Meri Dusri Mohabbat - 20 in Hindi Love Stories by Author Pawan Singh books and stories PDF | मेरी दूसरी मोहब्बत - 20

Featured Books
Categories
Share

मेरी दूसरी मोहब्बत - 20

Part - 20 Rajyaabhishek

पवन फैक्ट्री में बंद इधर उधर जाने का रास्ता ढूंढता है

पवन -किसने किया होगा और चाचा जी पता नहीं कहां होंगे,? कही ये सब अवनी के पापा ने तो नहीं करवाया ?? हो सकता है अवनी ने सब सच बता दिया हो?? तू तो गया पवन !!! पवन चिल्लाने लगता है कोई है बचाओ!!!

पर दूर-दूर तक उसकी आवाज सुनने को कोई नहीं होता,उसके मन में 100 सवाल चल रहे होते हैं तभी उसे किसी की चलने की आवाज आती है मानो कोई उसकी तरफ बढ़ रहा हो!!!

पवन – लगता है कोई आ रहा है कोई दरवाजा खोलता है पर सामने जब देखता है तो उसके होश उड़ जाते हैं उसके चाचा वहां खड़े होते हैं।।

पवन -चाचा जी आप ???आप कहां चले गए थे, मुझे किसने बंद कर दिया यहां चलो घर चलते हैं इससे पहले कि जिसने यह सब किया है वह यहां आ जाए??

पवन के चाचा -अरे रुको तो बेटा बैठो यहां बैठो मैं तुम्हें सब बताता हूं!!

पवन – ये क्या बोल रहे है आप ‌चाचा जी आप यहां बैठने को कैसे कह सकते हैं हमें चलना चाहिए???

पवन के चाचा हां हां चलेंगे बेटा चलेंगे तुम जानना नहीं चाहोगे यह सब तुम्हारे साथ किसने किया??

पवन- हां मैं जानना चाहूंगा परआपको कैसे पता कि यह सब किसने किया??

पवन के चाचा – मुझे पता नहीं होगा तो फिर किसे पता होगा क्योंकि यह सब मैंने ही किया है!!!

पवन -आपने किया है पवन के होश उड़ जाते हैं सुनकर

चाचा जी मजाक करने का समय नहीं है हमें यहां से निकलना चाहिए???

पवन के चाचा – मैं कोई मजाक नहीं कर रहा तुम्हें मैंने ही बंद किया है।।

पवन -आपने ???पर आपने मुझे यहां पर बंद क्यों किया है??

पवन के चाचा – तुम्हें मारने के लिए।।।

पवन – मुझे मारना चाहते हैं आप मैंने ऐसा क्या किया जो आप मुझे मारना चाहते हैं? आप क्या कह रहे हैं???

पवन के चाचा – मैं पूरे होश में हूं और मैंने तुम्हें यहां बंद किया है ताकि तुम्हें इस जिंदगी से आजाद कर सकूं और तुम ही ने तो कहा था कि तुम्हें अकेले रहना है तो बस उसी का इंतजाम तो कर रहा हूं मैं जहां तुम्हें भेजूंगा अकेले ही जाओगे और वहां‌ अकेले ही रहोगे चिंता मत करो बेटा दर्दनाक मौत नहीं दूंगा तुम्हें??

पवन – आप मुझे मारना क्यों चाहते हैं आप पहले मुझे यह बताओ पवन ने गुस्से से अपने चाचा से पूछा??

पवन के चाचा – तुम भैया के इकलौते बेटे हो‌ और भैया के जाने के बाद सारा पैसा,जमीन सब तुम्हारे नाम पर हो जाएगा और अगर तुम नहीं रहे तो सारा पैसा मेरा होगा!!!

पवन- आप का हिस्सा तो आपका ही है फिर आपको पापा का हिस्सा भी क्यों चाहिए? मुझे नहीं पता था कि हमारे घर में आस्तीन का सांप पल रहा है प्यार का दिखावा कर रहा था इतनी दिनों से हमें क्या पता था आपकी नज़र सिर्फ हमारे पैसों पर थी???

