009 SUPER AGENT DHRUVA - 27 in Hindi Adventure Stories by anirudh Singh books and stories PDF | 009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 27

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009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 27

"क्या हम इनसे इंटरनेट बैन तुरन्त हटवाने की मांग नही कर सकते थे?"
जेनी ने ध्रुव से एक आवश्यक प्रश्न किया।

ध्रुव- "उसकी आवश्यकता नही है जेनी, किसी भी शहर का इंटरनेट सिर्फ आम उपयोग के लिए बन्द किया जाता है....'जीरो हब' एक संवेदनशील स्थान है,ऐसी जगहों पर इंटरनेट के उपयोग के लिए स्वयं का अलग सर्वर इस्तेमाल किया जाता है.........यहां इंटरनेट एक्टिव था,तभी तो केल्विन यहां के सर्वर को एक्सेस करके हैक कर पाया।"

जेनी (मुंह पिचकाते हुए)- "अच्छा ,अब यह सब भी मुझे तुमसे सीखना पड़ेगा।...वो तो इन चाइनीज्स की टेंशन चक्कर में यह बात दिमाग में नहीं आई थी"

ध्रुव-"हा हा😂 सभी wife's की तरह लड़ना बन्द करो.....सबको पता है यू आर जीनियस,जेनी।😊"
ध्रुव ने चुटकी लेते हुए लगे हाथों जेनी की तारीफ भी कर डाली।......

जेनी- "जब वाइफ हूँ,तो सबसे अलग कैसे रह सकती हूँ....और अब तो वाइफ के साथ साथ एक और रिश्ते में प्रवेश करने जा रही हूँ।"

जेनी की पहेली जैसी बात ध्रुव जैसे एक्स्ट्रा इंटेलीजेंट बन्दे को भी एक बार में समझ न आई।

ध्रुव-"एक और रिश्ते का क्या मीन्स हुआ।"🤔

जेनी-(मुस्कुराते हुए)- "मीन्स मिस्टर ध्रुव,मुझे जल्दी ही वाइफ के साथ साथ एक मां की भी रिस्पांसिबिलिटी निभानी पड़ेगी.......और तुमको एक फादर की........."
(फिर थोड़ा रुकते हुए)
".........ध्रुव......आई एम प्रेग्नेंट😊।"

जेनी की वह पहेली ध्रुव के लिए एक बड़ा सरप्राइज़ साबित हुई

अचानक से यह खबर सुन कर ध्रुव भी उछल गया।

ध्रुव -"वाओ.....तुम सच बोल रही हो न जेनी😃"

जबाब में जेनी ने हां में सिर हिलाया

तो ध्रुव ने मारे खुशी के जेनी को गोद मे उठा कर अपनी खुशी जाहिर करने का मौका नही छोड़ा।

ध्रुव और जेनी.......कमांडोज.....स्पेशल एजेंट.....यह सब तो बाद में थे,उस से भी पहले आख़िर थे तो इंसान ही........इमोशन्स,फीलिंग्स ये सब उनके भी दिलों में आम लोगो की ही तरह थी.......और आज भी उनके भावनात्मक पहलुओं वाला यह रूप देखने को मिल रहा था।

"अरे....क्या कर रहे हो ध्रुव..........कंडीशन अभी इस तरह रोमांटिक रिएक्शन देने की नही है.....ये हम बाद के लिए होल्ड करते है न"

जेनी की बात सुनकर ध्रुव अचानक से आये उस सुखद दुनिया के एहसास से बाहर निकला।

सामने देखा तो उसके सभी साथी आंखे फाड़ फाड़ कर उन्हें ही घूरे जा रहे थे।

जॉन से तो रहा नही गया,माजरा समझने के लिए उसने पूंछ ही लिया

"What happens dhruva and Jenifer?....Is everything all right ?"

जबाब ध्रुव ने दिया.....
"Yes..Yes.....Everything is ok......We are just act a part of our plan.........This is in our plans"

जबाब सभी समझ से बाहर का था.....जॉन बेचारा सिर खुजलाता हुआ बस सोचता ही रह गया कि 'ये वाला दृश्य आख़िर कब हमारे प्लान का हिस्सा बना।🤨🤔

फिलहाल ध्रुव की डिमांड्स को कमांडर चिन ची ने काफी सीरियसली लिया था...... अपने कुछ वरिष्ठ जिम्मेदारों को स्थिति से अवगत कराने के बाद तत्काल ही उसने ध्रुव की सभी डिमांड्स को पूरा किया जाने के निर्देश दे दिए।

'जीरो हब' में मौजूद समस्त सिक्योरिटी गार्ड्स अपने हथियारों सहित कैम्पस से बाहर जा रहे थे

कमांडर का स्पेशल हेलीकॉप्टर कुछ ही देर में 'जीरो हब' के हैलीपेड पर खड़ा था

और हेलीकॉप्टर को लैंड कराने के बाद कमांडर चिन ची सहित बाकी चाइनीज्स फोर्सज के फाइटरप्लेन भी उस जगह से बैक होने लगे थे......

इस तरह से ध्रुव की तीनों शर्ते मान ली गई थी।।

ध्रुव और थॉमस अब उस हेलीकॉप्टर में थे......शायद उसके फीचर्स के साथ कुछ छेड़छाड़ कर रहे थे.......उनके हाथ में हेलीकॉप्टर की कंट्रोल यूनिट से निकाले हुए कुछ पुर्जे तथा साथ लाई गई कुछ अन्य डिवाइस भी मौजूद थी।

जॉन अभी भी उस छत पर मुस्तैद रह कर चारो ओर नजर रख रहा था,उसके एक हाथ में 'एक्प्लोरर एक्टिवेशन डिवाइस' मौजूद थी, जिसकी मदद से मात्र एक बटन दबा कर आसपास मौजूद बड़ी मात्रा में 'विस्फोटक' में ब्लास्ट किया जा सकता था।

और जेनी........वह पहुंच चुकी थी, जीरो हब के 'कमांडिंग एरिया' में........जहां से सारे जीरो हब को मॉनिटर किया जाता था......तीनो अलग अलग स्थानों पर मौजूद 'ऑपरेशन वुहान' के चारो योद्धा सैटेलाइट फोन्स के द्वारा एक दूसरे के साथ लगातार कनेक्ट थे.....एवं करेंट सिचुएशन से एक दूसरे को अवगत करवा रहे थे ।

.....जेनी जिस स्थान पर पहुंची थी वहाँ पर ढेर सारी कम्प्यूटर स्क्रीन, सीसीटीवी मॉनिटरिंग डिस्प्ले एवं अन्य उपकरण मौजूद थे......सारे जीरो हब के साथ साथ यह स्थान भी पूरी तरह मानव रहित हो चुका था।

जेनी ने सबसे पहले तो इस कमांडिंग यूनिट से जुड़े हुए अभी सीसीटीवी कैमरों को डिफ्यूज किया.......क्योंकि इन कैमरों को हैक करके बाहर चाईनीज्स बाहर से भी उन की हर एक गतिविधि पर नजर रख सकते थे।

अब जेनी अपने काम में जुट गई.......
सबसे बढ़िया गुड़ न्यूज यह थी कि यहां पर इंटरनेट अभी वर्किंग कंडीशन में था.........जेनी ने तुरन्त ही अपने साथ बैग में रख कर लाये हुए लैपटॉप को ऑन किया,वहां मौजूद इंटरनेट के साथ कनेक्ट किया..........इंटरनेट प्रोटोकॉल के तहत 'एक्सटर्नल डिवाइस' को उपयोग करने से रोकने वाले प्रोटोकॉल को हैक करके समाप्त किया.........
और फिर पहले से ही एन्क्रिप्टेड हो चुके उस 'सबसे जरूरी डाटा' को एक खास ईमेल अकॉउंट पर मेल किया........
'E-mail sent successfully'

यह वो नोटिफिकेशन था.....जिसने जेनी को उत्साह और उमंग से भर दिया था.......इतनी मेहनत के बाद सुखद फल सामने देख कर जेनी अत्यधिक भावुक हो चुकी थी,घुटनो के बल जमीन पर बैठने के बाद वह अपने चेहरे को अपने दोनों हाथों से ढके हुए थी......उसका चेहरा खुशी से हंस रहा था,मगर आंखों से लगातार आंसू निकल रहे थे........शायद यह खुशी के ही आंसू थे.......मानवता को बचाने पर होने वाली खुशी से निकले आंसू..........

और फिर जेनी ने सैटेलाइट फोन पर ध्रुव को इतना ही बोला
"डन"

यह एक छोटा सा शब्द सुनकर ध्रुव की भी स्थिति ठीक वैसी ही हो गयी जैसी अभी कुछ देर पहले जेनी की थी

...........अपार खुशी..........

पर ध्रुव ने बहुत जल्दी ही खुद को संभाला......और अपने साथियों को सैटेलाइट्स फोन द्वारा निर्देश दिया।

"हम लोग अब यहां से निकलने को तैयार है........चाइनीज्स कमांडर का यह हेलीकॉप्टर काफी एडवांस है.....यह पूरी तरह बुलेटप्रूफ भी है,और साथ ही इसमें मौजूद घातक वेपन्स की मदद से हम रास्ते मे मिलने वाले दुश्मनों से मुकाबला भी कर सकते है।"

और फिर कुछ देर बाद.......

