Meri Dusri Mohabbat - 34 in Hindi Love Stories by Author Pawan Singh books and stories PDF | मेरी दूसरी मोहब्बत - 34

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मेरी दूसरी मोहब्बत - 34

Part - 34 Truth Bombs

पवन अपने पापा का इंतजार करता है उसको पूरा भरोसा होता है कि उसके पापा से बचाने जरूर आएंगे,

तभी एक लाल बत्ती की गाड़ी की आवाज आती है सभी पुलिस वाले दंग रह जाते हैं और खड़े हो जाते हैं जैसे कि मानो भगदड़ सी मच गई हो,

पवन यह सुनकर जान जाता है कि उसके पापा आ गए हैं पवन के पापा गाड़ी से उतरते हैं तो सभी पुलिस वाले उन्हें सलाम करते हैं उसके पापा पुलिस स्टेशन के अंदर जाते हैं वह पुलिस वाला जो अवनी और सुरेश जी से बदतमीजी कर रहा था उसके पसीने छूट जाते हैं क्योंकि उसके पापा सीकर जिले के राजा होते हैं और देश के गृहमंत्री होते है और ये पुलिस वाले को पता होता है।

पुलिसवाला-सर आप को कोई काम था तो हमें बुला लिया होता आपने क्यों तकलीफ कि??

पवन के पापा-तुम्हें पता है तुमने जिस लड़के को बंद किया है वह कौन है?? वह मेरा बेटा है।

यह सुनकर वहां पर सबके होश उड़ जाते हैं और अवनी पवन की तरफ हैरानी से देखती है!

पवन के पापा-तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे बेटे को जेल में बंद करने की क्या किया था उसने जो तुमने उसे जेल में बंद किया है अगर कोई किसी के साथ बदतमीजी करेगा तो उसके साथ क्या करना चाहिए? मेरे बेटे ने भी वही किया पर तुमने उसे जेल में बंद कर दिया इस गलती की तुम्हे सजा मिलेगी मैं अभी तुम्हारे बड़े ऑफिसर से बात करके तुम्हें सस्पेंड कराता हूं।

पुलिसवाला-सर मुझे माफ कर दीजिए सर मुझे नहीं पता था कि आपके बेटे हैं मुझे पता होता तो मैं क्यों ऐसा करता,

सर प्लीज मुझे माफ कर दीजिए??

पुलिसवाला पवन के पापा के सामने विनती करता है।

पवन के पापा-बात मेरे बेटे को जेल में बंद करने की नहीं है बात सही से अपना काम ना करने की है और वह गुंडे कहां है जो उनके साथ लड़ रहे थे।

पुलिसवाला-सर जब हम वहां पहुंचे तो वह दो गुंडे वहां से भाग गए थे??

पवन के पापा-जिनकी गलती थी तुमने उन्हें भागने दिया उन्हें पकड़ने की बजाय, तुमने इन्हें जेल में बंद कर दिया तुम्हें यह वर्दी सेवा करने के लिए दे गई है इस वर्दी का गलत फायदा मत उठाओ और इसका सबक तुम्हें मिलेगा।।

पवन के पापा बड़े अफसर को फोन करते हैं और यह सब कुछ बताते हैं फिर उस पुलिस वाले को 6 महीने के लिए सस्पेंशन ऑर्डर हाथों हाथ दे देते है!!!

और उन दोनों गुंडों को ढूंढने का आर्डर देते हैं कुछ ही घंटों में उन दोनों को ढूंढ लिया जाता है फिर वह बताते हैं कि गलती हमारी थी हमने जानबूझकर अंकल को परेशान करने की कोशिश की और पवन ने हमें बोला भी था कि हम इन से माफी मांग ले पर हमने नहीं मांगी सबके सामने सच आ जाता है पुलिस वाले को अपने ऊपर शर्मिंदगी होती है और वो वहां से चला जाता है।

पवन - मुझे पता था आप जरूर आओगे और सब कुछ ठीक कर दोगे और मैं अपनी हरकत के लिए माफी मांगता हूं पर वो दोनो अंकल जी के साथ बदतमीजी कर रहे थे तो मुझसे देखा नहीं गया और मैंने उनको थोड़ा पीट दिया,

पवन धीमी आवाज में अपने पापा से बोलता है।फिर वह गुंडों की तरफ देखता है और उनकी तरफ मारने के लिए बढ़ता है तो उसके पापा रोक लेते हैं,

पवन के पापा - तुम्हें समझ में नहीं आता अब सब कुछ संभल चुका है तो सब खराब क्यों कर रहे हो,इग्नोर करो, पवन अपने पापा की बात मान लेता है और उन्हें छोड़ देता है और दोनों गुंडों को जेल में बंद कर दिया जाता है।

अवनी के पापा को यह सब देख कर धक्का सा लगता है फिर वह अवनी से पूछते हैं,

अवनी के पापा - तुमने तो कहा था कि इसके पापा है नहीं और मां से बनती नहीं है पर ये तो सिकर जीले का राजकुमार है और उसके पापा देश के गृहमंत्री हैं यह चीज तुमने हमसे क्यों छुपाई??पवन मुझे तुमसे ये उम्मीद नहीं थी और इतने दिनों से तुम दोनो हम सबको धोखे में रख रहे थे,तुम दोनों ने ऐसा क्यों किया जवाब दो अवनी मुझे??

