Saat fere Hum tere - 79 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | सात फेरे हम तेरे - भाग 79

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सात फेरे हम तेरे - भाग 79

विक्की ने फोन रखते हुए कहा अब क्या फायदा जाने का नैना तो खुश हैं अमन के साथ। नैना मुझे पहले नहीं बताया मैं अमेरिका से दो साल से तुम्हारे पीछे पागलों की तरह पड़ा रहा पर तुम ने मेरा दिल तोड दिया है मैं कभी भी किसी लड़की को इतना नहीं चाहा जितना तुम्हें चाहा था।
विक्की रोने लगा और फिर तैयार हो गया।
अपने काम पर ध्यान देते हुए उसने कुछ कमांडो को खुफिया जानकारी देने लगा और फिर बोला कि मेरे आने तक इन्तजार करना अगर मैं नहीं आया तो समझ लेना कि देश के लिए शहीद हो गया।
सभी जवानों ने कहा यस सर।।
फिर विक्की वहां से जनरल कमांडर इन चीफ तरुण तेजपाल से मिलने गए।
विक्की ने कहा सर कश्मीर को बचाने के लिए हम जान भी देंगे और उस इंसान को ऐसा सबक सिखाना है कि आप बस देखते रहेंगे।

तरूण तेजपाल ने कहा हां मुझे यकीन है कि आप विजयी होकर आएंगे।
विक्की ने कहा हां आज रात को ही निकलना होगा।
विक्की एक आशिक की तरह यहां वहां घुमता रहा और फिर खाना खाने के बाद सब अपने अपने गाड़ी में निकल गए।।

विक्की ने गाना गाने लगा।
नाराज़ सवेरा,

नाराज़ सवेरा है
हर ओर अँधेरा है
नाराज़ सवेरा है
हर ओर अँधेरा है
कोई किरण तो आये कहीं से
आये आये
नाराज़ सवेरा है
हर ओर अँधेरा है
नाराज़ सवेरा है
हर ओर अँधेरा है
कोई किरण तो आये कहीं से
आये आये

नाराज़ सवेरा है…
ज़िन्दगी
दर्द है नाम है
हर ख़ुशी ढलती हुई
दुःख भरी शाम है
साँसों के ख़ज़ानून का
ये वक़्त लूटेरा है
कोई किरण तो आये कहीं से
आये आये
नाराज़ सवेरा है…
रात की खामोशियों में
अनसुना हूर है
खींचती बांधे बिना ही

सारे फौजी भाई रोने लगे और फिर बोलें कि विक्की आशिक बन गया है।
विक्की ने कहा हां यारों सब कुछ करो पर मोहब्बत मत करो।।


फिर ये सब एक जगह पहुंच गए।
उधर नैना अतुल और बिमल तैयार हो कर नीचे उतर गए।
माया नैना के गले लग कर रोने लगी।
सागर ने कहा माया हम चलते हैं अमन भी सागर के साथ जाने लगें।
सब गाड़ी में बैठ गए । फिर कुछ देर बाद स्टेशन पहुंच गए।

सागर और अमन नैना अतुल और बिमल को गाड़ी में बैठ कर नीचे उतर गए।
अमन ने कहा नैना मै तुम्हारे ज़बाब के इन्तजार में।।

कुछ देर बाद गाड़ी चल पड़ी।
नैना ने हाथ हिलाते हुए कहा बाईं जीजू।।

नैना रोने लगी।
अमन और सागर घर लौट आए।
अतुल ने कहा पता है विक्रम सिंह शेखावत को कितनी बार फोन किया पर उन्होंने ने फोन नहीं उठाया।
बिमल ने कहा अरे बाबा वो अभी मिशन पर हैं।
नैना ने कहा हां मैं भगवान से प्रार्थना करती हुं कि उन्हें सफलता मिले।
फिर कुछ देर बाद ही नैना ने खाना कागज की प्लेट में परोस दिया।
और फिर खाना खाने के बाद सब कुछ देर हो गए।
ग्यारह बजे तक गाड़ी कानपुर पहुंच गई।
कुली करने के बाद ये लोग स्टेशन के बाहर पहुंच गए।
नैना एक दम से रोने लगी उसे विक्की के साथ जब दिल्ली आ रही थी वो सब याद आ रहा था।
फिर एक टैक्सी में बैठ कर सब निकल गए।

