[ Rewari, 10 June 2004, Sunita's House ]
[ सुनीता - मनीष, जब हमारी शादी हो जाएगी, तब भी मुझे तुम इतना ही प्यार करेंगे ना। कहीं तुम मुझे भूल तो नहीं जाओगे। मेरे मम्मी पापा अभी तो नहीं मान रहे, पर मुझे यकीन है, मै उन्हें मना लूंगी। ]
[ मनीष - हां सुनीता, 2 साल से हम साथ में हैं। तुम मुझे अब तक इतना भी नहीं जान पाई। जैसे ही मेरी नौकरी लगेगी, हम शादी कर लेंगे। ]
[ सुनीता - तुम्हें याद है, हमने अब तक कितनी बार Sex किया है। ]
[ मनीष - 6 बार शायद। ]
[ सुनीता - 6 कैसे, 5 बार हुआ है ना। ]
[ मनीष - 6th time अभी थोड़ी देर में होगा ना। ]
[ सुनीता व मनीष दोनों Sex कर ही रह थे कि अचानक सुनीता की फोन की घंटी बजी, सुनीता फोन सुनकर स्तब्ध रह गई। ]
[ Call Rings ] -: [ सुनीता - जी मम्मी, क्या हुआ, कैसे call किया ? ]
[ सुनीता की मम्मी - सुनीता, तेरे लिए एक रिश्ता आया है भिवानी से, लड़का लंबा-चौड़ा है, सुशील है, समझदार है, फौज में नौकरी मैं है। ]
[ सुनीता - पर मम्मी, मैं तो मनीष से प्यार करती हूं ना। आपको बताया तो था मैंने। ये अब क्या ड्रामा है मम्मी। ]
[ सुनीता की मां - तेरे मनीष के चक्कर में हम तुझे घर बिठाकर नहीं रख सकते, समझी, वो सारे दिन आवारा घूमता रहता है, उसको घंटा कोई नौकरी मिलेगी, इतना अच्छा रिश्ता मिला है, चुपचाप इसे स्वीकार करले। ]
[ सुनीता - मम्मी, आप जल्दी लौट आओ, आके बात करते हैं। मैं मनीष के बिना नहीं जी सकती, मम्मी, तुम आओ, फिर समझाती हूं तुम्हें। ]
[ सुनीता की मां - तू क्या समझाएगी, समझाऊंगी तो मैं तुझे। कैसे मनीष-मनीष का राग अलापे जा रही है। खबरदार जो आज के बाद मनीष से मिली तो। ]
[ Call Cut ] -: [ सुनीता - मनीष, अब क्या होगा, मेरा रिश्ता होने जा रहा है यार भिवानी से। ]
[ मनीष - सुनीता - देख भले अभी मैं बेरोजगार हूं, लेकिन तुझसे प्यार करता हूं। मेरे बिना नहीं रह पाऊंगा सुनीता। एक काम करते हैं, दोनों भाग के शादी कर लेते हैं और फिर कुछ समय बाद आएंगे तो सब मान जाएंगे । हां सुनीता, बस एक यही रास्ता हमारे पास है। ]
[ सुनीता - नहीं यार, मैं ऐसे उनको धोखा नहीं दे सकती, आखिर मेरे Parents है वो, देख मनीष यार तू जल्दी से कोई नौकरी पकड़ ले ना। ]
[ मनीष - नौकरी पेड़ पर नहीं लगती सुनीता, कोई Private भी करूंगा तो मिलने में 2 से 3 महीने लगेंगे। देख सुनीता, मेरे अनुसार एकमात्र option हमारे पास यही है, भागके शादी करना, फिर सब settle हो जाएगा यार। ]
[ सुनीता - नहीं मनीष, मेरे पहले प्यार मेरे parents है, तुम जो समझो मनीष, लेकिन मैं उन्हें धोखा नहीं दे सकती मनीष। हमारा साथ यही तक था मनीष, जिंदगी में कभी चौराहा हुआ तो मिलेंगे। अब अलविदा मनीष, वाय। ]
[ मनीष - देखो सुनीता, तुम्हारी इच्छा है ये ही तो यही सही लेकिन जिंदगी में कभी मेरा याद आए, मेरी जरूरत तुम्हें महसूस हो तो मैं बस तुमसे एक कॉल दूर हूं। मुझे बस एक कॉल की जरूरत हैं, ठीक है सुनीता Bye. ]
[ सुनीता - मेरी शादी में तुम आओगे मनीष, तुम आओगे तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा। प्लीज मनीष आ जाना ना यार, तुम्हारा इंतजार रहेगा। ]
[ मनीष - अब जब इसी में तुम्हारी खुशी है तो मैं भला कैसे बना कर सकता हूं। मैं जरूर आऊंगा सुनीता। ]