अवनी-मैं सच कह रही हो मुझे भी इस बारे में कुछ नहीं पता था पवन ने मुझे भी इस बारे में कभी कुछ नहीं बताया

अवनी ये सब देख खुद चौंक जाती है और पवन से गुस्से मे कहती है

अवनी - तुमने मुझसे झूठ क्यों बोला इतना बड़ा झूठ आखिर क्यों मैंने तुमसे कहा था ना मुझसे कभी झूठ मत बोलना पर तुमने वही किया जिसका मुझे डर था। मेरा प्यार पर से पहले ही भरोसा उठ चुका था मैंने बड़ी मुश्किल से दूसरी बार कोशिश की सब भुला के अपने फ़्यूचर के बारे में सोचूं पर मुझे तुम पर भरोसा करना ही नहीं चाहिए था तुमने मेरा दिल दुखाया और मुझसे झूठ बोला।

पवन के पापा -ये सब क्या चल रहा है यह सब कौन है इनको तुमने धोखे में क्यों रखा है बताओ? मुझे जवाब दो??

पवन अपने पापा के सामने कुछ नहीं बोल पाता वो चुपचाप अवनी और उसके परिवार वालों ‌की खरी खोटी बातें सुनता है. उसके पापा को यह सब सुनकर अवनी के परिवार वालों पर गुस्सा आ जाता है और वह पवन को अपने साथ चलने के लिए कहते हैं और पवन अपने पापा के साथ अपने घर के लिए निकल जाता है अवनी को लगता है कि पवन ने उसे धोखा दिया है और वह पवन की तरफ नफ़रत भरी नजरों से देखती है

पवन बस हाथ जोड़कर वहां से निकल जाता है अवनी का परिवार भी पवन से गुस्सा हो जाता है पवन के जाते वक्त सब उसे नजरअंदाज कर देते हैं। और अवनी का परिवार भी घर की ओर निकल जाता है।

सुरेश -अवनी तुम हमें बार-बार धोखा देती हो पहले ही हम परेशान हैं कि हमें पार्टी से निकाल दिया दूसरी चीज हमें पुलिस पकड़ के लेकर गई और तीसरा तुमने हमसे फिर झूठ बोला तुमने हमसे सच क्यों छुपाया?

अवनी-पापा मैं सच बोल रही हूं मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता था मुझे भी धोखे में रखा उसने मुझसे हमेशा कहता रहा कि मेरे परिवार वालों से मेरी नहीं बनती मेरा कोई ठिकाना नहीं है

उसने मुझे कैलिफ़ोर्निया में भी कुछ नहीं बताया,मैने उसे बोला भी था की मुझे अपनी मां से मिलाओ वह हमेशा बात को बदल देता था फिर मैंने भी ध्यान नहीं दिया मुझे लगा शायद उसे बुरा लगता है जब मैं इसके परिवार के बारे में बात करती हूं, सच कह रही हूं मुझे कुछ नहीं पता था मुझ पर विश्वास करें मैं सच बोल रही हूं

सुरेश जी-मैंने तुम्हारी बहुत गलतियां माफ की है अब और नहीं और मुझे इस बारे में अब कोई बात नहीं करनी और मुझे अब पवन का नाम इस घर में दोबारा नहीं सुनना सब अपने कानों ये बात डाल लो हम उस लड़के से कभी मिले ही नहीं थे जो लड़का हमें इतने दिनों से बेवकूफ बना रहा था, वह हमारे परिवार का हिस्सा बनने के लायक ही नहीं था। उसे मैंने अपना दामाद अपना बेटा माना और उसने मुझे धोखे में रखा चलो वह तो पराया था पर मेरी बेटी ने ही मुझे धोखे में रखा जब अपना सिक्का खोटा हो तो दूसरों को दोष क्या देना। मुझे अभी किसी से बात नहीं करनी कुछ देर मैं अकेला रहना चाहता हूं और वह वहां से चले जाते हैं।

अवनी रोने लग जाती है अपनी मां के सामने तो माँ उसे समझती है ।

अवनी की माँ-बेटा दिल छोटा नहीं करते देखना तुम्हारे पापा मान जाएंगे अभी गुस्से में है जब शांत हो जाएंगे तो सब कुछ भूल जाएंगे तुम अपने पापा को तो जानती हो ना रोना बंद करो बेटा।

क्या अवनी के पापा पवन और अवनी को माफ कर देगें क्या पवन अपने पापा को सच बताएगा???