अतुल ने कहा नैना अपने घर जाओगी?
नैना ने कहा हां मैंने बुई को बताया था कि हम सब आ रहे हैं।
बिमल ने कहा हां आज रात रूक कर कर वापस चलें जाएंगे।
नैना ने कहा हां ठीक है वैसे भी मैं तो हुं तुम लोग आ सकते हो।
अतुल ने कहा हां ज़रूर।।
बिमल ने कहा वैसे भी विक्की ने हमें ये जिम्मेदारी दी है तुम्हारी देखभाल करने की।
नैना ने सुनते ही कहा ऐसा क्या।। मैं क्या बच्ची हुं वैसे खुद तो चला गया।
फिर सब नैना के घर पहुंच गए।
बुई ने कहा आओ, आओ सब पहले फ्रेश होकर आ जाओ।
गर्म गर्म खाना खाने बैठ जाएंगे।
नैना ने कहा हां ।
नैना ने माया को फोन किया दीदी हम सब पहुंच गए हैं।
माया ने कहा हां ठीक है पर घर इतना सुना लग रहा है।कल हम लोग निकल रहे हैं।
नैना ने कहा हां दीदी घुम कर आओ।
माया ने कहा हां ठीक है अपना ख्याल रखना।
उधर विक्रम सिंह शेखावत ने अपनी जान पर खेलकर अपने सारे फौजी भाई को बचाया और खुद मौत को गले लगाने में तत्पर हो गया था पर अचानक नैना का चहेरा सामने आ गया। नैना ने कहा ये क्या खुद को मेरे लिए सम्हाल कर रखना था तुम्हें।
विक्की ने कहा ये क्या हो गया था मुझे।
फिर सारे सभी की जान बचा कर सही सलामत रवाना किया और फिर उस किले पर देश का झंडा गाड़ दिया और फिर फतेह हालिस किया।जय हिन्द वन्देमातरम।।
फिर विक्रम सिंह शेखावत के साथ जो जो जवान थे।
वो सब वापस आ गए।
वहां पर विक्रम सिंह शेखावत और उनकी टीम की वाहवाही हुई।
एक बहादुर जांबाज सिपाही जिसने अपनी जान की परवाह नहीं किया।

दूसरे दिन पुरे देश में ये खबर छपी। सभी रेडियो, टीवी पर समाचार आने लगा।

नैना ने टीवी खोल कर बैठ गई तो विक्की की बहादुरी के किस्से देखने को मिला।
अतुल और बिमल भी बहुत खुश हो गए और दोनों मिठाई लाने चले गए।

नैना की आंखें भर आईं थीं।
बुई ने कहा तुम रो मत विक्की जरूर वापस आएगा।
नैना ने कहा नहीं बुई वो अब अमेरिका चला जाएगा।
कुछ देर बाद माया का फोन भी आ गया। और उसने कहा कि विक्की ने फोन भी किया था।
नैना ने कहा हां सच दीदी। कैसा है वो? माया ने कहा हां अच्छा है लेकिन।
नैना ने कहा लेकिन क्या?वो वापस नहीं आएगा?
माया ने कहा हां पर तुम्हें कैसे पता?
नैना ने कहा मुझे सब पता है उसके मन में क्या चल रहा है।
माया ने कहा हां ठीक है मैं और क्या बोलूं।
नैना ने कहा अच्छा ठीक है दीदी।ये कह कर फ़ोन रख दिया। नैना रोने लगी और फिर वहां से अपने रूम में चली गई।
रेखा ने कहा मैडम ये बहुत ही बुरा हुआ।
कोकिला ने कहा हां नैना की किस्मत ने धोखा दिया और क्या करें।
अतुल और बिमल मिठाई लेकर आ गए और उनको भी सब पता चल गया।
दोपहर को खाना खाने के बाद अतुल और बिमल नैना को समझाया और निकल गए।
बस में जाते समय रास्ते में विक्की का फोन आया और फिर विक्की ने पुछा कि नैना कैसी है? अतुल ने कहा अच्छी नहीं है तुम तो नहीं आ रहे हो? विक्की ने कहा हां दादाजी की तबीयत बिगड़ी गई है तो आज ही वापस जाना होगा।
अतुल ने कहा जाने से पहले एक बार नैना से बात कर लेता।
विक्की ने कहा हां पर किस मुंह से बात करुं मैंने तो उसका सपना पूरा नहीं कर पाया।।
अतुल ने कहा हां ठीक है पर एक बार बात कर लें।।
विक्की ने कहा हां पर अमन तो आया होगा? अतुल ने कहा अरे नहीं वो क्यों आएगा।उसकी तो शादी तय हो गई सागर की छोटी बहन सपना से।
विक्की ने कहा ओह माई गॉड ये क्या किया मैंने।
अच्छा चलो अब रखता हूं।
विक्की ने नैना को फोन किया पर नैना ने फोन नहीं उठाया।
शाम को चाय नाश्ता करने समय फिर विक्की ने फोन किया और अब नैना ने फोन उठाया और बोली अरे क्या बात है।
विक्की ने कहा अरे बाबा कैसी हो तुम?
नैना ने कहा जिन्दा हुं।
विक्की ने कहा हां मैं अमेरिका जा रहा हुं।
नैना ने कहा हां ठीक है।
विक्की ने कहा दादा जी की तबीयत बिगड़ी हुई है।
नैना ने कहा हां ठीक है।
विक्की ने कहा कुछ भी ठीक नहीं है तुम भी चलो।
नैना हंसने लगी और फिर बोली हां अच्छा है किस हक से ले कर जाओगे?जब बोली थी कि शादी कर लें तब तुमने मना किया था और अब बोल रहे हो कि ।।
विक्की ने कहा हां जानता हूं मना किया था पर किसी वजह से मना किया था।


कमश: