉल स्पीकर पर लगा दिया

आस्था कम टू माय रूम विजन 5 मिनट और हमें कोई एक्सक्यूज नहीं चाहिए एकांश ने कॉल कट कर दिया हम आस्था ने बेचारी भरी नजरों से सब की तरफ से का आस्था क्या हुआ है कल भी एकांश ने आपसे बात नहीं की दादीसा और तो और कल पूरा की पूरा खाना एकांश का पसंदीदा था बड़ी दादी सा हमने कुछ नहीं किया कुंवर जी बिना वजह ही नाराज हो रहे हैं आस्था एस यूजुअल उसके क्यूट वाले एक्सप्रेशन जस्ट लुक अट हेर जीजी अनीता ने कहा और सब हंसती है मां आस्था आगे कुछ बोल पाती उससे पहले ही नहीं हां आस्था यह क्यूट वाले एक्सप्रेशन आपके कुंवर जी को दिखाइए m1 एंड हंड्रेड ko aapko date hi nahin Payenge

नहीं वह बहुत डांटते हैं हमें हम नहीं जा रहे हैं आस्था ने मासूम सी शक्ल बनाई ठीक है मत जाइए अनीता आस्था खुश हो गई लेकिन उसकी खुशी ज्यादा देर तक नहीं रह पाई ज्यादा से ज्यादा क्या होगा कुंवर सा और गुस्सा करेंगे हो जाएंगे सुनीता नहीं हम जाते हैं ना आस्था ने जल्दी से कहा और उठ कर चली गई आस्था कॉफी तो लेकर चाहिए लो यह चली भी गई मृणाल जी ने कहा और सब Diye

लेकिन एकांत अकाउंट एकांश इतने नाराज क्यों है दादीसा को परेशानी हो गई मासा आप फिकर मत कीजिए और वैसे भी एकांश ने कहा ज्यादा देर तक naraz रह पाते हैं

हां वह तो है फिक्र एक बार सब हंस दिए आस्था अब तक बाहर रुकने वाली है आप एकांश ने वर्डरोब से अपनी शर्ट निकालते हुए कहा आप शर्ट क्यों निकाल रहे हैं हमने ऑलरेडी निकाल कर रखी है ना आस्था ने ब्लैक कलर की शर्ट दिखाते हुए कहा अगेन ब्लैक आस्था आप पिछले 4 दिनों से हमें ब्लैक कलर की शर्ट ही पहनने दे रही हैं आस्था वह ब्लैक आप पर अच्छी दिखती है इसलिए आपको ब्लैक कलर की शर्ट दे रहे हैं और वैसे भी आपको फेवरेट कलर हैं ना ब्लैक आस्था

इसका मतलब यह नहीं है कि हम हर रोज ब्लैक ही पहने एकांश में थोड़ा जोड़कर कहा वह हो कुंवर जी मान जाइए ना आस्था आप मानती हैं हमारी बात एकांश गुस्से में थोड़ा चेक कर कहा कुंवर जी आस्था आस्था हमने ऐसा क्या कहा कि आप रोने लग गई यह काम उसके आंसू देखकर पिघल गया डांट रहे हैं आप हमें आस्था हमने तो नहीं लग रहा हमारे कुछ बोलने से पहले ही आप रोना शुरू कर देते हैं

एकांश तो फिर कुछ मत बोलिए ना आस्था ने मासूम में सेना के ऊपर खींचते हुए कहा ठीक है नहीं बोलते एकांश खामोश हो गया और अपनी तरफ करण करने लगा यही शर्ट पहनी है आस्था ने शर्ट आगे कर दी और Ekansh ने बिना कुछ कहे वह ल ले

कुंवर जी आस्था ने उसे पुकारा लेकिन उसके तरफ से नो रिस्पांस कुंवर जी कुछ बोलिए तो सही आस्था ने कहा लेकिन वह खामोश रहा फिर से आस्था की आंखों में पानी आने लगा

आस्था इधर बैटरी है एकांश ने उसका हाथ पकड़ कर उसे सोफे पर बिठाया और खुद उसके पास बैठ गया अब क्यों रो रही हैं आप एकांश आप बात नहीं कर रहे हैं आस्था Rone wale आवाज ने कहा

आप ही ने तो कहा था खामोश रहने को मकान हमें डांटने से मना किया था आस्था मान जाइए ना आस्था आप क्यों नहीं मानते आस्था एक तो आप पढ़ाई की तरफ कंसंट्रेट नहीं कर रही हैं ना ही क्लासेस जॉइन कर रहे हैं और तो और इतने नौकरों के होते हुए भी आपको काम करना है क्या जरूरत है

यह सब करने की आपकी उम्र पढ़ाई की है तो पढ़ाई कीजिए ना एकांश आपसे किसने कहा हम पढ़ाई नहीं करते आस्था किस किसी के कहने की जरूरत नहीं है हमें दिखाई नहीं देता और वैसे कब करती हैं आप पढ़ाई एकांश

अब खामोश क्यों है आज था यह उम्र आपकी पढ़ाई करने की है अपना करियर अपने सामने पूरा करने की है ना कि घर संभालने की बाकी सब है ना काम करने के लिए फिर आप फिक्र क्यों करती हैं

हमें कुछ भी नहीं पता लेकिन कल से आप क्लास क्लासेस जॉइन कर रही हैं बस अकाश ने कहा और उठ कर जाने लगा आस्था ने उसका हाथ पकड़ लिया और ना में सर हिला दिया क्यों आपको क्लासेस जॉइन नहीं करना है कहीं

आपके रंग की वजह से तो आस्था में बताइए आपको कोई परेशानी है तो एकांश ने अपने हाथों से उसका चेहरा घुमा कर पूछा और आस्था उसके बाहों में चली गई क्या हुआ है बताइए एकांश अब परेशान हो गया कुछ नहीं कॉलेज की बात अलग है लेकिन बाहर जाने से डर लगता है हमें आपको कोई परेशान करता है क्या आपके रंग की वजह से

हमें उस बात से फर्क नहीं पड़ता कुंवर जी बस नहीं पसंद हमें ज्यादा लोगों में जाना हमें पहले से ही अकेले ही रह रहे हैं हमारी मां की अलावा किसी से ज्यादा बातें नहीं की हमने आस्था लेकिन क्यों मां कहती थी कि बाहर की दुनिया अच्छी नहीं है

आस्था अभी भी उसके बाहों में थी उसने अपनी पकड़ मजबूत कर ली एकांश को भी यह महसूस हुआ ऐसा कुछ नहीं आस्था एकांश ने उसके सिर पर प्यार से हाथ फिराया सच है कुंवर जी आपको नहीं पता उस रात आस्था कहते हुए खामोश हो गई डर की वजह से उसका बदन कांप रहा था

शांत रहिए कुछ नहीं हुआ अकाश को जानना था कि वह किस रात की बात कर रही है लेकिन उसे डरता देखो खामोश हो गया कुछ पल ऐसे ही बीत गए ना आस्था उसकी बाहों से दूर हुई ना एकांश ने उसे अपने आप से अलग किया जब एकांश को लगा कि अब वह नॉर्मल हो चुकी है तो उसने कहा आप ठीक हैं एकांश

आप हमें नहीं भेजेंगे ना कहीं नहीं लेकिन हमें आपकी पढ़ाई के साथ कोई भी कंप्रोमाइज नहीं चलेगा आप पढ़ाई पर पूरा ध्यान दीजिए एकांश मे स्माइल करते हुए कहा

आस्था भी मुस्कुराने वैसे रूद्र सही कह रहे थे आपके बारे में एकांश क्या आस्था ने अपॉइंटमेंट में पूछा यही कि आप बहुत जिद्दी हैं एकांश ने उसकी नाक हल्के से पिंच की और आस्था गाल फुला कर उसे देखने लगी एकांश जोर से हंस पड़ा

और बहुत क्यूट भी रूद्र की छोटी सी भाभी सा एकांश ने उसे चुराते हुए कहा कुंवर जी आप भी आस्था के ऑलरेडी फूले हुए गाल और भूल गए और एकांत की हंसी और बढ़ गई

उसे नॉर्मल देख कर वह खुश हो गया हम उन्हें छोड़ेंगे नहीं उनकी वजह से आप भी हमें चिढ़ाने लगे हैं आस्था वहां से चली गई

एकांत जो अब तक हंस रहा था आस्था के जाने के बाद उसके एक्सप्रेशन भी बदल गए वह सीरियस हो गया किस रात की बात कर रही थी आस्था और इतना डर क्यों रही थी

