Meri Dusri Mohabbat - 25 in Hindi Love Stories by Author Pawan Singh books and stories PDF | मेरी दूसरी मोहब्बत - 25

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मेरी दूसरी मोहब्बत - 25

Part - 25 Desi Majaak

(पवन और अवनी एक गार्डन मे बैठे बाते करते है )

पवन – एक बात बोलूं अवनी??

अवनी -हां बोलो ना??

पवन -बुरा मत मानना पर तुमने अभी तक अपने घर वालो को अपने बारे में ना बता कर बहुत गलत किया किया है तुम्हे पता की वो लोग कितना परेशान है तुम्हारे लिए ???

अवनी- हां मुझे पता है सब पता है मैने बहुत कोशिश की थीं, उन्हे सब बताने की पर सच बताऊं तो मेरी हिम्मत ही नहीं हुई उनसे बात करने की,,

अवनी ये बाते वक्त भावुक हो जाती है तो पवन ये देख कर अवनी का मूड ठीक करने की कोशिश करता है !!!

पवन- अच्छा ये सब छोड़ो मैं इतनी दूर से ‌यहां आया हूं तुम मुझे कैलिफ़ोर्निया नहीं‌ घूम आओगी ‌तुम्हे अब बहुत कुछ पता होगा यहां के बारे में?

अवनी- हां क्यों नहीं?

पवन- तो चलो फिर!!

(पवन अवनी दोनों कैलिफ़ोर्निया घूमने निकल पड़ते हैं)

पवन थोड़ी देर बाद अवनी से पूछता है- तुम्हें बहुत बुरा लगा होगा ना जब तुम्हें पता चला होगा कि आलोक ने शादी कर ली है??

अवनी -हां बहुत बुरा लगा था, जब मैं कैलिफ़ोर्निया आई थी तो मैंने उसे कॉल किया था मैंने उसे कहा था कि चलो जिंदगी की एक नई शुरुआत करेंगे मैं सब कुछ छोड़ कर तुम्हारे लिए यहां पर आई हूं,,मैं बहुत खुश थी उसे यह सब बताते वक्त पर आलोक ने कहा कि वो शादी नहीं करना चाहता उसने कहा तुम क्यों ऐसे बिना बताए यहां पर आई वापस चली जाओ तुम सारे फैसले खुद ले लेती हो,उसने मुझे बहुत सुनाया और यह तक कह दिया मुझे भूल जाओ यह सब सुनकर ऐसा लगा कि मेरी जिंदगी खत्म सी हो गई मैं सब कुछ छोड़ कर उसके लिए आई थी उसने फिर से मुझे अकेला छोड़ दिया तुम ही बताओ कि कैसे मैं अपने परिवार वालों को बता‌ पाती‌ कि मैं कहां हू???

मैंने उसे बार-बार फोन किया मैं हर रोज उसको फोन करती थी पर वो मेरे फोन का जवाब नहीं देता था फिर मैंने 1 दिन फैसला किया कि मुझे उससे मिलना है, मैंने कैसे भी करके उसका एड्रेस ढूंढ निकाला और उससे मिलने चली गई जब घर गई तो वो घर पर नहीं था, उसके servant ने‌ बोला कि आप थोड़ा वेट कर लो साहब थोड़ी देर में आते ही होंगे,, मैंने उसका इंतजार किया थोड़ी देर बाद आलोक आया और उसके साथ एक लड़की भी थी उसने मुझे देखा और उस लड़की से कहा कि तुम कमरे में जाओ मैं अभी आता हूं।

वो‌ मुझे घर से बाहर ले गया उसने कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की मैंने कहा कि मुझे तुमसे मिलना था तो मैं आ गई और मुझे बताओ कि वो लड़की कौन है तब उसने मुझे बताया कि वह उसकी बीवी है तुम सोच भी नहीं सकते वो सब सुनकर मुझ पर क्या बीती होगी,, मैंने आलोक को खूब सुनाया कि वह मेरे साथऐसे कैसे कर सकता है तो उसने मुझे बताया कि उसने शादी ग्रीन कार्ड के लिए की है कुछ महीनों के बाद उसे ग्रीन कार्ड मिल जाएगा और वह शादी से फ्री हो जाएगा ।

फिर उसने ‌मुझे जाने को कह दिया यह सब सुनने के बाद मैं उसे कुछ बोल नहीं पाई, और वहां से चली आई उस दिन के बाद से मेरी कभी उससे बात नहीं हुई!!

