009 SUPER AGENT DHRUVA - 9 in Hindi Adventure Stories by anirudh Singh books and stories PDF | 009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 9

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009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 9

चीन के समयानुसार शाम लगभग 06 बजे का वक्त था,सर्दियों के मौसम में भारत की तरह चीन में भी इतने समय काफी अंधेरा हो जाता है, पहले दिन के आईटी मीट्स के समापन के बाद जेनिफर कार्यक्रम के आयोजन स्थल से होटल वापस जा रही थी, दोनो स्थानों के मध्य दूरी काफी कम होने के कारण जेनिफर ने आयोजको द्वारा व्यवस्थित वाहन की जगह पैदल ही चल कर पहुंचना मुनासिब समझा.......जेनिफर ने गूगल मैप के अनुसार मुख्य मार्ग से होटल तक पहुंचने के लिए उपलब्ध एक शॉर्टकट ले लिया....यह एक लगभग दो सौ मीटर की संकरी व सुनसान गली थी...इस गली में लगी हुई स्ट्रीट लाइट शायद खराब हो चुकी थी,इस वजह से हल्का अंधेरा भी चारो ओर फैला हुआ था......
आगे बढ़ती हुई जेनिफर को महसूस हुआ कि जैसे कोई उसका पीछा कर रहा हो,वह पीछे पलटी....पर वहां कोई नही था।
अभी जेनीफर थोड़ा सा आगे बढे ही थी कि अचानक से उसके ठीक सामने एक सिर से पैर तक ओवरकोट से ढका हुआ एक लंबा चौड़ा शख्स आ बगल वाली पतली सी गली से निकलता हुआ आ खड़ा हुआ, उसने अपने हाथ में पिस्तौल पकड़ रखी थी जिसका रूख जेनीफर के सिर की ओर था।
"स्टॉप एन्ड हैंड्स अप"
सामने खड़े हुए उस शख्स ने कड़क आवाज में जेनीफर को चेतावनी दी।

"हू आर यू, वाट डू यू वांट"

जेनीफ़र ने भी बिना डरे ,उस से सवाल किया।

"ओके,आई एम कम डायरेक्ट टू द पॉइंट....हू आर यू"

सामने खड़े उस शख्श ने जेनीफर से सवाल किया।

"आई एम जैकलीन स्टुअर्ट फ्रॉम कनाड़ा"
जेनीफर ने जबाब दिया।

चेहरे की बनावट से सामने खड़ा यह शख्स कोई यूरोपियन जान पड़ता था ,जेनीफर के जबाब से वह बिल्कुल भी सन्तुष्ट नही हुआ,पिस्टल के ट्रिगर पर दबाब बढ़ाते हुए एक अंतिम चेतावनी जेनीफर को मिली।

"जस्ट शट अप....... आय एम नॉट अ फूल....यू हैव लास्ट चांस टू टेल द ट्रुथ,अदरवाइज आई विल शूट यू "

जेनीफर समझ चुकी थी कि माजरा कुछ और ही है,पर आखिर वह भी तो एक सामान्य लड़की नही थी, सी इज अ मोस्ट टैलेंटेड स्पाई.......उस शख्स की धमकी का जबाब मुस्कुराते हुए दिया था जेनीफर ने....
"Ofcourse....You Could try..."

बिजली की तेजी से जेनीफर हवा में उछलती हुई सामने खड़े शख्स के हाथों से पिस्तौल को छीनकर उसके ठीक पीछे खड़ी थी, बाजी अब पलट चुकी थी , वह शख्श अब अपनी कनपटी पर पिस्तौल की चुभन को साफ महसूस कर पा रहा था, हतप्रभ से खड़े हुए उस शख्श को जेनीफर की ओर से मिलने वाली इस प्रकार की प्रतिक्रिया का अंदाजा तो कतई नही था।

सवाल पूंछने की बारी अब जेनीफर की थी.....
"NOW, YOU TELL ME.....WHO ARE YOU?"

जेनीफर को पूरी उम्मीद थी कि उसे कुछ न कुछ सन्तुष्टिपूर्वक जबाब अवश्य मिलेगा,पर हुआ कुछ विपरीत ही......वह शख्स पहले तो ठहाका लगा कर जोर से हंसा,फिर बोला
" MEANS,I WAS RIGHT.....YOU ARE NOT A NORMAL GIRL "

सिर पर पिस्तौल तनी होने के बाद भी उसका यूं बेफिक्र होकर हंसना इस बात की ओर इशारा कर रहा था कि उस शख्स के पास कोई बैक प्लान भी है.....और इस इशारे की पुष्टि भी अगले ही पल हो गयी जब जेनीफर को महसूस हुआ कि वह भी किसी के गन प्वाइंट पर है......शायद वह शख्स अकेला नही था,उसका एक साथी भी था जो सही वक्त देख कर पीछे से आकर जेनिफर की खोपड़ी पर अपनी गन सटा चुका कर जेनीफर को धमका भी चुका था।