वह हेलीकॉप्टर 'जीरो हब' से उड़ान भरता हुआ उसके ठीक ऊपर आसमान तक पहुंचता है,फिर कुछ देर आसपास का मुआयना करने के बाद तेजी के साथ उड़ता हुआ एक ओर बढ़ने लगता है......

जीरो हब........यांगत्सी नदी के बिल्कुल नजदीक स्थित था,
यांगत्सी यहां की एक प्रमुख नदी है,जिसे वुहान की जीवन रेखा भी कहा जाता है.....यह नदी 'वुहान' को क़ई अन्य चाइनीज शहरों से भी जोड़ती है,प्राचीन काल में विभिन्न शहरों के बीच व्यवसायिक गतिविधियां भी इसी नदी के माध्यम से पूर्ण हो पाती थी।

आज 'जीरो हब' से निकला वह हेलीकॉप्टर भी इस नदी के ठीक ऊपर उड़ता हुआ यहां से निकल रहा था,शायद रास्ते के रूप में वह लोग इस नदी का प्रयोग कर रहे थे।

पर क्या यह यूं इस तरह दूसरे देश मे दुश्मनों के बीच इतना बड़ा कांड करके ऐसे खुलेआम सुरक्षित निकला जा सकता था?
शायद नही.........

क्योंकि चाइनीज्स द्वारा उनकी एक एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी......आसमान में उड़ते हुए चाइना के कुछ खुफिया बर्ड्स ड्रोन्स(पक्षी जैसे दिखने वाले ड्रोन्स) ने जैसे ही 'जीरो हब' की ढेर सारी तस्वीरे लाइव वीडियो के रूप में चाइनीज सेना के वुहान स्थित कंट्रोल रूम तक भेजी........चिन ली की लीडरशिप में एक बार फिर सिक्योरिटी फोर्सज अलर्ट हो चुकी थी........उनको पता चल चुका था कि जीरो हब पर अब कोई खतरा नही........पहले तो सिक्योरिटी फोर्सज ने जीरो हब को कब्जे में लेते हुए ,वहां की सारी स्थिति का जायजा लिया...........और फिर बुरी तरह बौखलाए हुए कमांडर चिन ची ने शहर की बाहरी सीमा पर जीरो हब से निकले उस हेलिकॉप्टर का इंतजार कर रहे चाइनीज एयरफोर्स को हमले की अनुमति दी ......
रडार एवं सैटेलाइट्स की मदद से एक ही दिशा में बढ़ रहे हेलीकॉप्टर को ढूंढने में आख़िर समय ही कितना लगना था........बहुत जल्द उस हेलिकॉप्टर को एक बार फिर से घेर लिया गया था.........बिना किसी चेतावनी के हमला भी आरम्भ हो गया...........हेलीकॉप्टर के बुलेटप्रूफ होने के कारण उस पर होने वाले धमाकों का असर काफी कम ही हो रहा था........और हेलिकॉप्टर से हमलों का जबाब भी दिया जा रहा था........पर यह एकतरफा युध्द आख़िर कितने समय चलता.........अब कमांडर चिन ची यह सब जल्दी ही समाप्त करना चाहता था,अपने दुश्मनों को दर्दनाक मौत दे कर........

बस इसी लिए तो वुहान के आर्मी बेसमेंट से मिसाइल द्वारा एक हमला हुआ था, दरअसल यह एक टारगेट ओरिएंटेड मिसाइल थी........जो अपने निर्धारित लक्ष्य पर ही अटैक करती थी.......और रडार पर लक्ष्य निर्धारित किया गया था कमांडर चिन ली का वह स्पेशल हेलिकॉप्टर,जिसका उपयोग ध्रुव और उसके साथी आज कर रहे थे।

एक खतरनाक मिसाइल द्वारा किया जाने वाला यह अटैक काफी भीषण था......जो सीधा जा कर अपने निशाने पर ही लगा था......
मिसाइल ने बुलेटप्रूफ होने के बावजूद भी हेलीकॉप्टर को ध्वस्त कर दिया था........आग और धुंए से घिरा हुआ परखच्चो में बदल चुका हेलीकॉप्टर बहुत तेजी से नीचे गिरा...........हैलीकॉप्टर की हालत देख कर पता चल रहा था कि उसके अंदर मौजूद एक भी जिस्म सुरक्षित नही बचा होगा..........और फिर हेलीकॉप्टर का मलबा नीचे मौजूद यांगत्सी नदी में गिर कर उसकी गहराइयों में समा गया...........

......कहानी जारी रहेगी.....