ऐसा क्या है उनके पास तुम्हें ना वह किसी चेंजर से बात करते हैं यहां तक कि हमसे और बाकी घर वालों से मिलने जुलने में भी उन्हें कितना समय लगा और तो और आग से भी डर लगता है उन्हें आस्था कैसे पता चलेगा हमें आपके बारे में एकांश सोचते हुए तैयार हुआ और नीचे आ गया आस्था ने उसे देखकर स्माइल की और उसने भी एक प्यारी सी स्माइल आस्था को दी

और नाश्ता करने बैठ गया बाईसा आई नो कि ब्लैक आपको बहुत पसंद है और आप बहुत सूट भी करता है इसका मतलब यह नहीं है कि आप रोज रोज वही पहने रूठने हमेशा की तरह मस्ती करते हुए कहा एकांश ने उसे जबरदस्ती स्माइल की और

आज तक और घूर कर देखा रूद्र आप जरिए मत हमारे कुंवर जी से आस्था हम क्यों जले छोटी सी भाभी सा रूद्र क्योंकि हमारे कुंवर जी आपसे ज्यादा हैंडसम है इसलिए आस्था भाभी सा हम भी कुछ कम नहीं है

कॉलेज की सारी लड़कियां मरती हैं हम पर रूद्र नहीं स्टाइल मारते हुए कहा लेकिन हमारे कुंवर जी सबसे ज्यादा हैंडसम है आस्था ने भी उसकी तरह कहां सबको उन दोनों की नोकझोंक आम हो गई थी इसलिए सब भी इंजॉय कर रहे थे

जी नहीं हम ज्यादा हैंडसम हैं भाभीसा से और भाई सा से इसलिए रूद्र अब उसे चुरा रहा था जी नहीं कुंवर जी सबसे ज्यादा हैंडसम है पूछिए सबसे है ना दादी सा बड़ी दादी सा आप बताइए आप था सभी भी उसके हां में हां मिलाई देखा सब भी अग्नि करते हुए हमारे कुंवरजी सबसे ज्यादा हैंडसम है

आस्था ने उसे एटीट्यूट दिखाया वैसे भाभी सा आपको भाई सा को ब्लैक नहीं देना चाहिए ऐश्वर्या क्यों दी आस्था देखिए भाई का इतना रेडी होकर ऑफिस जाते हैं

ऑफिस की कई सारी लड़कियां उन्हें देखती हैं और आपको जलन फील नहीं होता ऐश्वर्या नहीं आस्था ने इस जवाब से एकांश का मूड खराब हो गया नहीं मतलब आपको कुछ फील नहीं होता ऐश्वर्या हमें तो बहुत खुशी होती हैं हमारे कुंवर जी इतने हैंडसम है उन्हें हर कोई पसंद करता है कितनी अच्छी बात है ना यह आस्था भाभी भाई सा बहुत मेहनत करनी पड़ी पढ़ने वाली हैं आपको भाभी सा को प्यार का एहसास दिलाने के लिए रूद्र ने धीरे से आज के कान में कहा और एकांश ने जोर से अपना पैर उसके पैर पर मार दिया रूद्र चीख पड़ा

क्या हुआ था आप ठीक है क्यों आस्था परेशान हो गई कुछ नहीं बस ऐसे ही जुबान चुरा ली थी रूद्र ठीक से खाइए ना फिर बहुत बातें लगती हैं आपको अब कितना दर्द हो रहा होगा ना आस्था फिक्र से उसे डांट रही थी ठीक है हम फिकर मत कीजिए पक्का ना आस्था हां हां पक्का अब जल्दी नाश्ता कीजिए कॉलेज के लिए आपको और हमें दोनों को लेट हो रहा है

सब ने अपने अपने नाश्ता किया और अपने अपने काम पर चले गए आस्था रोकिए मृणाल जी बड़ी मां आस्था रात तक आनंदी हर्षिका और दोनों जमाई सा आ रहे हैं तो आज रात आप कुछ अच्छा बना देंगे आपको पता है ना आनंदी का पति और माधव सा हर्षिका का पति दोनों को आपके हाथों का खाना कितना पसंद है मृणाल

जी बड़ी मां और परी आनंदी की 3 साल की बेटी के लिए खीर बनाते हैं उन्हें बहुत पसंद है आस्था ठीक है मृणाल आस्था कॉलेज के लिए निकल गई