BALLU THE GANGSTER - 8 in Hindi Thriller by ANKIT YADAV books and stories PDF | BALLU THE GANGSTER - 8

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BALLU THE GANGSTER - 8

[ continue from last episode ]

[ सुनीता - क्या मतलब मैं मनीष कि सिर्फ तुम्हारी मर्जी से जाएगी। तुम मेरे साथ जबरदस्ती करोगे। मनीष ये बिलकुल गलत बात है। ]
[ मनीष – रुको रुको my dear सुनीता तुम कहा इतना आगे निकाल गई। मेरे कहने का मतलब ये था कि तुम मेरी दोस्त बनकर कर यहां आई थी, लेकिन अब तुम मेरी बीवी बनकर मेरे साथ मनाली धुमने जाओगी। ]
[ सुनीता - तुम भी ना मनीष , मुझे डरा ही दिया , लेकिन इतनी जल्दी शादी।
[ मनीष - क्या हुआ सुनीता , तुम मुझसे शादी करने को तैयार नही हो। ]
[ सुनीता - नही ऐसा नही है मनीष, वो अभी मेरा राजेश से Divorce / तलाक भी नही हुआ है ना तो हम तबतक शादी कैसे कर सकते हैं। ]
[ मनीष - तो अभी तलाक के कागज मैं राजेश के पास भिजवा देता हुं। ]

[ 26 December 2018 , Firozpur cantt, Rajesh 's army . quarter ]

[ राजेश - ( लिफाफा खोलते हुए ) - बबीता , सुनीता ने तलाक के कागज भेजे है। ]
[ बबीता - हां तो sign करदो। ये तो बढ़िया खबर है ना , करो sign अभी ]
[ राजेश - हां बबीता , मैं Sign करके समय से भिजवा दुँगा । ठीक है। ]

[ 15 January 2019, Baba jahedwani Mandir , Bathinda punjab ]

[ पुजारी - आज से आप दोनो ( मनीष व सुनीता ) पति - पत्नी हुए। भगवान आपके इस सुनहरे संबंध को दीर्घायु प्रदान करे व सलामत करे। ]
[ मनीष - जी पुजारी जी, मै अपनी सुनीता को हमेशा बहुत ख्याल रखुँगा । ]

[ same day , मनीष का घर , बठींड़ा , punjab ]

[ मनीष - सुनीता , तुम आज रात के लिए कितनी excited हो, हो तो ना । ]
[ सुनीता - हां बेहद हुँ। तुम बस जल्द से कार्यक्रम शुरू तो करो, फिर देखो । ]
[ मनीष - सुनीता , एकसमय मेरी जिंदगी मे लड़कियो का अकाल था। तुम्हारे आने से पहले मै बेहद लड़कियो के मामले मे अकेला था। मेरी ना तो कोई महिला मित्र थी और ना ही कोई प्रेमिका । बहुत बुरा दौर था। ]
[ सुनीता - लेकिन फिर मै आई ना और अब भी हुँ। शुरू करो न अब। ]
( मनीष व सुनीता दोनो अंधेरे कमरे में )
[ Firozpur cantt, Rajesh 'S Army quartar , punjab , India ]

[ बबीता - नमस्ते मम्मी जी, आपको आने मे तकलीफ तो न हुई ना। ]
[ बल्लु व दिव्या ( हृदय पुर्वक पैर छुते हुए ) - नमस्ते दादी जी , नमस्ते । ]
[ राजेश की मां - जुग जुग जिओ मेरी दोनों बेटियां समान पोतियाँ । ]
[ राजेश - मां , तुमने यहां आकर बिल्कुल सही किया। बबीता का भी नौवां नजदिक आ रहा है , उसे भी तुम्हारी जरूरत रहेगी अब आगे । ]
[ बबीता - चलो, सब बच्चे खाना खा लो । मम्मी जी आप भी आइए । ]
[ राजेश की मां - राजेश मुझे रात को टहलने की आदत है तो अकेली यहां कुछ जानती नही, दिव्या व बल्लु के संग टहल आती हुँ। ]
[ राजेश - हां मां, खुम आओ , लेकिन बाहर Highway है, ध्यान से जाना। ]
[ दिव्या - दादी, मुझे आइसक्रिस खानी है, दिलाओ ना, वो वहा हैं रोड के पार । ]
[ राजेश की मां - ठीक है, तुम यही रुको , मै और बल्लू लेकर आते है, यही बैठी रहना , समझ गई, कही दुर जाना मत। ]
[ बल्लू व राजेश की मां - दोनों Highway के दुसरी तरफ ICE CREAM लेने के लिए निकले । ]
[ राजेश की मां - ( बल्लू को ट्रक के सामने धक्का देते हुए ) - जा मर ससुरी , तेरा खेल खत्म करने ही मै यहां आई थी। ]