भाग 1तेरे लबों की मुस्कान: इश्क़ के राज़
इश्क़ भरी ये दुनिया है, रंग लाती हर छांव,
तेरे लबों की मुस्कान से जगमगाती हैं सारी रात।उन क़दमों की आहट से उठती हैं धूप की बौछार,
तेरे लबों की मुस्कान रच देती हैं ख्वाबों की बारी।
जब तू हँसती हैं, दुनिया की सारी हंसी ढल जाती हैं,
तेरे लबों की मुस्कान से सबकी खुशियां जगमगाती हैं।
इश्क़ का आलम हैं, ये तेरे लबों की मुस्कान के साथ,
हर रिश्ते को नयी ज़िंदगी देती हैं तेरी हंसी का साथ।
तेरी हंसी की मेहफ़िल में जगमगाती हैं रातें,
तेरे लबों की मुस्कान से फ़िज़ा बन जाती हैं साथ।
इश्क़ के राज़ हैं, तेरे लबों की मुस्कान के बीच,
खुदा की मोहब्बत को जगमगा देती हैं ये नज़र।
तेरे लबों की मुस्कान बन गई हैं इश्क़ का पहरेदार,
तेरे लबों की मुस्कान के पीछे छुपा है इश्क़ का राज़,
ये अदा ज़ुबान से कह देती हैं जो अहसास।
भाग 2तेरे लबों की मुस्कान: इश्क़ के राज़
तेरे लबों की मुस्कान एक कहानी है,
जहां इश्क़ के राज़ छुपे हैं अधूरी ज़मीनों में।
ये राज़ जो बयां करते हैं तेरी दुनिया के,
मेरे दिल की आहटों से मुस्कराती हैं रातें।जब तू मुस्कान बिखेरे, हंसते हैं सब फूल,
मेरी रूह में उठती है एक प्यारी सी उमंग।
तेरे आँखों की चमक जगाती है तारों को,
मेरे दिल की हर धड़कन तेरे लिए गुनगुनाती है।
जब भी छूती हैं तेरे होंठों से ये दिल की साज़,
खो जाता हैं मैं अपने ही आप में दिल के राज़।
तेरा इश्क़ भर देता हैं ज़िंदगी को नया रंग,
मेरे सब ख्वाब तेरे लिए नए ख्वाबों में सज़ते हैं।
जब साथ होती हैं तेरी ये मुस्कान मेरे संग,
हर गम भूल जाती हैं ये दुनिया, हर रंग।
तेरे लबों की मुस्कान ने दी हैं मुझे ज़िंदगी,
इश्क़ के राज़ को खोल दिया हैं दिल के परदे ने।
इश्क़ के कई राज़ छिपे हैं तेरे लबों में ।
भाग 3
तेरे लबों की मुस्कान: इश्क़ के राज़
तेरे लबों की मुस्कान, ऐसी ख़ुशी जगाती है,
इश्क़ के राज़ पल-पल दिल में बसाती है।
एक झलक में छुपी है वो दिव्यता अनमोल,
दिल को चूम लेती है, सबको मोहित कर जाती है।
जैसे चाँदनी चमके रातों की बादलों में,
तेरे लबों की मुस्कान, भर देती है जीवन को उमंगों से।
इश्क़ के राज़ उन्हें जाने क्यों नहीं पता,
तेरे हुस्न की मदहोशियों में खो जाते हैं वो यहाँ।
हर पल उनकी अदा से बदल जाता है जहाँ,
तेरे लबों की मुस्कान, एक आहट सा लाती है ख़ुशियों का मेला।
ज़िंदगी की राहों में जब दाग़ छोड़ जाएं हम,
तेरी मुस्कान की गर्माहट, यादें बन के रह जाती हैं।
तेरे लबों की मुस्कान इश्क़ के राज़ बनी है,
हमारे दिल की कहानी उनमें छुप जानी है।
भाग 4
तेरे लबों की मुस्कान, एक ख्वाब सी होती है,
दिल की हर खुशी दिल के एहसास सी होती है।
तेरे चेहरे की चमक, सूरज सी उगलती है,
रौशनी बिखेरती है खुदा की खिलती है।
जब भी तू हँसती है, दिल में बस जाती हैं खुशियाँ,
आसमान भी चमक उठता है, नया दिन जगती है।
तेरी हंसी की गुनगुनाहट, मेरे दिल को छू जाती है,
खुद ब खुद ही एक रंगीन ज़िंदगी मिल जाती है।
तेरे लबों की मुस्कान, एक प्यारी सी बात है,
जिन्दगी की हर गड़बड़ी को भुला देती है।
तू हँसती है तो रौशनी सारी छा जाती है,
मेरी दुनिया की हर कठिनाई को भुला देती है।
तेरे लबों की मुस्कान, मेरी जान है ये,
मैं तेरे साथ हर खुशी को बांटना चाहता हूँ ।
क्या तुझे एहसास है ये ?
भाग 5
इश्क़ के राज़ जब खुलते हैं,
दिल के दरवाज़े अनजाने हो जाते हैं।दिलों की बातें ज़ुबान पर लाती हैं,
एक नयी दुनिया सजाती हैं।
जब आँखों को मिलता है वो नज़र,
सब कुछ भूल जाती है ये दुनिया अजनबी हो जाती है।
इश्क़ के राज़ मिटाते हैं सभी फ़ासले,
हर दिल को प्यार की मोहब्बत से ज़रूरत होती है।
सोच के रास्तों में उलझे हुए हैं हम,
इश्क़ के राज़ की राह में पागल हो गए हैं हम।
ज़िंदगी का हर लम्हा अब बन गया हैं रोमांच,
इश्क़ के राज़ में गुम हो गए हैं हम।
दर्द भरी ये कहानी इश्क़ की हैं,
भुलाने के बावजूद इतनी हसीन हैं।
इश्क़ के राज़ को कोई समझ नहीं पाता,
पर उसका एहसास हर किसी को होता हैं।
इश्क़ के राज़ के पीछे छुपी हैं ताक़त,
जो दिल को छू जाती हैं, मन को भाती हैं।
इश्क़ के राज़ अनजाने होते हैं अक्सर,
मगर उनकी राहों पर हर कोई मजबूर होता हैं।
कोई मशहूर होता है
कोई मगरूर होता है
पर इश्क में पागल हर कोई जरूरत होता है।