कुँवरजी ... प्र ... प्रसाद लिजिये ना ..
आस्था उसे इस तरह अपने आप को देखता देख असहज हो गयी हा ....
हम्म .... दिजीये ....
एकांश ने उसकी असहजता महसूस की ।
हम जाये .... आस्था नही .... आराम किजीये .... कही जाने की जरुरत नही है ....
एकांश ने झट से कहा क्यु की वो जानता था की वो अपने हमेशा की रूटीन की तरह नाश्ता बनाने जायेंगी ।
आपने सुना नही .... जाइये लेटीये बेड पर .... उसे खड़ा देख एकांश ने फिर से कहा जाने दिजीये ना ..
हमे भूक लगी हे .... आस्था ने आखों मे आसू लिये छोटीसी आवाज मे इधर देखिए ....
आस्था का चेहरा अपने हाथो मे थामकर एकांश ने कहा ....
उसकी नम आखें देख ना जाने कितना दर्द उसने अपने दिल मे महसूस किया उसका अंदाजा शायद वो खुद भी नहीं लगा सकता था भूक लगी हे .....
एकांश ने कहा और आस्था ने नजरे उठकर हा मे सर हिलाया ....
एकांश की आखें भी नम हो गयी .... वो जल्दी से घूम गया . आप यही बैठीये हम खाना लेकर आते है ...
एकांश ने कहा और बिना उसकी और देखे वहा से चला गया .... दाईमाँ .... ब्रेकफास्ट ..
एकांश कुँवरसा .... अभी तक कुछ बना नहीं है .. तो फिर क्या कर रहे हे आप सुबह से .. कुक किजीये ..
जल्दी से एकांश गुस्सा हो गया .. और क्यु ना हो .... उसकी जान जो भुकी थी .. हा हम अभी करते हे ....
दाईमाँ दाईमाँ लेकिन एकांश में इतना सब्र कहा .... वो किचन के अंदर आ गया ....
वही मौजूद एक नौकर को प्याज टमाटर और दुसरे को फ्रूट कट कर्ने को कहा और फ्रिज मे से ब्रेड निकाल लिये ....
ब्रेड को टोस्टर मे डालकर कट किये हुये वेजि दुसरे ब्रेड पर रख दिये ....
थोडा केट्चअप मायोनी डालकर oven : मे 1 मिनिट के लिये रख दिये ....
ट्रे लेकर उसमे कट किये हुये फ्रूट .... एक ग्लास मे ज्यूस .... और सैंडविच रख दिये ....
टोस्ट किये हुये ब्रेड पर पिनट बटर स्प्रेड कर के उसको भी एक प्लेट में रख दिया ....
और खुद ही ट्रे लेकर रुम की और चला गया दाईमाँ और सब नौकर आखे फाड़कर उसे देख रहे आज तक किचन में कदम नही रखने वाले उनके कुँवरसा ..
खुद कूक कर के खाना ले जाते हुये देख नौकर हैरान हो गये ..... लेकिन दाईमाँ .....
उनके चेहरे पर मुसकान थी . ***
आस्था . चलिये यहा आकर बैठीये . एकांश कुँवरजी .... आप .... आप क्यु ले आये ....
हम आ जाते ना ....
आस्था ने कहते हुये जल्दी से ट्रे लेना चाहा . लेकिन एकांश ने दिया नही
लेकिन .... आस्था हमने बैठने कहा हे आस्था .... बैठिए जल्दी ..... एकांश बैठीये ..
एकांश ने ट्रे टेबल पर रख दिया और आखों के इशारे से ही उसको खाने को कहा और आप ....
आस्था हम बाद मे खायेंगे .... एकांश हम अकेले नही खा सकते .... आप भी खा .
आस्था आगे कुछ बोल ही नहीं पायी ....
. एकांश ने उसके मुह मे सैंडविच जो दाल दिया था आप खायेन्गी या फिर हम खिलाए ....
एकांश ने कहा और आस्था ने ना मे सर हिलाया ..... और हा खाते वक़्त बात नही करते ....
एकांश आस्था अब हा मे सर हिलाने लगी ....
उस वक़्त एकांश को वो दुनिया की सबसे क्यूट लड़की लग रही थी ..
और उसपर बेहद प्यार भी आ रहा था . दिल कर रहा था की उसके दोनो गाल को जोर से पिंच करे और अपनी लबो की मोहर उसके पुरे चेहरे पर दे ....
but again .... he control his emotions ....
आस्था अब जल्दी जल्दी खा रही थी ....
जैसे ही एक निवाला उसके पेट मे गया तब जाकर उसे की उसे अहसास हुआ कितनी कितनी कितनी भूक लगी थी एकांश बस प्यार से उसे देख रहा ...... था ....
आस्था ने अपने सामने रखा हुआ सब फिनिश कर दिया
और पानी पीने लगी आस्था ज्यूस पीजिए ....
एकांश हमे ऑरेंज ज्यूस नही पसंद .... आस्था ने ज्यूस को देखकर मुह बनाते हुये कहा
एकांश को उसके एक्सप्रेशन देख हसी आ गयी अच्छा ..... कोन सा ज्यूस पसंद हे फिर .... एकांश
मँगो .... आस्था ने खुश होते हुये कहा हम लेकर आते हे ....
एकांश क्यु .... एकांश नही नही .... आप मत जाइये ..
आस्था उसके सामने आकर खड़ी हो गयी
क्यूँ एकांश
सब क्या कहेंगे .... की मै अपने पति से काम करवा रही हु ... नही ....
आ ss प नही जायेंगे . आस्था क्या .... क्या कहा आपने .... पति .. एकांश हम्म .... आप हमारे पति हे .... हे ना .... आस्था उसकी और मासूमी से देखने लगी ।
हम्म .... हे .... एकांश आगे कुछ बोल ही नहीं पाया और माँ कहती थी की पत्नी को पति के सारे काम करने चाहिये ....
ना की अपने पति से काम करवाना चाहिये ..... तो फिर आप मत जाईये ..
आस्था की मासूमियत भरी बातें सुनकर तो एकांश को कुछ समझ नी नही आ रहा था जी वो क्या कहे *** .
हम कॉल करके मंगवाते हे ....
एकांश ने कॉल किया और नौकर से मँगो ज्यूस लेकर आने को कहा और आपके लिये .... आस्था
फिर उसने अपने लिये एक कॉफी मँगवाई ..
कुछ देर मे नौकर अपने हाथ मे ट्रे लेकर आ गया आस्था ने ट्रे लिया .... और इधर दिजीये काका ...
अपनी खाई हुयी प्लेट जमा करने लगी ..
आस्था वो कर लेंगे .... आप रहने दिजीये .. एकांश
ऐसे कैसे कुँवरजी .... हमारा झुटा हम किसी और को उठाने क्यु बोले .....
आस्था ने प्लेट ट्रे में रखकर ले जाने लगी । वो किचन मे रख आयेंगे ....
आप बैठीये यहा और अपना ज्यूस पीजिए .....
एकांश लेकिन .... आस्था के कुछ बोलने से पहले ही नौकर ने ट्रे अपने हाथो मे ले लिया ....
afterall एकांश ने उसे इशारा जो किया था आस्था भी बैठ गयी और अपना ज्यूस पीने लगी ..
आस्था . एकांश अपनी कॉफी पीते हुये उसे देख रहा था .. क्या आप हमसे डरती हे ....
एकांश नही .... एकांश उसे देखने लगा . मतलब हा .... अब तो एकांश की आखें बढी हो गयी ....
आप ऐसे मत देखिये ना ....
आस्था ने बारीक आवाज में कहा तो आप ठीक से हा या ना कहिये ना .... एकांश
पहले डर लगता था .... लेकिन अब नहीं लगता . आस्था पहले क्यु लगता था और अब क्यु नही ...
एकांश आप चीखते थे .... गुस्सा करते थे .... इसिलिए डर लगता था ... लेकिन अब .....
आप नही चीखते .. और गुस्सा भी नही करते ..... प्यार से बात भी करते है .... और .... आस्था
और ....
एकांश और हमारा और हमारी जरूरतों का खयाल भी रखते हे ना .... तो फिर हम आपसे क्यु डरे ..
आस्था हम्म .... एकांश was speechless कुँवरजी .... आस्था
जी एकांश
Friends .... आस्था ...
एकांश खामोश सा उसे देखता रहा आपने एक बार पुछा था और हमने कुछ नहीं कहा था ....
इसिलिए आप भी कुछ नही कहेंगे .. आस्था हम्म .. क्या कहा ....
एकांश कुछ समज ही नहीं पाया आपको हमसे फ्रेंडशीप नही करनी ... आस्था नाराज हो गयी ।
किसने कहा आपसे .... हमे करनी हे आपसे फ्रेंडशीप ....
एकांश ने जल्दी से अपना हाथ आगे बढ़ा दिया
आस्था खुश हो गयी और उसने भी हाथ मिलाया आप बहोत बहोत बहोत अच्छे हे कुँवरजी ....
और बहोत हँडसम भी .. आस्था थैंक यू .... एकांश ब्लश कर रहा था ।
हम जाये .... आस्था
हम्म .... एकांश
आस्था मुस्कुराते हुये वहा से चली गयी और एकांश सिर्फ अपने हाथ को देखता रहा जिसमे कुछ पल पहले आस्था का हाथ था ..
I promise aastha ....
आपका हमारी तरफ बढाया ये पहला कदम .... आपको बेहद खुशियों की और ले जायेंगा .
हम आपकी जिंदगी तमाम खुशियों से भर देंगे .... आपकी हर एक ख्वाईश पुरी करेंगे ....
हा बट एक बात .... हम आपके हे और सिर्फ आपके ही रहेंगे ..
लेकिन अगर आपकी इजाजत हो तो ही हमारा रिश्ता आगे बढेंगा ....
आप तो हमारी जिंदगी बन गयी हे मगर हम आपकी जिंदगी हे या नहीं ये डिसीजन आपका होंगा सिर्फ आपका ....
I Love you Aastha ..... love you so much .....
Waiting in comment box guys .....