Saat fere Hum tere - 73 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | सात फेरे हम तेरे - भाग 73

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सात फेरे हम तेरे - भाग 73

दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गई थी । आज माया की हल्दी होने वाली थी वैसे भी दुल्हा दुल्हन की हल्दी एक साथ ही होने वाली थी।
माया को बार बार सागर का फोन आ रहा था।
नैना भी तैयार हो गई दुल्हन के साथ सब लोग पीले रंग का सूट, लहंगा पहना था।
नैना ने भी लहंगा पहना था। और किसी तरह से आप अपने दोनों हाथों को छुपाएं हुईं। विक्की भी पीली रंग का कुर्ता पहना था साथ में जीन्स।
अतुल बिमल भी सब खुश नजर आ रहे थे।
फिर नीचे गार्डन में ही सारी सजावट हुईं थीं।
दुल्हन और दूल्हा साथ में ही जाकर बैठ गए।
और फिर शुरू हो गया हल्दी की रस्म।।
नैना तो खुद ही छुपा रही थी खुद को।
विक्की ने धीरे से हल्दी लेकर नैना की ओर बढ़ रहा था नैना एक दम डरी थी पर सपना सामने आ गई और विक्की ने हल्दी सपना के गालों में लगा दिया। नैना दूर से दिखती और हंसती रही।
विक्की भी थोड़ा सा मायूस हो गया था।
कुछ देर बाद ही नैना ने हल्दी लेकर धीरे धीरे जाकर विक्की के गाल पर लगा दिया और अब तो विक्की की बारी थी उसने नैना को अपनी तरफ खींचा और अपने गाल को नैना के गाल पर लगा दिया और फिर बोला हल्दी हो गई अब।
नैना शर्म से लाल हो कर चली गई। कुछ देर बाद ही गाना बजाना शुरू हो गया।
सब डांस करने लगे थे। माया और सागर भी थोड़ी देर तक डांस किया पर वो दोनों पुरी तरह से भीग चुके थे।
सपना माया को लेकर चली गई। सागर के दोस्त भी सागर को लेकर चले गए।
अब सिर्फ कुछ महिलाओं का डांस चल रहा था और इधर नैना और विक्की मे अनबन चल रहा था।
विक्की ने कहा जब हल्दी भी हो गई तो शादी भी कर लें।
नैना ने कहा हां वही तो मेहंदी तो देखा नहीं। विक्की ने कहा जो देखना था वो तो देख चुका हूं बस अब उस पल का इंतज़ार है।।


आज मैं बस ये दुआ करता हूं कि निलेश एक नया जीवन ले ले। तुम उस मुक्त कर दो ताकि वो भी एक अच्छा जीवन बिता सकें।
नैना रोने लगी तो विक्की उसके आंसु को अपने मुंह से लेकर बोलता है कि ये मोती है और आज के बाद फिर कभी इसे युही नहीं गवाना। मैं तुम्हारे इन आंसुओं पर अपने प्यार का पहरा लगा दुंगा ताकि सिर्फ मेरी इजाजत से निकलें वरना कयामत आ जाएगी।
और फिर तुम्हारे होठों पर मैं अपने प्यार का मुहर लगा दुंगा कह कर एक किस करता है। नैना ने कहा क्या हो गया आज अचानक।
विक्की ने कहा जी चाहता है कि आज इस मंडप पर हम भी शादी कर लें।
नैना ने कहा हां मैं कहा था पहले।
विक्की ने कहा पता नहीं क्यों इतना प्यार आ रहा है तुम पर।
अब दिखाओ अपना हाथ।
नैना ने अपने दोनों हाथों को दिखाया।
विक्की ने कहा अरे वाह क्या रचा है मेहंदी।।
मेरा नाम भी दिख रहा है ये सब से पता चलता है कि कितना प्यार करता हूं।
नैना जाने लगीं तो विक्की ने उसे पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और फिर उसके मेहंदी लगें हाथों को चुमने लगा और फिर एक कंगन पहना दिया और फिर बोला इसे कभी मत उतारना जिस दिन उतरा दिया तो समझना कि मैं नहीं हुं। नैना ने कहा मेरी कसम है तुम्हें।
फिर विक्की ने कहा हां ठीक है हमेशा पहनो
फिर मैं आऊंगा।
नैना ने कहा हां मैं इन्तज़ार करूंगी उस पल का जब तुम मेरी मांग भरोगे।
भरोसा है मुझ पर? विक्की ने कहा।
नैना ने कहा हां खुद से ज्यादा।
विक्की ने कहा फिर ठीक है चलो अब।
फिर सब अपने अपने रूम में चले गए।
नैना भी नहा कर तैयार हो गई थी। कुछ देर बाद विक्की माया के लिए फल,जूस, मिठाई सब लेकर आ गए।
माया ने कहा जल्दी से दो भूख लगी है। विक्की ने हंसते हुए कहा हां, हां।
नैना ने कहा दीदी आप खा लो।
हम चलते हैं नाश्ता करने।
विक्की ने कहा हां लंच और नाश्ता एक साथ हो जाएगा।