"DON'T MOVE BABY, AND DROP YOUR GUN......NOW "

अचानक उसे अपने कंधे में चींटी के काटने जैसा तेज दर्द महसूस हुआ.....उसने पीछे मुड़ कर देखने की कोशिश की तो देखा कि पीछे खड़े हुए उस दूसरे शख्स द्वारा उसके कंधे में एक इंजेक्शन इजेक्ट किया गया था, इतना समय पर्याप्त था उन दोनों के द्वारा मिल कर जेनिफर के हाथ से पिस्तौल छीनने के लिए।
जेनिफर समझ चुकी थी कि वह फस चुकी है,पर फिर भी उसने चीते जैसी फुर्ती के साथ जम्प करते हुए उसको इंजेक्शन लगाने वाले शख्स के चेहरे पर किक मारी.....उसके हाथ से गन छिटक कर दूर जा गिरी, तब तक पहले वाले शख्स ने जेनिफर पर उससे छीनी हुई पिस्तौल से फायर कर दिए ,हवा में कलाबाजियां खाते हुए जेनीफर ने बीस फ़ीट की दूरी से चली गोलियों को भी चकमा दिया और उसी तेजी के साथ गोलियां बरसाते हुए अपने टारगेट के पास पहुंच कर हवा में उछलते हुए उसके गले को अपनी बांहों में कसते हुए जमीन पर ला पटका....ठीक वैसे ही जैसे रेसलिंग का एक कुशल फाइटर ,रिंग में अपने प्रतिद्वंद्वी को पटखनी देता है।

एक अकेली जेनिफर उन दोनों यूरोपियन वेल ट्रेंड लड़ाकों पर भारी पड़ गयी थी, शायद इसका अंदेशा उन दोनों को भी पहले ही हो गया था,तभी तो उन्होंने छलपूर्वक जेनीफर के जिस्म में उस इंजेक्शन से बेहोशी की वह दवा डाल दी थी,जिसका असर अब अचानक से जेनीफर के शरीर व मस्तिष्क पर होने लगा था.....

अपने शिकार को जमीन पर पटकने के बाद जेनीफर ने खुद उठने का प्रयास तो किया पर सफल न हो सकी ,लड़खड़ाते कदम और दिमाग पर छाती बेहोशी ने उसको अपंग बना दिया था.....जैसे तैसे खड़ी हुई भी ,पर अगले ही क्षण धड़ाम से सड़क पर जा गिरी और बेहोशी की दुनिया मे समा गई।

अपने जख्मो को सहलाते हुए वह दोनो यूरोपियन जेनिफर के बेहोश पड़े जिस्म के पास आ खड़े हुए,पहले तो उन्होंने उसके होश में न होने की पुष्टि की.......और फिर उसको उठा कर उसके हाथ पैरों को पकड़ कर गली के ठीक बाहर खड़ी हुई लाल रंग की कार की ओर ले जाने लगें।

कार की पिछली सीट पर जेनीफर को लिटाने के बाद वह खुद भी कार में बैठे गए, कार स्टार्ट हुई और फिर हाइवे पर पहुंच कर सरपट भागने लगी.....इस दृश्य के मुताबिक तो शायद वह दोनो अपने प्लान में बखूबी कामयाब होते हुए नजर आ रहे थे .....पर उन दोनों यूरोपियन का बुरा वक्त मानो अभी शुरू होने ही वाला था.......अभी बस चंद किलोमीटर की दूरी पार करते हुए वह कार जिनयांग शहर को लुआंग शहर से जोड़ने वाले उस विशालकाय ब्रिज को पार कर ही रही थी.....कि तभी रॉकेट की स्पीड से साइलेंसर से चिंगारियां उगलती हुई तेज रफ्तार वाली एक सुपर कार उन्हें ओवरटेक करते हुए ब्रिज पर से निकले उस सुनसान पड़े हाइवे के बीचों बीच आ खड़ी हुई.........अचानक से उस सुपर स्पीड कार के ब्रेक लेने से जो आवाज उत्पन्न हुई उसे सुन कर वह दोनो यूरोपियन भी सिहर कर ब्रेक लेने को मजबूर हो गए..…..हड़बड़ी में ब्रेक लगाने से उनकी कार असुंतलित हो गयी,रोकने की काफी कोशिशो के बावजूद भी वह ब्रिज की रेलिंग से रगड़ती हुई डिवाइडर से जा टकराई......हालांकि दोनों यूरोपियन के साथ साथ पिछली सीट पर बेहोश पड़ी जेनीफर भी सीट बेल्ट से जकड़ी हुई थी,इस कारण किसी को चोट तो नही आई, पर अभी भी स्थिर अवस्था मे सड़क के बीचोबीच क्रॉस पार्क की हुई उस सफेद रंग की रेसिंग कार को घूर कर देख रहे दोनो यूरोपियन समझ चुके थे, कि यदि आगे बढ़ना है तो रास्ते के इस अवरोध को तो हर हाल में दूर करना ही होगा।