पवन- जब मैं उससे मिला था तो उसने मुझे यह सब बताया ही नहीं उसने कहा था कि उसने सिर्फ तुमसे एक ही बार बात की है मुझे लग ही‌ रहा था वह मुझसे कुछ छुपा रहा है तो उसने ग्रीन कार्ड के लिए शादी की?

अवनी -हां जिन लोगों को यहां परमानेंटली रहना होता है और कुछ करना होता ‌है तो उसके लिए यहां की परमिट लेने के लिए कुछ समय के लिए शादी करनी होती है और जब उनको ग्रीन कार्ड मिल जाता है तो शादी से आजाद हो सकते हैं अगर वह चाहे तो??

पवन -तो तुम इसके लिए उसका वेट करोगी??

अवनी- पता नहीं क्या करुंगी क्या नहीं पर इंडिया वापस जानें का मन नहीं है मैं अपने घर वालों face नहीं कर सकती !!

अच्छा अभी ये सब छोड़ो और मुझे यह बताओ कि तुम्हारा स्टोरी राइटिंग का क्या हुआ कहां तक पहुंचा तुम्हारा सफर अवनी हंसते हुए पवन से पूछती है??

पवन- हां थोड़ी बहुत कामयाबी तो मिली है पर इतनी भी नहीं मेरा सफर तो चलता रहेगा रुकने वाला नहीं जब तक हमें हमारी मंजिल नहीं मिल जाती, पवन अवनी‌ को कुछ नहीं बताता अपनी बुक के बारे में अपनी कामयाबी के बारे में।।

अवनी -पर तुम वहां से निकले कैसे तुमने पापा को सच तो नहीं बता दिया ना??

पवन- जैसे तुम निकली थी चोरी चोरी चुपके चुपके वैसे मैं भी निकल गया मुझे लगा तुम भागने कि नहीं‌ सोचोगी, और अगर मैं तुमसे बात भी की करूंगा भागने के बारे में तो तुम मुझे रोक लोगी पर तुम तो मुझसे भी आगे निकली पहले से ही‌ प्लानिंग बनाकर बैठी थी ??

मुझसे कहा तो होता एक बार क्या पता मैं तुम्हारी मदद कर देता??

अवनी -हां उसके लिए मैं तुमसे माफी मांगना चाहती हूं पर मैं तुम्हें और परेशान नहीं करना चाहती थी वैसे भी तुमने बहुत कुछ किया है मेरे लिए और मैं तुम्हारा एहसान नहीं लेना चाहती थी इसलिए चुपचाप वहां से निकल गई!!

पवन बातें बहुत हो गई अब मुझे भूख लग रही है यहां कहीं आस-पास रेस्टोरेंट है क्या??

अवनी- मुझे भी लग रही है एक काम करते हैं थोड़ी दूर पर इंडियन रेस्टोरेंट है जहां पर मैं अक्सर जाती रहती हूं चलो वही चलते, थोड़ी और बातें कर लेते हैं जब तक रेस्टोरेंट्स नहीं आ जाता??

अच्छा यह बताओ तुमने अपनी शादी के बारे में क्या सोचा, तुम्हें कब करनी है शादी??

पवन- मैं हमेशा से लव मैरिज करना चाहता था पहले लव में तो मैं फेल हो गया और दूसरा लव करने की हिम्मत नहीं है तो शादी के बारे में मेरा कोई चांस नहीं है अभी, शादी से पहले बहुत कुछ करना है लाइफ मे सुपरहिट सुपरहिट कहानियां लिखनी है शादी के अलावा भी बहुत जरूरी काम होते हैं लाइफ में??

अवनी- हां बात तो तुम सही कह रहे हो अब मुझे ही देखो प्यार में क्या हो गया है मेरा हाल ‌एक की यादों से निकल ही नहीं पा रही हूं जिसके साथ सपने देखे वही साथ नहीं है, कभी-कभी तो लगता है कि मैंने प्यार करके गलती की क्यों इतना भरोसा किया??

पवन- मुझे दोबारा प्यार इसीलिए नहीं हुआ क्योंकि मुझे कोई इंसान नहीं मिला जिस पर मैं भरोसा कर सकूं तुमने प्यार‌ किया वो भी तो गलत इंसान से इस मे प्यार की कोई गलती नही है प्यार तो बस ऐसे ही बदनाम हो जाता है गलत लोगो की वजह से अगर तुम्हें कोई दोबारा कोई सही इंसान मिले तो प्यार पर शक मत करना।।

अवनी इस बात का पवन को कोई जवाब नही देती, अच्छा ये देखो वो रहा restaurant दोनों अंदर जाते हैं

यहां पर इंडियन फूड बहुत अच्छा मिलता है बिल्कुल इंडिया की याद आ जाएगी??

पवन – तुम कह रही हो तो‌ सच ही कह रही होगी मंगाओ जो यहां पर बहुत ज्यादा फेमस हो??

(अवनी‌ खाने का आर्डर देती है दोनों खाना खाते हैं)

पवन- सच में तुम सच कह रही थी‌ खाना बहुत अच्छा था मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं इंडिया के किसी रेस्टोरेंट में बैठ कर खा रहा हूं।।

अवनी -देखा मैंने कहा था ना ‌अवनी‌ यह बताते वक्त बहुत खुश होती है!!

पवन -एक बात बोलूं जब तुम ऐसे खुश होती हो ना तो कसम से बहुत अच्छी लगती हो‌ ऐसे ही खुश रहा करो तुम उदास मुझे बिल्कुल अच्छी नहीं लगती??

अवनी‌ - मैं खुश रहने की कोशिश करती हूं पर वो सब कुछ याद आ जाता है जो मैंने किया है और जो मेरे साथ हुआ है मैं उससे ‌बाहर ही‌‌ नहीं आ पाती, अब तुम आ गए हो तो शायद मैं खुश रहना सीख जाऊं और वैसे भी मैं तुम्हारे साथ रहती हूं तो मुझे उदास रहने का बिल्कुल मन नहीं करता!!

पवन – यह हुई ना बात अब मैं यहां हूं तो तुम उदास रह भी नहीं पाओगी, अच्छा अब यह बताओ कि वापस जाने का क्या सोचा है???

अवनी – मुझे कुछ समझ नहीं आता कि मुझे क्या करना चाहिए मुझे ऐसा लगता है कि मैं मम्मी पापा का सामना नहीं कर पाऊंगी मेरे पास उनके सवालों का कोई जवाब नहीं होगा,अब तुम ही बताओ मैं क्या करूं कैसे बाहर आऊ इन सब चीजों से??

पवन – तुम्हें पता है तुम बहाने बना रही हो??

अवनी – बहाना मैं क्यों बहाने बनाऊंगी??

पवन- सच बात तो यह है कि तुम यहां से जाना ही नहीं चाहती तुम्हें लगता है कि आलोक ग्रीन कार्ड मिलने के बाद शायद तुमसे बात कर ले तुम्हारे साथ शादी कर ले, उसने तुम्हारे साथ कितना गलत किया है पर फिर भी तुम्हें लगता है वो तुम्हें accept करेगा??

पर तुम इस बात को नहीं मानना चाहती की वो तुम्हें भुल गया है तुम अभी भी आलोक से प्यार करती हो और उसका इंतजार कर रही हो इसीलिए तुम कैलिफ़ोर्निया से जाना नहीं चाहती,

मैं कोई 5 साल का बच्चा नहीं हूं जिसे कुछ समझ में नहीं आता मुझे सब कुछ समझ में आता है कि तुम्हारा क्या रीजन है यहां से ना जाने का???

अवनी पवन की सारी बात सुनती है पर उसे कोई जवाब नहीं देती।।

क्या पवन जो कह रहा है वो सच है??क्या अवनी आलोक के इंतजार में कैलिफ़ोर्निया में रुकी है???