फिर दोनों वहां से निकल गए।
बिमल और अतुल पहले से पहुंच कर खाना खाने लगे थे।
विक्की ने कहा वाह दोस्तो अकेले अकेले।
नैना ने कहा अरे बाबा खाने दो यार।
विक्की ने कहा नैना देखो तुम्हारे चेहरे पर हल्की सी हल्दी के निशान हैं ।।

नैना ने कहा हां होगी ना प्यार वाली हल्दी है। विक्की ने कहा हां और जिंदगी भर के लिए तुम मेरी हो गई मेरी अमानत हो।
नैना ने खाना खाया और फिर बोली देखो तो सही मै भी तुम्हारे साथ जाना चाहती हुं।।

विक्की ने कहा नहीं ना वहां पर मिशन पर जा रहा हुं तुम क्या करोगी।
नैना ने कहा प्लीज़ एक बार सोचों इस बारे में।
मैं कैसे अकेले रहुंगी तुम्हारे बिना।
विक्की ने कहा अरे मुझे वो वाली नैना चाहिए जिसने बरसों बाद ये जज्बा दिखाया है।

नैना ने कहा हां कोशिश करूंगी पर इस बार माया दी भी नहीं होगी।
विक्की ने कहा हां मुझे पता है पर क्या तुम अकेले नहीं रह पाओगे।
नैना ने कहा तुम कब आओगे?
विक्की तीन महीने भी, तीन साल भी।
नैना रोने लगी।
बिमल ने कहा भाई शाम को जल्दी जाना होगा ये सागर जी बता रहे हैं।
विक्की ने कहा हां कोई रिसोर्ट में होगा।
अतुल ने कहा हां।
विक्की ने कहा हां ठीक है मैं अभी आता हूं।
नैना ने कहा हां ठीक है मैं यहां हूं।
काफी देर तक नैना बैठी रही पर विक्की भी नहीं आया। नैना को गुस्सा आया और फिर वो उठ कर जाने लगी।

कितनी ही शिद्दत से निभा लो रिश्ता दिल का ,
बदलने वाले अक्सर बदल जाते हैं।।
ये शायरी तो बस बहुत ही जानी पहचानी लग रही है। नैना ने कहा और फिर जैसे ही देखी तो बस देखती रही।
नैना ओ नैना कहा खो गई। नैना ने कहा अमन तुम।।
अमन ने कहा नाम याद है मेरा।
नैना ने कहा ऐसे कैसे बोल सकते हो मुझे हर चीज याद है।
तुम्हारी शायरी।।
अमन हंसते हुए कहा हां जिस पर तुम हंसा करती थी वो शायरी लाखों लोगों की चाहत बन चुकी है।
फिर तुम यहां कैसे?
अमन ने कहा अरे सपना का बाॅस हुं।
नैना ने कहा ओह माई गॉड।
आओ बैठो।
अमन ने कहा शादी हो गई।
नैना ने कहा नहीं हुईं शादी।
अमन ने कहा हां पर क्यों। नैना ने कहा कोई मिला नहीं ना।
अमन ने कहा पहला प्यार तुम्हारा।।
नैना ने कहा हां और क्या?अमन ने कहा फिर फायदा क्या हुआ। कुछ नहीं।
पर तुम तो कर लिएं ना।
अमन ने कहा अरे नहीं बाबा।
नैना ने कहा बहुत सालों बाद आज कालेज याद आ रहा है।
अमन ने कहा हां छात्र नेता अमन।।
नैना हंसने लगी और तभी विक्की भी आ गया।
नैना ने कहा अरे अमन इनसे मिलो विक्रम सिंह शेखावत आर्मी ऑफिसर।
अमन ने कहा ओह वाह क्या बात है।
विक्की ने देखते ही कहा अमन फर्स्ट क्रश।
नैना ने कहा हां पर तुम्हें कैसे पता?
विक्की ने कहा हां सोचने वाली बात है पर तुमने ही बताया था।

अमन ने कहा बहुत अच्छा लगा आपसे मिलकर।।।
विक्की ने कहा सच कहा मुझे भी।
अमन हंसते हुए कहा चलो अब शाम को मिलाते है।
नैना ने कहा हां ठीक है।
अमन ने कहा वैसे नैना मौक़ा भी है, दस्तूर भी है क्यों ना शादी कर लें।
नैना विक्की को देखते हुए कहा हां सही कहा।
विक्की ने मन में कहा नैना की बच्ची।
अमन चला गया। नैना भी सोचने लगी कि ये क्या प्यार था या फिर कुछ और। मैं अमन को प्यार करती थी।
विक्की ने कहा चलो अब चलते हैं।
नैना ने कहा कितने देर से इन्तजार कर रही थी।
विक्की ने कहा हां कुछ काम आ गया था।

नैना ने कहा हां ठीक है बात नहीं करनी है मुझे।
विक्की ने कहा ओह अब शादी के घर में ये सब होता है।
नैना दरवाजा बंद कर दिया और कहा शादी में मिलते हे।
क्रमशः