वह दोनो यूरोपियन अपनी कार से निकले ,और फिर अपनी कमर में छिपी पिस्टल को नई मैगजीन से लोड़ करते हुए आगे की ओर बढ़े।

दोनो बेहद सतर्कता के साथ गन ताने हुए कार तक पहुंच चुके थे, कार का दरवाजा खुला हुआ था,कार के खुले दरवाजे से निशाना लगाते हुए उन्होंने तड़ातड़ गोली बरसाने की शुरूआत कर दी,अगर कोई इंसान वहां मौजूद होता तो अब तक उसके चिथड़े उड़ गए होते.....गेट खोल कर देखा तो कार एकदम खाली थी...वह दोनो सकते में आ गए......तभी अचानक पीछे से कार के स्टार्ट होने की आवाज आई,पलट कर देखा तो उनकी अपनी कार जिसमें वह जेनिफर को किडनैप कर के लाये थे....तेज रफ्तार में यू टर्न ले रही थी.....ड्राइविंग सीट पर नेईलांग बैठा हुआ था.......उन दोनो यूरोपियन ने नेईलांग के साथ साथ कार के टायर को भी फायर करते हुए अपनी गोलियों का निशाना बनाने की कोशिश तो की पर वह सफल न हो सकें,और देखते ही देखते उनकी ही कार जेनिफर को लेकर आंखों से ओझल हो गयी।

वह दोनो हक्के बक्के से खड़े होकर एक दूसरे का मुंह ताक ही रहे थे कि ब्रिज के दूसरे छोर से आ रही मुंह से बजाई जा रही सीटी की आवाज ने उनका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया.......

यह ध्रुव था......सुपर एजेंट ध्रुव.....मस्तमौले अंदाज में बेफिक्र होकर ब्रिज की रेलिंग से टिक कर उन दोनों को सीटी मार कर चिड़ा रहा था........दरअसल जेनिफर को जब अहसास हुआ था,कि वह किसी बड़े खतरे का शिकार होने वाली है,उसने अपनी हाथ घड़ी में लगे सैटेलाइट ट्रांसमीटर से ध्रुव को अलर्ट कर दिया था,और फिर उसी जीपीएस फ्रीक्वेंसी को ट्रेस करता हुआ ध्रुव यहां तक आ पहुंचा था।

" यू बास्टर्ड......" गुस्से से आगबबूला एक यूरोपियन चीखा....गन में तो गोलियां अब खत्म हो चुकी थी,इसलिए दोनों दौड़ते हुए ध्रुव के पास गए और उस पर हमला करने की कोशिश की .....

पर यह क्या...अगले ही पल उन दोनों के जिस्म हवा में उड़ते हुए कई फ़ीट पीछे जा गिरे.......युध्द कला में महारत प्राप्त थी ध्रुव को.....

अगले कुछ मिनिट्स तक चारो तरफ बस लात,घूँसों की आवाज ही सुनाई पड़ती रही......और फिर कुछ देर बाद यह आवाजें तो बन्द हो गयी पर इनका स्थान ले लिया दर्द भरी आहों ने......वह दोनो यूरोपियन अब अपने पैरों पर खड़े होने लायक स्थिति में भी नही थे......"Now I am asking.....Who are you rascals"
ध्रुव दोनो के बालो को पकड़ कर उनके शरीरों को सड़क पर खींचते हुए कार की ओर ले जाते हुए जोर से चीखा......
पर ध्रुव की जबरदस्त कुटाई ने उन दोनो प्रोफेशनल फाइटर्स को भी बोलने लायक छोड़ा ही कहां था....

तभी पुलिस के वाहन का तेज सायरन चारो ओर गूंजने लगा......शायद ब्रिज से गुजरते इक्का दुक्का वाहनों में से ही किसी राहगीर ने ब्रिज पर हो रही इस मारपीट के बारे में उन्हें सूचित किया होगा.......ध्रुव ने वहां से निकलना ही बेहतर समझा,और उन दोनों यूरोपियन को कार में डाल कर, कार वापस जिनयांग शहर की ओर दौड़ा दी,जहां नेइयांग उसका इंतजार कर रहा था।

कहानी जारी रहेगी.......