पवन के चाचा- मेरा हिस्सा तो मेरा है ही पर मुझे सारा हिस्सा चाहिए भैया से ज्यादा मैंने इन सब चीजों को कमाने में मेहनत की है भैया का काम सिर्फ ऑर्डर देना होता था पर मैंने सारी जमीन जायदाद और घर की देखभाल की है तो मुझे सब कुछ चाहिए और मुझे सब मिल सकता है जब तुम दुनिया से चले जाओगे???

मुझे पता चल चुका था कि तुम दिल्ली में सुरेश प्रभु के घर हो मैं तुम्हारे पास ही आ रहा था पर मुझे नहीं पता था कि तुम बीच रास्ते में मिल जाओगे जैसे ही तुम मुझे सड़क पर चलते हुए दिखे मुझे कुछ करने की जरूरत ही नहीं पड़ी मैंने तुम्हें कार से उड़ाने की सोची पर तुम बच गए बहुत अच्छी किस्मत है तुम्हारी पर इस बार नहीं बच सकते।

पवन-मुझे दुख इस बात का नहीं है कि आप मुझे मारने वाले हैं बल्कि इस बात का है कि जिस इंसान पर मैं सबसे ज्यादा भरोसा करता था उसने ही मेरा भरोसा तोड़ा आप बस मुझे एक बार बोल कर देखते कि पवन मुझे तेरा पैसा चाहिए मैं आपको सब कुछ दे देता वैसे भी मुझे इस जमीन जायदाद उस घर से प्यार नहीं है पर अगर आपको ऐसा ही ठीक लगता है तो कीजिए !!

ऐसा कहते वक्त पवन की आंखों में आंसू होते हैं!!!

पवन के चाचा -बंद कर अपनी बकवास और मरने के लिए तैयार हो जा वह बंदूक पवन के ऊपर तान देते हैं तभी पवन का परिवार पुलिस के साथ वहां आ जाता है पुलिस पवन के चाचा को पकड़ लेती है।

पवन के पापा-तुझ पर इतना भरोसा किया मैंने सब कुछ तुझे सौंप दिया और तू मेरे ही बेटे को मारने चला था!!!

तुझे क्या लगा था इतनी आसानी से तू ये सब कर लेगा और किसको पता नहीं चलेगा तेरी सारी प्लानिंग सुन ली थी मैने की तुम पवन को यहां लाकर मारने वाले हो । तुम्हे थोड़े भी शर्म आती है पैसे लिए तुम मेरे बेटे की जान लेने वाले थे ???

पवन के चाचा- हां लेना वाला था क्योंकि आप सारा पैसा पवन के नाम करने वाले थे उसे घर की सारी जिम्मेदारियां देने वाले थे मैने सालों से घर की आपकी सेवा की और बदले में अपने क्या दिया मुझे पहले आपके ऑडर्स सुनता था और अब आपके बेटे के ऑडर्स सुनता अब मैं और बर्दाश्त नहीं कर सकता था जो मेरा है उसे मे लेकर रहूंगा।

पवन के पापा -सब तो तुम्हे तब मिलेगा जब जेल से बाहर आओगे inspector ले जाओ इसे और मैं पूरी कोशिश करूंगा की ये बाहर ना निकल सके।

पुलिस पवन के चाचा को ले जाती है वहा से।।

पवन के पापा -बेटा तुम बिना कुछ बताए घर से चले गए क्यों किया तुमने ऐसा बोलो???

