पवन कुमार बहुत उलझन में थे, क्योंकि रोहन की लाश पर जैसे जख्म थे वो बिलकुल वैसे ही जख्म थे जो कुछ समय पहले जंगल में मिले लाश में पाये गए थे।
मगर ये कैसे हो सकता था, जंगल और रोहन के घर के बीच में दूरी लगभग 40 किलोमीटर की थी, वो जानवर इतनी दूर आकर किसी को कैसे मार सकता था , क्या ये उसी जानवर का काम है या उस जैसा दूसरा जानवर है ।
पवन कुमार ने आस पास के लोगो से पूछा तो उन्होंने बताया कि हम लोगो ने रात में कुत्ते के लगातार भौंकने की आवाज सुनी तो हमने देखा की रोहन का कुत्ता ऊपर बिल्डिंग की छत की तरफ देखकर लगातार भोंक रहा था, और खिड़की पर रोहन की लाश लटकी हुई थी ।
लोगों ने बताया की रोहन घर में अकेला ही था, उसके मां बाप बिजनेस के लिए बाहर गए हुए थे, हमने रात में इस हादसे के बाद उन्हें फोन लगा दिया था, और फिर वो लोग सुबह तक यहां आ गए ।
पवन कुमार ने रोहन के कॉलेज जाकर पूछ ताछ की तो पता चला की एक दिन पहले रोहन को किसी से लड़ाई हो गई थी, पवन कुमार ने दूसरो से पूछा तो उन्होंने बताया की विक्रांत नाम के लड़के से उसकी लड़ाई हो गई थी ।
जब पवन कुमार ने विक्रांत से बात की तो पता चला की रोहन सुप्रिया पर हाथ उठाने वाला था मैं बस बीच में आ गया था, मैने उसपर हाथ नही उठाया, ना ही उसे कुछ कहा, बात वहीं खतम हो गई थी ।
पवन कुमार को भी विक्रांत पर शक करने वाली कोई बात नही लगी, वो बहुत सीधा साधा लगा, इसलिए पवन कुमार ने उसे जाने दिया ।
इस हादसे ने लोगो को डरा कर रख दिया था, लोगो को रात में बाहर निकलने से दर लगने लगा।
पुलिस ने भी लोगो से कहा की रात में इधर उधर बाहर ना जाएं।
ऑफिसर पवन कुमार कड़ियों को जोड़ने की कोशिश करने लगे, वो ये जानना चाहते थे कि, जिस जानवर ने जंगल में किसी को मारा था, जो जंगल में लोगो पर हमला करता था, उसने जंगल से 40 किलोमीटर दूर जाकर किसी को मार दिया !
पर इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात ये थी की, कोई भी जंगल में रहने वाला जीव इतनी दूर जाकर किसी के घर में घुसकर किसी पर हमला करे और मार दे ये कैसे संभव है ।
पवन कुमार को कुछ समझ में नहीं आ रहा था, पवन कुमार को किसी ने बताया की जंगल के दूसरी तरफ एक छोटा सा गांव है, कहते हैं की वहां एक 95 साल के एक बुजुर्ग हैं वो सायद कुछ बता सके इस बारे में ।
पवन कुमार अपनी छान बीन में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते थे, वो इस बुजुर्ग व्यक्ति से मिलने चले गए ।
पवन कुमार – बाबा क्या आप जंगल में हो रहे हादसों के बारे में कुछ बता सकते हैं ?
किशनलाल ( बाबा ) – बेटा जब मैं छोटा था तब मैने अपने बड़े बुजुर्गो से सुना था की इस जंगल में एक ऐसा जीव है, जो बहुत ही भयानक और खूंखार है, वो जीव अमर है, कई सदियों से इस जंगल में रह रहा है, पहले वो किसी पर हमला नही करता था, पर कहते हैं की जबसे जंगल में पेड़ों की कटाई होने लगी है ,तबसे उस जीव ने लोगो पर हमला करना शुरू कर दिया है ।
उसके गुस्से का कारण जंगल को होने वाला नुकसान है ।
वो कई सदियों से इन जंगलों में रह रहा है, ये उसका घर है ।
पवन कुमार सोचने लगा, क्या सचमे इन जंगलों में ऐसा कोई जीव है या ये सिर्फ मनघड़त कहानी मात्र है ।
दूसरी तरफ विक्रांत भी ये सोच रहा था की रोहन के साथ ऐसा किसने किया होगा ।
वो भले ही रोहन से गुस्सा था, पर रोहन के साथ ऐसा हो वो कभी नहीं चाहता था ।
कॉलेज में प्रिंसिपल ने भी सभी स्टूडेंट्स को मीटिंग हॉल में जमा होने को कहा, कुछ जरूरी सूचना देनी थी स्टूडेंट्स को ।
प्रिंसिपल – आप सबको तो पता ही होगा की हमारे कॉलेज के एक स्टूडेंट के साथ कितना भयानक हादसा हुआ, और उसकी जान चली गई ।
आप लोगो को यहां ये बताने के लिए बुलाया गया है की आप लोग सतर्क और सावधान रहें, आगे जाकर किसी के साथ ऐसा हादसा ना हो, इसलिए हमारे कॉलेज और हमारे कॉलेज के आसपास पुलिस की सिक्योरिटी ( सुरक्षा ) होगी, और जो स्टूडेंट्स कॉलेज बस से आते हैं, उनकी सुरक्षा के लिए बस में पुलिस के 2 गनमैन बस में होंगे ।
अब आप सब जा सकते हैं ।
दूसरी तरफ पवन कुमार भी पूरे जोर शोर से इस केस के हादसे की जड़ तक पहुंचकर इन सबकी सच्चाई पता करने में लगे हुए थे ।
पवन कुमार ने गांव वाले कुछ लोगो को थाने में बुलाया, ये वही लोग थे जिनपर जंगल में उस जीव ने हमला किया था ।
पवन कुमार ने एक स्केच आर्टिस्ट को बुलाया हुआ था ।
पवन कुमार – आप लोगो ने उस दिन जंगल में जिस जीव को देखा उसका हुलिया वो कैसा दिखता था, आप लोग इन्हें बताइए, ये एक स्केच आर्टिस्ट हैं, ये आपके बताए मुताबिक उस जीव का स्केच बनाएंगे , उसके आधार पर हम अपने आगे की छान बीन करेंगे ।
वहीं दूसरी तरफ विक्रांत तैयार होकर कॉलेज के लिए निकला, रास्ते में अचानक उसकी बाइक के सामने एक बुजुर्ग आ गए, अचानक उसने ब्रेक लगाया नही तो एक्सीडेंट हो जाता ।
विक्रांत – बाबा आपको कुछ हुआ तो नही, आप ठीक तो हैं ना !
बाबा ने जैसे ही विक्रांत को देखा तो उनकी सकल पर घबराहट आ गई, वो नजर नीचे करते हुए बोलें, मैं बिलकुल ठीक हूं, आपका बहुत बहुत शुक्रिया ।
ये बुजुर्ग व्यक्ति किशनलाल थे, वही व्यक्ति जिन्होंने ऑफिसर पवन कुमार को जंगल में कई सदियों से रह रहे रहस्यमयी जीव के बारे में बताया था ।
किशनलाल ने जैसे ही विक्रांत को देखा वो अंदर तक सिहर गए, उन्हें किसी शक्ति का आभास हो रहा था ।
विक्रांत – बाबा क्या मैं आपकी कोई मदद कर सकता हूं, क्या मैं आपको कहीं छोड़ दूं !
किशनलाल – बेटा मेरा घर पास में ही है मैं चला जाऊंगा , शुक्रिया ।
विक्रांत ने मुस्कुराया और कहा – ठीक है बाबा, आप अपना खयाल रखिएगा, इतना कहकर विक्रांत अपने कॉलेज की तरफ निकल पड़ा ।
कॉलेज पहुंचने पर विक्रांत को सब लोग ऐसे देख रहे थे जैसे उसने कुछ गलत कर दिया हो ।
विक्रांत ने सुप्रिया को देखा और उसके पास जाकर पूछा,
विक्रांत – सुप्रिया ये सब लोग मुझे ऐसे क्यों देख रहें हैं !
सुप्रिया – विक्रांत छोड़ो ना उनपर ध्यान मत दो ।
विक्रांत – नही सुप्रिया, अगर तुम्हे कुछ पता है तो मुझे बताओ ,ये सब मुझे इस तरह क्यों देख रहें हैं ।
सुप्रिया – विक्रांत वो जो रोहन के साथ हादसा हुआ ना, उससे सबको ऐसा लग रहा है, कहीं ना कहीं उसने तुम्हारा हाथ है ।
विक्रांत – पर यार मैं ऐसा क्यों करूंगा रोहन के साथ, और न्यूज और पेपर में भी बताया और दिखाया है की रोहन पर किसी जानवर ने हमला किया था, फिर ये लोग ऐसा कैसे सोच सकते हैं ।
सुप्रिया – अरे छोड़ो ना हम किसी की सोच को तो नही बदल सकते ना ।
विक्रांत ने कुछ सोचा और कहा, हाँ शायद तुम सही कह रही हो, चलो क्लास का टाइम हो गया है , कहते हुए दोनो क्लास में चले गए ।