पवन -पापा मुझे वो शादी नहीं करनी थी इसलिए मुझे भागना पड़ा।।

पवन के पापा -तुमसे मैने कितनी बार पूछा था तब की तुम तैयार हो तुमने कहा की मैं तैयार हु तभी तो हमने आगे बात चलाई ।

पवन – हां उस वक्त मैने हां कहा था और मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था पर शादी वाले दिन मुझे लगा की मैं तैयार नही हूं।

पवन कि मां -अरे आप अब छोड़िए न पवन मिल गया है इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है ऊपर से देवर जी मेरे बेटे की जान के पीछे पड़े थे भगवान का शुक्र है की हम सही टाइम पर आ गए वरना पता नही क्या हो जाता पवन की मां पवन को गले लगा के रोने लगती है ।

पवन – मां रो मत मैं बिल्कुल ठीक हूं और मैं वादा करता हूं की अब मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा मैंने आपका और पापा का दिल दुखाया है मै जानता हूं पर दुबारा मै आपको ये मौका नही दूंगा।

पवन के पापा- मैने अब एक और फैसला लिया है की अब सब कुछ तुम संभालोगे कल ही तुम्हारा राज्याभिषेक होगा मेरी अब और हिम्मत नही है सब कुछ संभालें की अब तुम्हे ही सब देखना है।

पवन – पापा इतनी बड़ी जिम्मेवारी दे रहे है अभी मैं ये सब नही संभाल पाऊंगा मैं आपका पूरा साथ दूंगा पर सब कुछ देखना मुझसे नहीं होगा।

पवन के पापा – अब मैं तुम्हारी एक नही सुनूंगा अब तुम्हे ही सब देखना है अभी से जिम्मेवारी लोगे तभी तो आगे जा कर हमारा नाम रोशन करोगे ।

पवन और उसका परिवार घर के लिए निकल जाते है घर जा कर सब पवन को देख कर बहुत खुश होते है ।

पवन के पापा -जाओ सो जाओ बहुत रात हो गई है कल का दिन तुम्हारी लाइफ का बहुत बड़ा दिन है सुबह जल्दी उठ जाना अब जाओ।

पवन अपने कमरे में जाता है क्या यार इतना सब कुछ कैसे संभाल लूंगा इससे तो अच्छा था चाचा मुझे गोली ही मार देते सारी प्रॉब्लम ही खत्म हो जाती।

अब मैं क्या करूं अब भाग भी नहीं सकता पहले ही बहुत तंग किया हैं मां पापा को अब और नहीं अगर पापा यही चाहते हैं की मैं सब अपने हाथ मे ले लूं तो ठीक है‌ उनकी खुशी अगर इस मे है तो ठीक है मैं तैयार हूं।

पवन की मां पवन के पास आती हैं और कहती है - बेटा क्या हुआ तू परेशान लग रहा है अब तुझे मेरी कसम है अगर अब की बार तूने मुझसे कुछ भी छुपाया तो मै तुझसे फिर कभी बात नही करूंगी बता देती हूं मैं।

पवन- नहीं मां अब मै आपसे कभी कुछ नहीं छुपाऊंगा वादा करता हूं ।

पवन के मां – कल तुम्हे बहुत बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है मुझे पूरा भरोसा है की तुम पूरी मेहनत और ईमानदारी से उसे निभाओगे जितना नाम इज्जत तुम्हारे पापा ने कमाई है उससे कही ज्यादा तुम यहां के लोगो के लिए करोगे।

पवन – हां मां मैं पूरी कोशिश करूंगा की आप सब की उम्मीद पर खरा उतर सकूं।

पवन की मां – अच्छा अब मैं चलती हूं तू भी सो जा, पवन की मां वहा से चली जाती हैं।

सुबह सब लोग पवन का इंतजार करते है पवन पूजा के लिए नीचे आता है पूजा शुरू हों जाती है और सभी रीति रिवाजों से पवन का राज्याभिषेक हो जाता है घर के सभी लोग पवन को‌ ले कर बहुत खुश होते है ये देख कर।

क्या अब पवन और अवनी दुबारा मिल पाएंगे या अपनी अपनी जिंदगी में खुश रहेंगे।